अखिल भारतीय राष्ट्रिय कांग्रेस कमेटी में राष्ट्रिय सचिव राजस्थान के
सहप्रभारी ,,तरुण कुमार ,उनकी आयु के हिसाब से चाहे तरुण से दिखते हो लेकिन
,,हाल ही में राजस्थान की पचास विधानसभाओ में उन्होंने जिस कामयाबी
,निर्गुटता ,सभी का हाथ कांग्रेस के साथ ,वाले फार्मूले को लेकर ,,मेरा बूथ
मेरा गौरव कार्यक्रम का सफलतापूर्वक आयोजन करवाया है उससे तो वोह तरुण
होकर भी सबसे अलग ,सबसे जुदा सबसे परिपक्व साबित हुए है ,तरुण कुमार को
राष्ट्रिय अध्यक्ष राहुल गांधी ,प्रदेश प्रभारी अविनाश पाण्डेय ने जो
ज़िम्मेदारी दी है उसे उन्होंने बखूबी ,ईमानदारी ,,त्वरित ,कामयाबी के साथ
निभाई है ,तरुण कुमार राहुलगांधी के निर्देश पालन में अव्वल आकर ,,उनकी
कसौटी पर खरे साबित हुए है ,तरुण कुमार के पास कोटा सहित पचास विधानसभा
क्षेत्रो में कांग्रेस को मज़बूत करने का प्रभार है ,,तरुण कुमार के लिए
पचास विधासनभा क्षेत्रो में गुटबाज़ी ,शिकवे शिकायत के माहौल में ऐसे
कार्यक्रम करवाना मेंढ़क तोलने की तरह था ,लेकिन उन्होंने अपने प्यार ,अपनी
मोहब्बत ,सभी को साथ लेकर चलने के हुनर के साथ इसे कामयाब कर दिखाया है
,,इस कार्यक्रम को लेकर राजस्थान की कई विधानसभाओ में हंगामे हुए ,विरोध
हुआ ,लेकिन तरुण कुमार के नेतृत्व वाले विधानसभा खासकर कोटा संभाग की
विधानसभा क्षेत्रों में जो अटूट कामयाबी मिली है उससे कांग्रेस की मज़बूती
का संदेश जाने से भाजपा में हड़कंप मचा हुआ है ,,तरुण कुमार को कामयाबी का
यह हौसला ,यह फार्मूला उनके छात्र जीवन के अनुभवों ,,दिल्ली कॉर्पोरेटर
चुनाव की रणनीति ,दलितों के लिए संघर्ष ,,कांग्रेस के लिए मर मिटने के
जज़्बे के साथ मिला है ,,तरुणकुमार ,सहज ,सरल ,सादगी भरे माहौल में इनके
प्रभार क्षेत्र के कार्यकर्ताओं से सरलता से मिलते है ,हमेशा एवेलेबल रहते
है ,हर कार्यकर्ता इनसे मिलकर अपनी बात कहने की हिम्मत कर पाता है ,इसीलिए
शिकवे शिकायत के बाद गुस्सा यहीं शांत हो जाता है ,काफी समस्याओं का समाधान
भी होता ,है ,,तरुण कुमार प्रथम बार जब कोटा आये थे तब अलबत्ता इनके
प्रभार क्षेत्रों में नए होने से कुछ वरिष्ठ लोगों ने इन पर प्रभाव जमाने
की कोशिश की थी ,कुछ ने इन्हे प्रलोभन देकर अपनी तरफ करने की कोशिश की ,तो
कुछ ने इन्हे दबाव में लेने की कोशिश की ,लेकिन कांग्रेस के इस सिपाही ने
,अपने प्रभार क्षेत्र वाली विधानसभा क्षेत्रों में सभी ऐसी दुर्भावनाओं को
ध्वस्त कर दिखाया जो पक्षपात करने को मजबूर करती है ,तरुण कुमार आज मेरा
बूथ मेरा गौरव कार्यक्रम के समापन के दौर में ,परिपक्व ,अनुभवी , कुशल
वक्ता ,,आक्रामक ,,कार्यकर्ताओं के लिए संवेदनशील ,,कांग्रेस के सम्पर्पित
सिपाही साबित हुए ,आज कांग्रेस में सभी आँतरिक गुटों के कांग्रेस जन ,तरुण
कुमार के प्रभार नेतृत्व में खुद को निर्गुट ,महफूज़ ,,समझते है ,,उन्हें
लगता है उनकी संवेदनाये सुनकर हाईकमान तक पहुंचाने के लिए एक माध्यम उनके
पास आ गया है ,,तरुण कुमार अगर अपने प्रभार क्षेत्र में हर यात्रा के
दौरान जिला अध्यक्ष को सभी ब्लॉक अध्यक्ष ,सभी प्रदेश कांग्रेस कमेटी सदस्य
,पदाधिकारियों को व्यक्तिगत सुचना देकर उनकी बैठक आयोजित करें ,,पृथक पृथक
उनके सुझाव ,उनकी शिकवे शिकायत ,सुने संगठन के नाम पर आयोजित ,ऐसे किसी भी
कार्यक्रम में न जाए जिसमे क्षेत्र के जिला अध्यक्ष ,ब्लॉक अध्यक्ष
,प्रदेश कमेटी के पदाधिकारी ,प्रदेश कमेटी के सदस्यों ,,पूर्व विधायक
,पूर्व सांसद सहित वरिष्ठ लोगो को सम्मान के साथ बुलाया न गया हो ,उनके
सम्मानित तरीके से बैठने की व्यवस्था न की गयी हो ,अगर ऐसा होने लगा तो
खुद को तुर्रम खां समझने वाले जिला अध्यक्षों ,,वरिष्ठ नेताओं की नाक में
नकेल डलेगी और जो लोग ,कांग्रेस के संगठनात्मक ढांचे के बगैर ,ब्लॉक
अध्यक्षों ,प्रदेश कांग्रेस कमेटी सदस्यों ,पदाधिकारियों ,पूर्व सांसद
,विधायकों ,वरिष्ठ नेताओं के बगैर उनकी उपेक्षा कर कार्यक्रम आयोजित कर ऐसे
पदाधिकारियों का अपमान कर कांग्रेस में गुटबाज़ी पैदा करते है ,,,उनकी
कांग्रेस तोड़ने की ऐसी साज़िशो पर रोक लगेगी ,तरुण कुमार को संगठन की तरफ से
जारी होने वाले पोस्टरों पर भी निगरानी रखना होगी ,टोका टाकी करना होगी
,वरना ,बैनर ,,पोस्टरों में कुछ पदाधिकारियों ,सदस्यों ,,वरिष्ठ नेताओ की
फोटो की उपेक्षा होने से कांग्रेस बँटी हुई दिखती है और कई बार उपेक्षित
पदाधिकारी अंदर ही अंदर गाँठ बाँध कर बदले की भावना में ग्रस्त हो जाता है
,तरुण कुमार यह सब कर पा रहे है ,उनके प्रबंधन की पहुंच ज़मीन से जुड़े
नेताओं ,ज़मीन से जुड़े कार्यकर्ताओं और ज़मीन पर बैठे कार्यकर्ताओं तक ,है
वोह खुद छोटे कार्यकर्ताओं के पास जाकर उनके कार्यों की सराहना करते है
,हौसला अफ़ज़ाई करते है ,उनकी पीठ थपथपाते है ,इसीलिए तो उनके प्रभार क्षेत्र
में कुछ विधानसभा क्षेत्रों में विरोधाभास माहौल होने पर भी तरुण कुमार के
नेतृत्व ,राहुल गाँधी के निर्देशों पर पचास में से पचास प्रभारित विधानसभा
सीटों पर कांग्रेस में उत्साह ,कार्यकर्ताओं में समर्पण ,अनुशासन होने की
वजह से हर हाल में सभी विधानसभा सीटों पर कांग्रेस सिर्फ कांग्रेस ही
जीतेंगी ,,,ऐसे अनुभवी ,,हर दिल अज़ीज़ ,,आम कार्यकर्ताओं की आवाज़ बने भाई
तरुणकुमार को सेल्यूट ,,अख्तर खान अकेला कोटा राजस्थान
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