झूठी दुआओं मे असर कैसे हो ...
ख्वाबों की दुनिया मे बसर कैसे हो ...!!
बंट गयी टुकड़ों मे जिंदगी...
अब कोई भी अर्ज़-ए-हुनर कैसे हो ..!!
सोच सियासत से भरी है यहाँ
आग इधर है जो, उधर कैसे हो ....!!
उनको है डर ये, जी उठूँगा मैं फिर ...
पूछ ले वो मुझसे, अगर....तुम कैसे हो ..?
ख्वाबों की दुनिया मे बसर कैसे हो ...!!
बंट गयी टुकड़ों मे जिंदगी...
अब कोई भी अर्ज़-ए-हुनर कैसे हो ..!!
सोच सियासत से भरी है यहाँ
आग इधर है जो, उधर कैसे हो ....!!
उनको है डर ये, जी उठूँगा मैं फिर ...
पूछ ले वो मुझसे, अगर....तुम कैसे हो ..?

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