सुनो यह गोरा जिस्म
यह कजरारी आँखे ,
यह गुलाब सी पंखुड़ी होंठ
खूबसूरत चेहरा ,
इनसे कुछ होता नहीं ,,
एक अदद वफ़ा काफी है
मुझ से दोस्ती के लिए , अख्तर
यह कजरारी आँखे ,
यह गुलाब सी पंखुड़ी होंठ
खूबसूरत चेहरा ,
इनसे कुछ होता नहीं ,,
एक अदद वफ़ा काफी है
मुझ से दोस्ती के लिए , अख्तर
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