राजस्थान के गांधी ,, गरीबों के लिए जादू से सुलभ सहायता उपलब्ध करवाने
वाले जादूगर मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने ,, ई रिक्शा सहित दूसरे वाहन
उत्पादों के उद्योपति मंत्री के जनता को लूट के मंसूबों पर पानी फेर दिया
है ,,हालात यह है के यह मंत्री महोदय अकेले पढ़ गए है और इनकी सरकार के
प्रधानमंत्री महोदय के ग्रह राज्य के मुख्यमंत्री ने भी इन गडकरी साहिब की
मनमाना जुर्माना वसूली का विरोध कर ठेंगा दिखा दिया है ,, जी हाँ दोस्तों
आप सब सुन रहे है ,स्कूटी का सत्ताईस हज़ार का चालान ,ट्रक का साढ़े सात
लाख का चालान और कई लाखों के चालान ,,पुलिस से आम आदमी का टकराव ,,सभी
जानते है ,,लेकिन एक अशोक ,अशोका दी ग्रेट ,,मुख्यमंत्री राजस्थान सरकार ,
भाजपा की केंद्र सरकार द्वारा आम जनता के खिलाफ जुर्माना वसूली के इस बोझ
की तकलीफ को समझ गए ,जब केंद्र सरकार सड़के ठीक नहीं कर रही ,,सड़को को आम
लोगों की आवाजाही के लिए टेक्स वसूलने के बाद भी व्यवस्थित नहीं कर रही ,तो
उसे कोई हक़ नहीं के छोटे वाहन चालकों सहित ,दूसरे वाहन मालिकों ,चालकों से
मनमाना जुर्माना वसूले ,,बस जनता की तकलीफ को देखकर ,जनता को केंद्र सरकार
के लुटेरों से बचाने के लिए ,अशोक गहलोत ने फरमान जारी कर दिया ,राजस्थान
में मोटर व्हीकल क़ानून की समीक्षा के बाद ही , इस पर विचार होगा ,, बस
केंद्रीय मंत्री भाजपा सरकार के प्रतिनिधि बनकर ,राजस्थान सरकार के खिलाफ
दहाड़ उठे ,खुद का बनाया हुआ क़ानून ,खुद ने ही नहीं पढ़ा और चीखने लगे
राजस्थान सरकार को ऐसा कोई अधिकार नहीं है जो वोह केंद्र के क़ानून को मैंने
से इंकार करे ,,लेकिन अशोक गहलोत उनका मंत्रिमंडल ,सचिन पायलेट ,जनता के
हित में इस क़ानून की बेतहाशा मनमानी वसूली के खिलाफ डटे रहे ,,अशोक गहलोत
की इस कार्यवाही से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के ग्रह राज्य उनका
नियंत्रित राज्य गुजरात के मुख्यमंत्री ने जब अशोक गहलोत की नक़ल करते हुए
,गुजरात की जनता के हित में गुजरात के ही प्रधानमंत्री ,गुजरात के ही
केंद्रीय गृहमंत्री ,के कार्यकाल में बनाये गए क़ानून को शत प्रतिशत लागु
करने से इंकार कर दिया ,,नितिन गडकरी फिर गुजरात मुख्यमंत्री के खिलाफ
अज्ञानता की वजह से दहाड़े ,फिर उन्हें डांट पढ़ी , खुद के नौकरशाहों का
बनाया हुआ क़ानून , खुद गडकरी को इस विरोध बाद पढ़ना पढ़ा और ,फिर बयान जारी
करना पढ़ा के ,राज्य सरकारों को ऐसा अधिकार है ,खेर राजस्थान की बात छोड़े
,यहाँ गांधीवादी विचारधारा की सरकार है ,गुजरात की बात छोड़े वहां गडकरी के
खिलाफ आँतरिक विरोध रखने वाले केंद्रीय नेतृत्व की समर्थन उनके अधीनस्थ बनी
सरकार है ,लेकिन महाराष्ट्र के तो खुद नितिंगाड़करी है ,उनके अपने राज्य की
भाजपा सरकार ने भी उनके बनाये हुए जुर्माना लूट के क़ानून को मानने से
इंकार कर दिया है ,इसीलिए कहते है ,क़ानून नौसिखियों की तरह नहीं बनता ,इसे
व्यवहारिक रूप में देखा जाता है ,जो अभी तक के इनके सभी बनाये गए क़ानूनों
में नहीं है ,सिर्फ मनमानी ,,अहंकार ,ज़बरदस्ती क़ानून बनाने के लिए क़ानून
बनाने का इरादा है ,,, राहगीरों की सुरक्षा ,वाहन चालकों के लिए साफ़ सुथरी
सड़क ,भारतीय सड़क सुरक्षानीति , दुर्घटनाग्रस्त लोगों के लिए कल्याणकारी
व्यवस्थाएं तो लागू नहीं की ,बस पकड़ो ,ज़बरदस्ती वाहन की क़ीमत से ज़्यादा
जुर्माना वसूल करों ,ड्राइवरों के लाइसेंस निरस्त कर उन्हें बेरोज़गार
करों ,, जुर्माने के खौफ से मालभाड़ा वृद्धि करवाकर ,, आम जनता की ज़रूरत की
चीज़ों के भाव बढ़वाओ ,, खुद तो कभी अपनी कार से चले नहीं , सरकारी कार
,सरकारी ड्राइवर ,,मज़े करते है और दूसरों के लिए परेशानी खडी करते है ,,
खेर अल्लाह ,ईश्वर से प्रार्थना है ,के इन्हे सद्बुद्धि मिले ,और जनता से
आग्रह है ,ऐसे अव्यवहारिक ज़िद्दी हुक्मरानों के खिलाफ सद्बुद्धि यज्ञ
करवाकर इन्हे जनहितकारी ,कल्याणकारी ,,सुरक्षात्मक ,,रोज़गार ,आर्थिक
स्वावलंबन की तरफ ध्यान देने की बुद्धि आये ऐसी प्रार्थना करें ,,, अख्तर
खान अकेला कोटा राजस्थान
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