राजस्थान में एक मंत्री ने केंद्र सरकार द्वारा हाईकोर्ट बेंच के प्रस्ताव
मांगने की बात स्वीकार कर ,,अलग अलग संभागों में चल रहे हाईकोर्ट बेंच की
मांगो के दावों को हवा दे दी है ,इस मामले में उदयपुर संभाग में तो
राजनीतिक गर्माहट है ,लेकिन कोटा संभाग में भी अब पक्षकार ,,वकील साथी
मिलकर सत्ता पक्ष से जुड़े निर्वाचित जन प्रतिनिधियों से सीधे सड़को पर
निपटने के लिए तैयार है ,,,उदयपुर में तो चाहे गुलाब कटारिया हो ,चाहे
श्रीचंद कृपलानी हो ,चाहे शांतिलाल चपलोत हो सभी पार्टी के नेता एक स्वर
में हाड़ोती की बेंच का दावा प्रबल नहीं होने पर भी कृत्रिम आंकड़े दर्शा कर
दावेदारी जता रहे है ,,जबकि कोटा संभाग के प्रबल दावेदार होने पर भी यहां
थूक कर चाटने वाले भाजपा के नेता अब इस मुद्दे से भाग रहे है जबकि अभिभाषक
परिषद की संघर्ष समिति अब इस मामले में गंभीर है वोह ऐसे जनप्रतिनिधि
जिन्होंने चुनाव के पहले अभिभाषकों को लिखित में आश्वासन दिए अब वोह अलग
होकर इसे जुमला मात्र अगर समझाना चाहते है तो ऐसे लोगो से सड़को पर निपटा
जाएगा उनकी वायदा खिलाफी आम जनता तक पहुंचाई जायेगी ,,उदयपुर में तो
हाईकोर्ट की मांग को लेकर शांतिलाल चपलोत भूख हड़ताल पर बैठने की नौटंकी कर
रहे है ,,लेकिन कोटा अभिभाषक परिषद के पूर्व कोषाध्यक्ष बेस्ट आर्बिट्रेटर
एड्वोेक्ट रामगोपाल चतुर्वेदी ने कल इस मामले में घोषणा की है के अगर
अभिभाषक परिषद कोटा इस मामले में भूख हड़ताल का कोई भी निर्णय लेगी तो वोह
,,आमरण अनशन पर वकीलों के हित संघर्ष में अनिश्चितकाल के लिए बैठ जाएंगे
,,रामगोपाल चतुर्वेदी भाजपा नेताओं की झूंठ ,,फरेब से दुखी होकर कहते है
सारा शहर जानता है यह लोग यहां आकर चुनाव के पहले उकसाते थे ,समर्थन करते
थे एक रूपये में ,मुफ्त में प्लाट देने की बात करते थे ,केंद्र और राज्यों
में कड़ी से कड़ी मिलकर भाजपा की सरकार आने पर ,,कोटा में हाईकोर्ट बेंच
तुरंन्त खुलवाने का लिखित आश्वासन देते थे ,उनके दावे अब कहा है वोह कहते
है जो नेता वकीलों और पीड़ित पक्षकारों के साथ खुली धोखेबाज़ी कर सकते है वोह
आम जनता के क्या सगे होंगे ,,रामगोपाल चतुर्वेदी कोटा अभिभाषक परिषद के
चहेते ,,लाडले ,,हर दिल अज़ीज़ अधिवक्ताओं में से एक है ,वोह हमेशा
कार्यस्थगन के मुखालिफ रहे है लेकिन वर्तमान हालातों में कोटा के वकीलों
पक्षकारो के साथ केंद्र सरकार और राजस्थान में बैठे भाजपा के
जनप्रतिनिधियों द्वारा जो लिखित आश्वासन देकर जो धोखाधड़ी की है उससे वोह
आहत होकर वकीलों की इस जंग में वोह अपने प्राणों की आहुति भी देने को
तैयार है ,,रामगोपाल चतुर्वेदी ने आश्वस्त किया के उदयपुर में शांतिलाल
चपलोत है वैसे कोटा में भी वकील पृष्ठभूमि से कई जनप्रतिनिधि है लेकिन
उनसे जनहित में पक्षकारों के हित में वकीलों के हित में कोटा संभाग के
स्वाभिमान के संघर्ष में किसी भी प्रकार की मदद की उम्मीद नहीं रही है
,इसलिए राजस्थान में अगर सर्वपर्थम हाईकोर्ट बेंच की कोई प्रबल दावेदारी है
तो वोह सर्वपर्थम कोटा संभाग की दावेदारी मज़बूत है ऐसे में हर हाल में
हाड़ोती कोटा संभाग में ही हाईक्रोट बेंच का प्रथम प्रस्ताव जाकर रहेगा इसके
लिए चाहे उन्हें अभिभाषक परिषद के आंदोलन के दौरान सभी जनप्रतिनिधियों के
इंकार करने ,थूक कर ,चाटने ,जो कहा है ,जो लिखित आश्वासन दिया है उससे
मुकरने पर वोह खुद स्वेच्छा से मांग पूरी होने तक अनिश्चित कालीन आमरण अनशन
पर बैठेंगे ,,इसके लिए या तो हाईकोर्ट बेंच का प्रथम प्रस्ताव उदयपुर से
पहले कोटा का जाएगा या फिर प्राण त्यागने तक आमरण अनशन जारी रहेगा
,,,जांबाज़ रामगोपाल चतुर्वेदी एडवोकेट के इस जज़्बे को सलाम ,,,अख्तर खान
अकेला कोटा राजस्थान
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