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09 अक्तूबर 2018

रब्बुल आलमीन क्या चीज़ है

फिर जब मै आप लोगों से डरा तो भाग खड़ा हुआ फिर (कुछ अरसे के बाद) मेरे परवरदिगार ने मुझे नुबूवत अता फरमायी और मुझे भी एक पैग़म्बर बनाया (21)
और ये भी कोई एहसान हे जिसे आप मुझ पर जता रहे है कि आप ने बनी इसराईल को ग़ुलाम बना रखा है (22)
फ़िरऔन ने पूछा (अच्छा ये तो बताओ) रब्बुल आलमीन क्या चीज़ है (23)
मूसा ने कहाँ सारे आसमान व ज़मीन का और जो कुछ इन दोनों के दरम्यिान है (सबका) मालिक अगर आप लोग यक़ीन कीजिए (तो काफी है) (24)
फ़िरऔन ने उन लोगो से जो उसके इर्द गिर्द (बैठे) थे कहा क्या तुम लोग नहीं सुनते हो (25)
मूसा ने कहा (वही ख़ुदा जो कि) तुम्हारा परवरदिगार और तुम्हारे बाप दादाओं का परवरदिगार है (26)
फ़िरऔन ने कहा (लोगों) ये रसूल जो तुम्हारे पास भेजा गया है हो न हो दीवाना है (27)
मूसा ने कहा (वह ख़ुदा जो) पूरब पच्छिम और जो कुछ इन दोनों के दरम्यिान (सबका) मालिक है अगर तुम समझते हो (तो यही काफी है) (28)
फ़िरऔन ने कहा अगर तुम मेरे सिवा किसी और को (अपना) ख़ुदा बनाया है तो मै ज़रुर तुम्हे कै़दी बनाऊँगा (29)
मूसा ने कहा अगरचे मैं आपको एक वाजे़ए व रौशन मौजिज़ा भी दिखाऊं (तो भी) (30)

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