भारत
में भारतीय राष्ट्रिय कांग्रेस के नेतृत्व के साथ कंधे से कंधा मिलाकर ,
देश भर में कांग्रेस को फिर से मज़बूत करने की कोशिश में जुटे ,,भारतीय
राष्ट्रिय कांग्रेस के महासचिव अविनाश पांडे , अपने अनुभवों ,,दम ख़म ,,
कार्यव्यवहार के साथ कामयाबी की तरफ है ,,अविनाश पांडेय ज़मीन से जुड़े
कार्यकर्ता के साथ ,,छात्र ,युवा ,,राजनीती से जुड़कर ,सामाजिक सरोकार के
ज़िम्मेदार होने से ,,कांग्रेस कार्यकर्ताओं को नेतृत्व देने में सक्षम है ,
जबकि वोटर का रूहझान उनकी ज़रूरते समझकर वोह ,, राजस्थान में कांग्रेस को
मज़बूत कर यहाँ सरकार बनाने का सफल प्रयोग कर चुके है ,, वर्तमान हालातों
में राजस्थान के प्रभारी होने के चलते ,, अविनाश पांडेय के , सफल संचालन
,देखरेख में , संकट मोचन कार्यक्रम भी हुए है ,,जबकि नगर पालिका ,पंचायत
,विधानसभा चुनाव में कांग्रेस ने आशान्वित सफलता हांसिल की है , अविनाश
पांडेय ,गुजरात ,मध्य्प्रदेश ,, महाराष्ट्र ,उत्तरप्रदेश , दिल्ली
,छत्तीसगढ़ सहित कई राज्यों की सियासत पर प्रशासिक कमांड रखते है ,, उनकी
वफादारी , कार्यकुशलता , अनुभवों को देखते हुए ,वोह राष्ट्रिय अध्यक्ष
श्रीमती सोनिया गाँधी की प्रथम सूचि के राष्ट्रिय महासचिव होकर , राहुल
गाँधी के नेतृत अनुभव के साथ ,, श्रीमती प्रियंका गांधी की कार्यकुशलता की
ज़िम्मेदारियों के साथ भी है ,,, तमाम व्यवस्तताओं के बावजूद भी ,अविनाश
पांडेय उनके प्रभार क्षेत्र के राजस्थान राज्य से भावनात्मक जुड़ाव रखते है
,वोह अपने सहप्रभारियों , राजस्थान प्रदेश अध्यक्ष सचिन पायलेट ,प्रदेश
वरिष्ठ नेताओं सहित ,मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के साथ ,राजस्थान को विकसित
करने ,,यहाँ के कांग्रेस कार्यकर्ताओं के मानसम्मान के संरक्षण , विभिन्न
विश्वसनीय फार्मूलों के साथ ,, कार्यकर्ताओं के सम्पर्क में है ,,, अविनाश
पाण्डेय अपने राजस्थान प्रभार कर्तव्य निर्वहन के दौरान ,, राजस्थान के हर
ज़िले ,हर कस्बे ,हर जिला कांग्रेस कार्यालय ,ब्लॉक इकाई ,, बूथ इकाई तक
पहुंचे है ,उन्होंने अपनी पकड़ मज़बूत की है ,, कार्यकर्ताओं को रिचार्ज करने
के लिए कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं ,,,के साथ ,प्रदेश अध्यक्ष सचिन पायलेट
,मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के मार्गदर्शन में बैठके आयोजित की है ,,,
,,अविनाश पांडेय सभी का साथ ,सभी का विश्वास लेकर चलते ,है लेकिन
,,कार्यकर्ताओं के साथ भानात्मक जुड़ाव होने के कारण इनका अपना नेटवर्क है
,,इनके सम्पर्क ,इनके भरोसे का ही नतीजा है ,,के अनेकों बार ,,संगठन ,सत्ता
से जुड़े कई विवादित मुद्दे ,,इन तक प्रीमेच्योर स्टेज पर ही पहुंच जाते
है ,, बस उनके इस इन्फॉर्मेशन नेटवर्क के चलते ,अविनाश पांडेय वक़्त से पहले
सम्भलते है ,, विवाद की नब्ज़ टटोलते ,है ,,, संगठन में पारिवारिक माहौल
बनाते है ,,सत्ता संगठन के समन्वय के सुझावों के साथ , मुस्कुराते हुए
,विवादों का निस्तारण फिर वही विश्वास ,फिर वही मज़बूती ,कांग्रेस ज़िंदाबाद
,कार्यकर्ताओं का भरोसा , उनके अधिकार ,कर्तव्य ज़िंदाबाद करते है ,,,
अविनाश पांडेय की भाषण शैली ,,पुरकशिश आवाज़ , अनुभवों के आधार पर संगठन
,सत्ता के पक्ष में सकारात्मक सुझाव ,, संगठन को आम जनता ,,आम वोटर्स से
जोड़कर ,, घर घर ,गाँव गाँव ,कस्बे ,,ढांडी ढांडी ,,बूथ स्तर तक परफेक्ट
तरीके से पहुंचाने की कला ,, कार्यकर्ताओं ,पदाधिकारियों से समन्वय ,, उनके
सामजस्य , विवादों के निस्तारण की खूबियों , राजस्थान में संगठन ,सत्ता की
नब्ज़ की पूर्व सूचना प्रणाली ,,ने अविनाश पांडेय को , दूसरे कई इनके हम
उम्र ,या इनसे अधिक उम्र वाले नेताओं से विशिष्ठ कर दिया है ,, इनकी
कामयाब कार्यप्रणाली के चलते ,,इन्हे चुनौती के रूप में मिले विवादों में
इनकी कामयाबी को देखते हुए ,,कांग्रेस के राष्ट्रिय नेतृत्व के लिए अविनाश
पांडेय , विशिष्ठ से भी विशिष्ठ होते रहे है ,,,,,,,,,,,,राजस्थान में
अविनाश पांडेय संकटमोचक है ,,समन्वयक है , प्रभारी है ,,आम कार्यकर्ताओं की
आवाज़ है ,,तो राजस्थान की ,जनता यहां के वोटर्स को अधिकतम सहूलियतें
,न्यायिक , विकास योजनाए मिले इसके मार्गदर्शक है ,,, निर्विवाद है ,,
जल्द ही इनके नेतृत्व में राजस्थान के सक्रिय कांग्रेस कार्यकर्ताओं को
संगठन और सत्ता में भागीदारी के साथ बढ़ी ज़िम्मेदारियाँ मिलने जा रही है ,
इसके लिए अविनाश पांडेय लगातार ज़ीरो लेवल के कार्यकर्ता सहित वरिष्ठ नेताओं
,ज़िम्मेदार नेतृत्व के सम्पर्क में है ,,, ,,अविनाश पांडेय संगठन के
संचालन अनुभव का एन्साइक्लोपेडिया है ,समस्याओं ,विवादों के तत्काल
निस्तारण मामले में मास्टराइन्ड है ,, जो उन्हें इनके अपने अनुभवों ,ज़मीनी
कार्यकर्ताओं के साथ जुड़ाव ,ज़मीन पर रहकर संगठन के हक़ में संघर्ष करने से
हांसिल हुआ है ,,, ऐसे अविनाश पांडेय से , इनके नेतृत्व से ,,इनके प्रभार
नेतृत्व से राजस्थान के ज़मीनी कार्यकर्ताओं ,, राजस्थान ,, राजस्थान की
जनता को ,, ,कांग्रेस के राष्ट्रिय नेतृत्व को ,उम्मीदें बढ़ गयी है ,,और
अविनाश पांडेय उनकी हर उम्मीद पर खरा उतरने के प्रयासों में कामयाबी के साथ
जुटे है ,, अविनाश पांडेय का यह आत्मविश्वास , यह अनुभव इन्हे छात्र
राजनीती के संघर्ष की चुनौतियों ,,यूथ कांग्रेस के नेतृत्व , कवि प्रदीप के
साथ पुत्रवत राष्ट्रीयता विचारधारा पुत्रवत साहित्यिक अनुभवों से मिला है
,, नागपुर छात्र राजनीती के निर्वाचित अध्यक्ष ,महाराष्ट्र छात्र कांग्रेस
के सफल नेतृत्व ,, यूथ कांग्रेस के राष्ट्रिय नेतृत्व ,,महाराष्ट्र प्रदेश
कांग्रेस कमेटी नेतृत्व , विधायक ,सांसद का सफलतम नेतृत्व ,, ऑल इण्डिया
कांग्रेस कमेटी के विचारक ,,चिंतक ,, ट्रेनिंग प्रोग्राम के इन्सट्रक़टर ,,
ऐतिहासिक नागपुर छात्रकोँग्रेस के राष्ट्रिय सम्मेलन के संयोजक ,,
महाराष्ट्र सरकार में उद्योग कमेटी ,, न्यूनतम मज़दूरी निर्धारण समिति
,स्वतंत्रता कार्यक्रम संचालन समिति सहित महाराष्ट्र नव निर्माण
कार्यक्रमों का इन्हे प्रमुखता से अनुभव रहा है ,, जबकि राष्ट्रिय स्तर पर
सर्व सुरक्षा अभियान के अविनाश पांडेय सफल नेतृत्व रहे है ,,, अविनाश
पांडेय पंचायत स्तर पर ,वार्ड स्तर पर ,,समीतियों के प्रभारी के रूप में
कार्यकर्ताओं को रिचार्ज करने ,,ग्रामीण और शहरी ,,आधारभूत ढांचा विकसित
करने के ,प्लानर रहे है ,,, हिंदी ,,उर्दू ,मराठी साहित्य से अविनाश पांडेय
को प्यार है ,,अविनाश पांडेय , लिखते है ,बोलते है ,तो उनके हर उच्चारण
में साहित्य का सृजन ,साहित्य का विचार,, साहित्यिक मिठास ,,साहित्यिक
समन्वय होता है , यह सब इसलिए हो पाया है ,के अविनाश पांडेय ,संगठन के लिए
तो दिन रात मेहनत कर ,अपने अनुभवों को सांझा करते है ,कार्यकताओं को
मोटिवेट करते हैं ,सूचनाएं एकत्रित कर , उनका वेरिफिकेशन करते है ,फिर
संबंधित लोगों में समन्वय बनाते है ,,उनके विवादों को , उनकी गलतफहमियों को
निस्तारित करते है , इन सब के बावजूद भी वोह रोज़ साहित्य लिखते है
,साहित्य पढ़ते है और राष्ट्रीयता से जुड़े हर मुद्दे पर अपनी राय देते है
,,, अविनाश पांडेय की इस सफलता ,इस कामयाबी का राज़ यूँ तो उनके अनुभव ,उनकी
ईमानदारी ,उनकी महनत , लगन ,, कांग्रेस नेतृत्व के प्रति वफादारी ,समर्पण
है ,,, लेकिन एक खासबात जो उन्हें दूसरों से लग करती है ,उसे उनकी इस
रचनात्मक पहल के साथ जोड़कर देखना ज़रूरी है , क्योंकि उन्हें कवि प्रदीप
,प्रसिद्ध साहित्यकार बाबूजी का साथ मिला ,, उनके साहित्यिक शैली का अनुभव ,
कवि प्रदीप के साहित्य का सृजन ,, कवि प्रदीप के विचार , कवि प्रदीप का
मार्गदर्शन ,, कवि प्रदीप का उनके परलोकगमन के बाद भी वैचारिक अनुकरण ने
अविनाश पांडेय को दूसरों से आकाश किया है ,,, अविनाश पांडेय , पुरकशिश
,पुरलुत्फ ,रूआबवदार , लेकिन मिठास भरी आवाज़ में अपना संदेश भी देते है ,तो
साहित्यिक जुबान , लिखित में भी अपने संदेश देते है ,साहित्य का सृजन इनका
शोक है ,कभी यह गुनगुनाते भी है , तो मनोवैज्ञानिक तरीके से कार्यकताओं के
साथ सामजस्य का माहौल भी बनाते है ,,अविनाश पांडेय शब्द स्वर के सुमेरू ,
जो राष्ट्रिय कवि प्रदीप उर्फ़ बाबूजी के साहित्य सृजन पर प्रकाशित है ,इस
पुस्तक के प्रकाशक ,लेखक भी ,है ,, इस पुस्तक के हर अल्फ़ाज़ आज भी
प्रासंगिक है ,,आज भी इस पुस्तक की प्रासंगिकता हिंदी साहित्य सम्मान के
साथ साथ ,एक आदर्श विचार की प्रेरणा है ,राष्ट्रिय भावना है ,आम आदमी की
ज़रूरतें ,उनकी समस्याएं , उनके निराकरण का शांत ,सरल उपाय है ,, अख्तर खान
अकेला कोटा राजस्थान

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