शूक्रिया दादाबाड़ी पुलिस , भारत विकास परिषद दादा बाड़ी अस्पताल में ,
श्योपुर की फातिमा का नवजात बच्चे के इलाज में , एक लाख रुपये खर्च वसूलने
के बाद , कल अर्ध रात्रि खून की डिमांड , खून चढ़ाने के बाद भी नवजात बच्चे
की मृत्यु , लेकिन भारत विकास परिषद अस्पताल स्टाफ ने छब्बीस हज़ार का बकाया
बिल दिये बगैर , नवजात के मृत शरीर को देने से इनकार कर दिया , समाज
सेविका ज़ेनब नवजात के मृत शरीर को अंतिम संस्कार के लिए कोशिश करते रहे ,
मां फातिमा , पिता गिड़गिड़ाते रहे लेकिन स्टाफ का दिल नही पसीजा
ओर बच्चे की डेड बॉडी नही दी , आखिर में दादाबाड़ी थानाधिकारी को हालात से
आगाह किया , पुलिस के कड़े हस्तक्षेप के बाद , सरकार के आदेश का हवाला देकर
मुकदमा दर्ज कर कार्यवाही की कोशिशें शुरू करने से घबराकर , भारत विकास
परिषद स्टाफ को , नवजात बच्चे के मृत शरीर देना पड़ा , यह असंवेदनशीलता दिल
को झकझोर देने वाली है , सरकार ने ऐसे अस्पतालों का लाइसेंस केंसिल करने का
प्रावधान भी रखा है , दादाबाड़ी पुलिस का शुक्रिया , अख्तर
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