आपका-अख्तर खान

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22 जुलाई 2020

तुमने हुक्म सुना तो दिया

तुमने हुक्म सुना तो दिया
तुम पर शायरी के लिए ,
तुम्हारी ज़ुल्फ़ें, आंखे , होंठ
मासूमियत , बेपनाह खूबसूरती
कैसे लिखूं , क़लम लरज़ती है ,
अल्फ़ाज़ बेवफा हुए जाते है , अख्तर

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