...दी जी के पहले
धरती चपटी थी ,,दी ने उसे गोल किया
घरती घुमती नही थी ,,,दी ने उसे घुमना सिखाया
समुद्र सुखे थे ,,,दी ने पानी भरा
सूरज मे रोशनी नही थी मोदी ने रोशनी लाई
हिमालय पर बर्फ़ नही था ,,,दी ने वहॉ बर्फ़ जमाया
पहले भारत मे कुछ नही था
जो कुछ आज है सब ,,,दी ने किया
,,क्त जन समझे
धरती चपटी थी ,,दी ने उसे गोल किया
घरती घुमती नही थी ,,,दी ने उसे घुमना सिखाया
समुद्र सुखे थे ,,,दी ने पानी भरा
सूरज मे रोशनी नही थी मोदी ने रोशनी लाई
हिमालय पर बर्फ़ नही था ,,,दी ने वहॉ बर्फ़ जमाया
पहले भारत मे कुछ नही था
जो कुछ आज है सब ,,,दी ने किया
,,क्त जन समझे
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