तुम्हारी खूबसूरती का क्या
तुम्हारी अदाओं का क्या,
चलो जाने दो
वफ़ा कहां है इन सब मे
ज़रा तुम ख़ूबसीरत होते
शायद , शायद नही
तुम्ही मेरी हक़ीक़त होते , अख्तर
तुम्हारी अदाओं का क्या,
चलो जाने दो
वफ़ा कहां है इन सब मे
ज़रा तुम ख़ूबसीरत होते
शायद , शायद नही
तुम्ही मेरी हक़ीक़त होते , अख्तर

 
 

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