आपका-अख्तर खान

हमें चाहने वाले मित्र

06 जुलाई 2018

ये ज़रूरी नहीं,

तू दौड़ में अव्वल आये ये ज़रूरी नहीं,
तू सबको पीछे छोड़ दे ये भी ज़रूरी नहीं,,
ज़रूरी है तेरा दौड़ में शामिल होना,
ज़रूरी है तेरा गिर कर फिर से खड़े होना,,
ज़िन्दगी में इम्तेहान बहुत होंगे,
आज जो आगे हैं कल तेरे पीछे होंगे,,
बस तू चलना मत छोड़ना,,,
बस तू लड़ना मत छोड़ना

कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें

दोस्तों, कुछ गिले-शिकवे और कुछ सुझाव भी देते जाओ. जनाब! मेरा यह ब्लॉग आप सभी भाईयों का अपना ब्लॉग है. इसमें आपका स्वागत है. इसकी गलतियों (दोषों व कमियों) को सुधारने के लिए मेहरबानी करके मुझे सुझाव दें. मैं आपका आभारी रहूँगा. अख्तर खान "अकेला" कोटा(राजस्थान)

Related Posts Plugin for WordPress, Blogger...