आपका-अख्तर खान

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07 मई 2020

तुम खास नहीं ,,

तुम खास नहीं ,,
मगर हर सांस में हो
रूबरू नहीं मगर ,,
हर एहसास में हो
मिलोगे नहीं मगर ,,
हर तलाश में हो
चाहे पूरी ना हो
मगर हर आस में हो
दूर सही ,,
मगर फिर भी पास ही हो

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