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15 अक्तूबर 2019

*-मिट्टी घोटाले में आरोप साबित होने पर कांग्रेस पार्षदों ने मांगा महापौर महेश विजय से इस्तीफा

*-मिट्टी घोटाले में आरोप साबित होने पर कांग्रेस पार्षदों ने मांगा महापौर महेश विजय से इस्तीफा !!*
*- नेता प्रतिपक्ष अनिल सुवालका व कांग्रेसी पार्षदों ने प्रेस कांफ्रेंस में महापौर महेश विजय पर लगाया सरकारी धन का दुरुपयोग कर निगम को आर्थिक नुकसान पहुंचाने का आरोप !!*
कोटा,,, अक्टूबर। नगर निगम कोटा में विवादों के थमने का नाम नहीं ले रहा है। अब नेता प्रतिपक्ष सहित सभी कांग्रेसी पार्षदों ने महापौर महेश विजय पर भ्रष्टाचार का आरोप लगाते हुए नैतिकता के आधार पर इस्तीफा देने की पुरजोर मांग की है।
मंगलवार को नेता प्रतिपक्ष कार्यालय में पत्रकार वार्ता में नेता प्रतिपक्ष अनिल सुवालका, कांग्रेसी पार्षद दिलीप पाठक, मोहम्मद हुसैन मोमदा, समा मिर्जा ने महापौर पर भ्रष्टाचार के जमकर आरोप लगाते हुए कहा कि महापौर ने अपने कार्यकाल में पद का दुरूपयोग करने में कही कोई कसर नहीं छोड़ी। चहेते ठेकेदारों को भी उपकृत किया गया।
अनिल सुवालका ने कहा कि महापौर ने अपने निजी स्कूल नालंदा अकेदमी के पास भी निगम के खर्च से पार्क में मिट्टी डलवाने के नाम पर निगम को चूना लगाया है।
नेताप्रतिपक्ष अनिल सुवालका व वरिष्ठ कांग्रेस पार्षद दिलीप पाठक ने आरोप लगाया कि महापौर द्वारा अपने निजी शिक्षण संस्थान को लाभ पहुचाने के लिए मिट्टी घोटाला भी किया गया है जिसकी जांच के लिए जयपुर स्थित डी0एल0बी0 को भी लिखित में दिया गया है। डीएलबी को लिखे पत्र में सुवालका ने कहा कि कोटा में रोड नं0 7 पर स्थित नालन्दा ग्रुप आॅफ एकेडमी के सामने स्थित रीको के पार्क एवं उनके स्वयं के शिक्षण संस्थान में कोटा की जनता के धन का दुरूपयोग करते हुए करीब 7 लाख रूपये की मिट्टी डलवाई गई।
पत्रकार वार्ता में अनिल सुवालका ने कहा कि अगर महापौर ने नैतिकता के आधार पर इस्तीफा नहीं दिया तो कांग्रेसी पार्षद राज्य सरकार से उनकी बरख्सतगी की मांग करेंगे !!
वरिष्ठ पार्षद दिलीप पाठक ने कहा है कि दशहरा मेले में भी महापौर खुद ही अतिथि बन रहे है और अपने भाई, पत्नी व रिश्तेदारों को बतौर अतिथि मंच पर बुला रहे है ताकि निगम के खर्च पर पब्लिसिटी हासिल कर सकें।
पार्षद दिलीप पाठक ने कहा है कि तत्कालिन आयुक्त विक्रम जिंदल द्वारा यह निर्देश दिए गये थे कि उक्त कार्य की निविदा जारी करने से पहले अधिशाषी अभियन्ता या सहायक अभियन्ता मौके पर जाकर अवलोकन करें इसी के साथ ही मिट्टी डलाने से पहले व मिट्टी डलाने के बाद के फोटो ई-फाईल में अपलोड करें लेकिन चूंकि उक्त प्रकरण में नियम विरूद्ध रूप से महापौर के द्वारा खुद की शिक्षण संस्थान एवं रीको के पार्क में जिसे इनके द्वारा अपने स्कूल में मिला लिया गया है जिस पर मिट्टी डलवाकर सीधा सीधा भ्रष्टाचार किया गया है। इस तरह गैर कानूनी तरीकें से करीबन 7 लाख की मिट्टी डलवाकर सीधा-सीधा भ्रष्टाचार किया गया है ।।
नेताप्रतिपक्ष सुवालका व पार्षद दिलीप पाठक ने कहा है कि महापौर द्वारा नगर निगम के सरकारी संसाधनों का दुरुपयोग करने का यह पहला मामला नहीं है नगर निगम द्वारा महापौर को दी जाने वाली हर वर्ष ₹10 लाख की खेल सामग्री उन्होंने आज तक कभी किसी सार्वजनिक स्थान पर नहीं बाटी सुवालका ने आरोप लगाया कि हर वर्ष यह खेल सामग्री सीधे महापौर के शिक्षण संस्थाओं में जाती है और वही काम आती है महापौर जी ने आज तक 5 वर्ष में कभी खेल सामग्री सार्वजनिक रूप से नही बांटी ।।
इसके अलावा निगम के हर ठेके में भी महापौर द्वारा अनावश्यक दखल अंदाजी की जाती है रही है निगम से के मेले से संबंधित टेंट लाइट एवं कलाकारों के बुलाने तक के ठेकों में महापौर द्वारा अपने चहेतों को प्राप्त करने का दबाव समय-समय पर अधिकारियों पर बनाया गया है

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