कहने को तो रस्म अदायगी के लिए ,हर साल विश्व महिला दिवस मनाया जाता रहा है
,,लेकिन इस दिवस पर ,महिलाओं के मनोविज्ञान को समझ कर ,, महिलाओं को अबला
से सबला बनाने ,अक्षम से सक्षम बनाने ,, अशक्त से सशक्त बनाने के लिए कोई
युवा महिला ,,इन महिलाओं को एक जुट कर ज़िम्मेदारियों के निर्वहन में अव्वल
होती है , तो ऐसी प्रतिभावान ,समाजसेविका महिला ,महिलाओं की अटूट एकता के
नाम पर एकता धारीवाल के नाम पर उभर कर लोगों के बीच ,,अक्षम लोगों के लिए
एक सक्षम आवाज़ बनकर उभरती है ,, जी हाँ दोस्तों में बात कर रहा हूँ डॉक्टर
एकता धारीवाल की ,,जो अक्षम महिलाओं को सक्षम बनाने के लिए ,,मृदुल स्वभावी
,,सेवाभावी ,,लेकिन उनके हक़ संघर्ष के लिए आइरन लेडी बनकर समर्पण सेवाभाव
से जुटी है ,,,एकता धारीवाल यूँ तो किसी पहचान की मोहताज नहीं ,,,लेकिन
सियासत से लग हटकर उन्होंने महिलाओं के दुःख दर्द को समझा ,उनकी परेशानियों
को जाना ,और उनके हालातों को देखकर ,ऐसी महिलाओं ,बालिकाओं का मुस्तक़बिल
कैसे स्वर्णिम बनाया जाये इसके लिए ,,विशेष अध्ययन के लिए ,,महिला
सशक्तिकरण ,,विषय चुनकर ,,पी एच डी की पढाई पढ़ी , कढ़ी मेहनत ,महिलाओं के कई
अलग अलग ग्रुप ,,समाजों ,अशक्त महिलाओं के हालात जानने के बाद उनके उत्थान
के तोर तरीकों के सुझाव के साथ ,उन्हें महिला सशक्तिकरण विषय पर डॉक्टरेट
की उपाधि मिली है ,,कोटा कॅरिअर प्वाइंट यूनिवर्सिटी ने एकता धारीवाल को
पीएचडी की डिग्री अवार्ड की है,, यूनिवर्सिटी के आर्ट्स एंड हृयूमेनिटीज
डिपार्टमेंट के प्रोफेसर एससी जैन के निर्देशन मेंडॉक्टर एकता ने अपनी
रिसर्च पूरी की हैए ,, उनका विषय वूमन इन राजस्थान-अवेकनिंग इम्पॉवरमेंट
एंड सोशल साेशल चेंजेज रहा है ,, उन्होंने प्रदेश में 100 साल में महिलाओं
की स्थिति में आए बदलावों के लिए रिसर्च किया है,, इस रिसर्च में सामने आया
कि 100 सालों में महिलाओं की स्थिति में काफी सुधार आया है,,महिलाओं का
संघर्ष लगातार जारी है,, पुरुषों का साथ मिले तो राजस्थान में महिलाओं की
स्थिति और भी मजबूत होगी ,, बस इसी गुरुमंत्र के साथ ,,एकता से डॉक्टर एकता
बनने के बाद ,,अक्षम महिलाओं को सक्षम बनाने के जीवंतसंघर्ष को लेकर
,डॉक्टर एकता धारीवाल ने ,,अक्षम कल्याण संस्था ,,बनाई ,और अपनी टीम के साथ
कोटा ,हाड़ोती संभाग राजस्थान में महिलाओं को सक्षम बनाने ,उनके स्वाभिमान
,उनके सम्मान के संघर्ष के लिए ,सेवा के समर्पण भाव से ,,महिलाओं के बीच
में है ,,,डॉक्टर एकता धारीवाल सत पैट्रिक्स हाई स्कूल ,फिर सेंट जोन्स
कॉलेज आगरा की सर्वाधिक प्रतिभावान ,,नेतृत्व रही है ,उनके विवाह के बाद
वोह कोटा में राजस्थान सरकार में मज़बूत मंत्री नेतृत्व की पुत्रवधु होने के
बावजूद भी उनका सियासत से कोई सरोकार नहीं रहा ,लेकिन अध्ययन ,अध्यापन
उनका शोक रहा , अशक्त महिलाओं को सशक्त करने के संघर्ष की उनके डगर बनी रही
,,वोह अरिहंत एजुकेशनल ग्रुप कोटा की निदेशक रहकर ,,अपनी पी एच डी के
कामकाज में व्यस्त रही उन्होंने ज़मीन पर जाकर ,महिलाओं ,बच्चियों के बीच
जाकर उनके दुखदर्द ,उनकी ज़रूरतें ,उनकी कमज़ोरिया ,, उनके माहौल को नज़दीक से
जाना ,,क़रीब पांच सो से भी अधिक अलग अलग वर्ग , जाति , समाज ,,आयु वर्ग
की महिला समूहों के बीच जाकर उन्होंने गंभीरता से अध्ययन किया ,निष्कर्ष
निकाला ,और डॉक्टरेट की उपाधि हांसिल करने के साथ साथ अक्षम लोगों को सक्षम
बनाकर उनके कल्याण के लिए संघर्ष करने का संकल्प लिया ,,अपने इस अभियान
में दो वर्षों के कार्यकाल में ही डॉक्टर एकता धारीवाल महिला वर्ग में
पीड़ित महिलाओं की ज़रूरत ,उनका नेतृत्व ,,उनकी एक उम्मीद बन गयी है
,,,डॉक्टर एकता धारीवाल का महिलाओं के उत्थान विषय पर एअक शोधपत्र
,इंटरेनशनल जर्नल ऑफ़ एवान्स्ड रिसर्च ,,इस क्षेत्र में काम करने वालों के
लिए एक ऐतिहासिक दस्तावेज बन गया है ,, डॉक्टर एकता धारीवाल अपनी समूह
सहयोगी महिलाओं के साथ बेटी बचाओ ,बेटी पढ़ाओ का नारा बुलंद ही नहीं करती
वोह स्कूलों में जाती है ,उन्हें कॉपी ,,किताबें ,बस्ते ,,यूनिफॉर्म ,सहित
पढ़ाई के लिए आवश्यक माहौल मिले इसके लिए वोह सीधे ऐसी बेटियों से जुड़कर
उन्हें हिम्मत भी देती है ,मदद भी देती है ,,वोह स्कूल की बच्चियों की
बदलती उम्र में ,माहवारी के वक़्त आने वाली बिमारियों से उन्हें बचाने के
लिए ,उन्हें महिलाओं के बदलाव को लेकर साक्षरता एवेयरनेस कार्यक्रम चलाकर
उन्हें नेपकिन वितरित कर रही है ,एकता धारीवाल एक सामान्य महिला
समाजसेविका की तरह स्कूलों में बेटियों के बीच में मौजूद रहती है ,तो जेल
में महिला क़ैदियों के साथ भी उन्हें बेहतर कामों के लिए मोटिवेट कर नेपकिन
सेनेटरी पेड़ वितरित करवाती है ,,डॉक्टर एकता धारीवाल अलग अलग समूहों
,,समाजों में तो महिलाओं के बीच जाकर उनकी समस्याएं सुनती है ,उनके समाधान
का प्रयास करती है ,,जबकि छात्राओं में प्रतिभा और नेतृत्व निखार के लिए
,,डॉक्टर एकता धारीवाल उनके बीच स्कूल में , महिला कॉलेज में उपस्थित होकर
उन्हें छात्रा नेतृत्व के लिए प्रशिक्षित करती है ,मोटिवेट करती है ,वोह अब
बस्तियों में भी महिलाओं में समाजसेवा के साथ साथ , महिला सक्षमता
कार्य्रकम चलाकर उन्हें , सोशल ,पोलिटिकल साक्षर कर ,उनकी अपनी समस्याओं के
समाधान के संघर्ष के लिए तैयार कर रही है ,, डॉक्टर एकता धारीवाल महिला
सशक्तिकरण के लिए खुद को समर्पित कर लगातार संघर्ष से जुडी है ,सही मायनों
में विश्व महिला दिवस पर ऐसी समर्पित ,संघर्षषील , लेडी आइरन समाजसेविका
डॉक्टर एकता धारीवाल ,के हाथ मज़बूत करना इस दिवस की ज़रूरत बन गयी है ,,,,
बहुमुखी प्रतिभा की धनी डॉक्टर एकता धारीवाल , हाड़ोती ही नहीं राजस्थान
भर में उद्योगों को विकसित कर राजस्थान को रोज़गार और खुशहाली देने वाले
पूर्व उद्योग मंत्री स्वर्गीय रिखब चंद धारीवाल की पौत्र बहु के रूप में एक
,, डॉक्युमेंट्री ,,मेरी क़लम से ,,बना चुकी है ,जो प्रीमियर स्तर पर
,,रिखब चंद धारीवाल की पूण्य तिथि के अवसर पर उनकी मूर्ति स्मारक स्थल पर
ही रिलीज़ हुई , ,रिखब चंद धारीवाल ,,के राजस्थान के सर्वागीण विकास और कोटा
की बेहतरी को लेकर उनके कार्यो को सजाते हुए निर्मित एकता धारीवाल की यह
डॉक्युमेंट्री फिल्म ,,हिट ही नहीं सुपर हिट हो गयी ,,,संक्षिप्त लेकिन
सारगर्भित ,,बेहतरीन वीडियोग्राफी ,,कोटा सहित राजस्थान के उद्योगों का
इतिहास ,,कोटा का सौंदर्य ,,रोज़गार ,,समस्याएं ,,समाधान और रिखब चंद
धारीवाल का कोटा के औद्योगिक विकास सहित कोटा बैराज निर्माण ,,सिंचाई के
लिए दायीं ,बाईं मुख्य नहर सहित ,,राजस्थान के मुख्य्मंत्री मोहन लाल
सुखाड़िया ,,श्रीमती इंद्रा गांधी ,,राजीव गांधी ,,पंडित जवाहर लाल नेहरू के
साथ स्थापित संबंधों को भी उजागर किया गया ,,,,दस्तावेजी सुबूतों के साथ
प्रमाणित उक्त डॉक्युमेंट्री फिल्म में एकता धारीवाल ने अपनी पूरी ताक़त
,,,अपने दादा ससुर रिखब चंद धारीवाल के प्रति आस्था ,,,श्रद्धा उंडेल कर रख
दी ,,एकता धारीवाल इस डॉक्युमेंट्री फिल्म के हिट होने के बाद कोटा फ़िल्मी
दुनिया की एकता कपूर से भी अव्व्ल हो गयी है ,,,इस डॉक्युमेंट्री फिल्म को
सोशल मिडिया ,,इंटरनेट ,यु ट्यूब सहित सभी जगह प्रचारित किया जा रहा है
,,खूबसूरत अंदाज़ में परिचय के साथ शुरू हुई यह डॉक्युमेंट्री का आमुख रिखब
चंद धारीवाल के जे के उद्योग के निकट स्थित मूर्ति स्थल से उठाया गया है
,,फिर कोटा के उद्योग ,,सिंचाई योजनाएं ,,,नहरे ,,,परमाणु संयंत्र ,,कोटा
बैराज का उद्घाटन ,,भील समाज का पुनर्वास ,,,सहित कई विकास कार्य बताए गये
है ,,समर्थन के लिए अख़बार की कतरने ,,फोटोग्राफ साथ में दिए गए है ,,,कोटा
कांग्रेस में एक जुटता ,,एकता ,,के लिए एक नई उम्मीद ,,,बहन एकता धारीवाल
,,,चाहे राजनीति में न हो ,,,लेकिन इनके सामजिक कार्यो में,, इनकी महनत
,,लगन और वक़्त ब वक़्त कांग्रेस के कार्यक्रमों को मज़बूती देने के लिए इनकी
उपस्थिति ,,अब कोटा कांग्रेस की मज़बूती के लिए ज़रुरत बनता जा रहा है ,,दलगत
राजनीति ,,नई द्वेषता से ऊपर उठकर छोटो को प्यार ,,बढ़ो को सम्मान देकर
उनसे अपने अनुभव बाँट कर खुद को आकाश करने की कोशिशों में जुटी ,,एकता
धारीवाल की सक्रियता से भाजपा के लोग तिलमिला रहे है ,,जबकि वर्तमान हालातो
में कांग्रेस के बिखराव को रोकने के लिए एक ऐसी शख्सियत ,,एक ऐसे चेहरे की
ज़रूरत है ,,जिसमे तहज़ीब हो ,तमीज़ हो ,,सियासी अनुभव हो ,,बहुमुखी प्रतिभा
हो ,,,कांग्रेस कल्चर की जानकारी के साथ एक जाना पहचाना चेहरा हो और वह
चेहरा सिर्फ और सिर्फ एकता धारीवाल के अलावा कोई दूसरा नहीं हो सकता , कोटा
के हालातो को देखकर दबे अल्फ़ाज़ों में ,,एकता धारीवाल को सियासी कमान देने
की आवाज़ उठने लगी है ,,अभी एकता धारीवाल की चाहे कांग्रेस में सक्रिय
कार्यकर्ता के रूप में एन्ट्री नहीं हुई हो लेकिन ,,एकता धारीवाल लगातार
इनके पिता तुल्य स्वसुर ,,,आधुनिक कोटा के निर्माता शान्ति धारीवाल के
सियासी कामकाज देखती रही है , ,,एक खास बात यह है के ,,कांग्रेस की आंतरिक
कलह ,,कांग्रेस की गुटबाजी के बाद भी एकता धारीवाल का सभी गुटों के
कांग्रेस जनो के साथ विनम्र और मृदुल भाषी होने से दूसरे गुट से जुड़े लोग
भी इनको अहमियत देने लगे है ,,ए एकता धारीवाल कोटा कांग्रेस का हिस्सा तो
है लेकिन अब ज़रूरत बन चुकी है ,,एक उम्मीद बन चुकी है और इस ख़ास वक़्त पर
अगर एकता धारीवाल की सियासी एन्ट्री नहीं हुई तो इसका खिमियाजा भविष्य में
कांग्रेस को उठाना पढ़ सकता है ,, क्योंकि एकता धारीवाल में शान्ति धारीवाल
की बहु होने के कारण कांग्रेस के प्रति आकर्षण नहीं है या उनकी क्वालिटी
केवल शांति धारीवाल की बहु होना ही नहीं है ,,वह स्वतंत्र रूप से ,,मुखर है
,, उनमे नेतृत्व क्षमता है ,,सियासी समझ है ,,,वह खुद अपने बल पर कांग्रेस
के हक़ में कांग्रेस की एक जुटता के लिए महत्वपूर्ण कारगर निर्णय लेने की
क्षमता रखती है और यह उन्हें गोड गिफ्ट के रूप में मिली है ,,,,,अख्तर खान
अकेला कोटा राजस्थान
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