वकील साथियों ,सियासत ,,निजी सोच से ऊपर उठो ,वरना यूँ ही रोज़ टुकड़ो में
बांटे जाकर ,दो कोड़ी के जाहिल नेताओ द्वारा उल्लू बनाये जाओगे ,,कोटा ने
खूब देख लिए वायदे ,खूब देख लिए फ़र्ज़ी भाषण ,उदयपुर में वकीलों को उल्लू
,बनाया , कमेटी ,वार्ता के नाम पर एक सुनियोजित गेम हुआ ,पहले दो कोड़ी के
मंत्री के बयांन फिर कथित भूख हड़ताल ,फिर चिट्ठी ,,फिर वार्ता ,फिर
दावेदारी के लिए कमेटी ,लेकिन अभी तक बाबा जी का ठुल्लू ,न सूत न कपास
लट्ठम लट्ठा ,जयपुर ,हड़ताल ,जोधपुर हड़ताल ,,उदयपुर ,हड़ताल ,कोटा हड़ताल
,बीकानेर हड़ताल ,,,हमे उदयपुर के वकील साथियों को उनके नेतृत्व ,उनके
मंत्रियों ,मुख्यमंत्री ने जो मामू बनाया है उसके लिए सभी को उनसे हमदर्दी
है ,,वकील साथियों ,एक बार पक्षकारों के हित में सोच कर देखिये ,सभी संभागो
के हालात दावेदारी खुद ही निष्पक्ष कमेटियां बनाकर देखिये ,सोचिये ,दूर
दराज़ के लोग ,छोटे वकीलों के लिए इन्साफ की स्थिति क्या है ,,संविधान की
भावना सस्ता ,सुलभ ,त्वरित न्याय दिलवाना है ,बरसो पहले जब, राज्य की जन
संख्या तीन करोड़ थी ,आज सात करोड़ है ,,मुक़दमो की संख्याओं में तीन सो फीसदी
की बढ़ोतरी हुई है ,हायकोर्ट जजों की संख्या वही ,,वोह भी कुछ खाली रहते
है ,न्यायिक अधिकारियो के लिए सेठी आयोग की रिपोर्ट अभी तक लागू नहीं
,संवैधानिक प्रावधान के तहत वकीलों के आरक्षण से नियुक्त किये जाने वाले
जिला जज और दूसरे जजों में कथित असंवैधानिक नियम बनाकर हिस्सेदारी कम कर दी
गयी है इस पर विचार किया जाए ,विचार किया जाए ,,कोटा संभाग में अगर
हाईकोर्ट की सर्किट बेंच चाहिए तो जोधपुर जयपुर वाले भी साथ दे ,उदयपुर में
भी अगर सर्किट बेंच चाहिए तो सभी मिलकर साथ दे ,अगर कोटा उदयपुर एक एक
सर्किट बेंच आ भी जाए तो किसी को कोई ऐतराज़ नहीं होना चाहिए ,लेकिन कोई
मुख्यमंत्री साहिब के यहां नौकरी करते है ,कोई गुलामों की तरह से हाथ बांधे
खड़े रहते है ,हम लोगो में से ही अपने निजी स्वार्थ के लिए केंद्र की वकालत
पेनल के लिए भी ऐसा ही करते ,है दोस्तों हम एक बार सिर्फ एक बार संविधान
के रक्षक ,,पक्षकारो के ,हितेषी सस्ते ,सुलभः ,त्वरित न्याय के अलम्बरदार
बनकर ,,खुद को ईमानदार वकील बनाकर देखे ,,इंसाफ दिलाने वाला ज़िम्मेदार वकील
बनाकर सोचे ,,रोज़ी ,,रोटी देने का काम अल्लाह ईश्वर का है ,,कोटा में
सर्किट बेंच अगर खुली तो जयपुर वालों की आमदनी में कोई खास फ़र्क़ नहीं पढ़ेगा
,,उदयपुर में अगर सर्किट बेंच खुली तो जोधपुर वालों को कोई भारी नुकसान
नहीं होगा ,लेकिन गुणवत्ता बढ़ेगी ,,इंसाफ त्वरित होगा ,भाईचारा बढ़ेगा ,,कई
सालों से जो हम आपस में अलग अलग बंट कर ,सियासी विचारधाराओं में रहकर एक
दूसरे को नीचा दिखाने का सियासी पार्टियों के औज़ार बनकर जो गंदा खेल खेल
रहे है न इसे बंद करना होगा ,हमे आपस में संयुक्त वार्ताए शुरू कर एक जुट
होकर पुरे राजस्थान के वकीलों को एक जुट होकर ईमानदारी से ,,सर्किट बेंच की
दावेदारी जताना होगी ,, संविधान के प्रावधान के तहत राजस्थान सरकार
,केंद्र सरकार और हायकोर्ट पर संयुक्त दबाव बनाना होगा ,,तभी सबके भले में
हमारा भला होगा ,,अख्तर खान अकेला कोटा राजस्थान
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