जयपुर डिस्कॉम की लाचारी का खामियाजा उठा रही है गरीब जनता- धारीवाल
कोटा । कोटा को इस्टइंडिया कंपनी की तर्ज पर लूटने आई केईडीएल कंपनी के मालिक गोइंका पर राज्य सरकार की पूरी मेहरबानी है जिसके चलते अपनी ही ठेकेदार कंपनी पर जयपुर डिस्कॉम का बैबस और लाचार बनी हुई है जबकि डिस्कॉम का काम है कंपनी पर सुपरविजन रखना। कंपनी कोटा में तमाम नियमों की धज्ज्यिां उडा कर रेगुलेशन की अवमानना कर जनता को लुटने पर अमादा हैं यह आरोप लगाया है पूर्व मंत्री शांति धारीवाल ने । पूर्व मंत्री ने बयान देते हुए कहा कि जयपुर डिस्काम की लाचारी और जनता के साथ हो रही लूट को लेकर विधायक प्रहलाद गुंजल समेत तीन विधायकांे ने कंपनी से सौदेबाजी कर रखी है। जिसकी वजह से वो मौन है यह जनता को समझ में आ गया है, ताज्जुब है कि एक सांसद और एक विधायक ही बोल रहे है। पूर्व मंत्री ने कहा है कि कलकत्ता के रास्ते भारत को लूटने आई ईस्ट इंडिया कंपनी की तरह यह कंपनी भी कलकत्ता से कोटा आई है और यहॉ के विधायकों ने इससे सांठगांठ ऐसी कर ली कि उन्होने अब तक एक बार इस कंपनी की गलत नितियो से जनता को हो रही परेशानीयो पर सरकार पर कभी जनता के हित में निर्णय लेने का न तो विधानसभा में और ना ही जयपुर में जाकर दबाव बनाया। पूर्व मंत्री धारीवाल ने कहा है कि साल 2013 तक कांग्रेस सरकार के वक्त सारे हॉस्टल्स का रेजिडेनशियल बिल आता था। सिर्फ वही हॉस्टल्स कॉमर्शियल श्रेणी में रखे गए थे, जिनमें हॉस्टल्स के अलावा बाहर के विधार्थी खाना खाने के लिए आया करते थे लेकिन साल 2015 में भाजपा सरकार में हॉस्टल्स को कार्मशियल मान लिया गया। यहॉ के जनप्रतिनिधीयो की कंपनी से मिलीभगत ने आज ऐसे हालात पैदा कर दिए है कि मजदूर दम्पत्ति को भी हजारो का बिल कंपनी थमा रही है । पूर्व मंत्री धारीवाल ने कहा है कि आखिर क्या कारण है कि स्मार्ट मीटर्स को लैब में क्यों टैस्ट नही करवाया जा रहा है और पुराने सरकारी मीटर्स को हटा करके स्मार्ट मीटर लगाने की क्या वजह है।
कोटा । कोटा को इस्टइंडिया कंपनी की तर्ज पर लूटने आई केईडीएल कंपनी के मालिक गोइंका पर राज्य सरकार की पूरी मेहरबानी है जिसके चलते अपनी ही ठेकेदार कंपनी पर जयपुर डिस्कॉम का बैबस और लाचार बनी हुई है जबकि डिस्कॉम का काम है कंपनी पर सुपरविजन रखना। कंपनी कोटा में तमाम नियमों की धज्ज्यिां उडा कर रेगुलेशन की अवमानना कर जनता को लुटने पर अमादा हैं यह आरोप लगाया है पूर्व मंत्री शांति धारीवाल ने । पूर्व मंत्री ने बयान देते हुए कहा कि जयपुर डिस्काम की लाचारी और जनता के साथ हो रही लूट को लेकर विधायक प्रहलाद गुंजल समेत तीन विधायकांे ने कंपनी से सौदेबाजी कर रखी है। जिसकी वजह से वो मौन है यह जनता को समझ में आ गया है, ताज्जुब है कि एक सांसद और एक विधायक ही बोल रहे है। पूर्व मंत्री ने कहा है कि कलकत्ता के रास्ते भारत को लूटने आई ईस्ट इंडिया कंपनी की तरह यह कंपनी भी कलकत्ता से कोटा आई है और यहॉ के विधायकों ने इससे सांठगांठ ऐसी कर ली कि उन्होने अब तक एक बार इस कंपनी की गलत नितियो से जनता को हो रही परेशानीयो पर सरकार पर कभी जनता के हित में निर्णय लेने का न तो विधानसभा में और ना ही जयपुर में जाकर दबाव बनाया। पूर्व मंत्री धारीवाल ने कहा है कि साल 2013 तक कांग्रेस सरकार के वक्त सारे हॉस्टल्स का रेजिडेनशियल बिल आता था। सिर्फ वही हॉस्टल्स कॉमर्शियल श्रेणी में रखे गए थे, जिनमें हॉस्टल्स के अलावा बाहर के विधार्थी खाना खाने के लिए आया करते थे लेकिन साल 2015 में भाजपा सरकार में हॉस्टल्स को कार्मशियल मान लिया गया। यहॉ के जनप्रतिनिधीयो की कंपनी से मिलीभगत ने आज ऐसे हालात पैदा कर दिए है कि मजदूर दम्पत्ति को भी हजारो का बिल कंपनी थमा रही है । पूर्व मंत्री धारीवाल ने कहा है कि आखिर क्या कारण है कि स्मार्ट मीटर्स को लैब में क्यों टैस्ट नही करवाया जा रहा है और पुराने सरकारी मीटर्स को हटा करके स्मार्ट मीटर लगाने की क्या वजह है।
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