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23 मई 2018

क्या कहिये कोटा संभाग से विधायक बनाकर जिसे मुख्यमंत्री बनाया ,कोटा संभाग में हायकोर्ट मुद्दे को भड़काकर जिन्हे सो फीसदी जिताया वही बेवफा हो गए

एक थी फिल्म बेवफा सनम ,,बस क्या कहिये कोटा संभाग से विधायक बनाकर जिसे मुख्यमंत्री बनाया ,कोटा संभाग में हायकोर्ट मुद्दे को भड़काकर जिन्हे सो फीसदी जिताया वही बेवफा हो गए और कोटा हाईकोर्ट बेंच की सम्भावनाये खत्म करते हुए ,,बेवफा सनम ने ,,उदयपुर हायकोर्ट बेंच के प्रस्ताव तैयार करने के लिए हाईपावर कमेटी गठित कर दी ,कोटा के वकील इस मांग को लेकर हड़ताल पर है ,कल भी हड़ताल पर रहेंगे ,लेकिन अफ़सोस इन बेवफा सनम बने जनप्रतिनिधियों को न तो शर्म है न हया है ,,वकील साथी लिहाज़ कब तक करेंगे ,खेर 29 मई को सर्वदलीय बैठक है ,,सभी जनप्रतिनिधि ,,व्यापारी ,,किसान पक्षकार प्रतिनिधि को बुलाया गया है ,कितने कोटा बार एसोसिएशन की बैठक में आते है ,कितने बहाने बनाते है ,,कितने मक्खन लगाते है ,,कितने आउट होते है ,यह तो वक़्त बताएगा ,लेकिन हम 29 के सभी विचारधाराएं छोड़कर अगर सिर्फ वकील सिर्फ वकील नहीं बने तो हम इन भितरघातियों से मुक़ाबला नहीं कर पाएंगे और थाली में परोस कर हाईकोर्ट बेंच कोटा का हक़ त्याग कर कहीं और चली जायेगी ,कोटा संभाग के लोग विशाल ह्रदय के है ,उन्हें कहीं और भी अगर हायकोर्ट बेंच की सर्किट बेंच दी जाए तो ऐतराज़ नहीं ,लेकिन कोटा का पहला हक़ है इसलिए यहां का हक़ ,यही के निर्वाचित प्रतिनिधियों द्वारा बेवफाई कर बेहयाई के साथ अगर किसी दूसरे को दिया जाए तो अफ़सोस होता है ,,कोटा संभाग में क्या झालावाड़ की विधायक ,क्या झालावाड़ के सांसद ,क्या केशव राय पाटन के विधायक ,क्या चार चार मंत्री दर्जा पदाधिकारी ,,कोटा के सांसद ,,अंता के विधायक सहित प्रतिनिधि आएंगे वक़्त बताएगा ,,खेर वकीलों की जंग है वकील साथियों को लड़ना है ,कोटा के कार्यकारी अध्यक्ष अतीश सक्सेना ,महासचिव जितेन्दर ,पाठक ,अमित शर्मा ,अभिषेक पाठक ,महेंद्र गुप्ता ,कार्यकारिणी सदस्य ,संघर्ष समिति से जुड़े लोग अभी आंदोलन तेज़ी से चला रहे है ,कल सद्बुद्धि यज्ञ है ,,काम बंद है ,,बारां में कल हड़ताल है ,झालावाड़ ,,बूंदी ,रावतभाटा का भी समर्थन है ,,कोटा संभाग के वकील यहां की आम जनता कोटा के हक़ के लिए संघर्ष करने में सक्षम है और इस संघर्ष में कोटा के वकील एक जुट होकर यह संघर्ष जीतेंगे भी ,,,,,बस एक सवाल मेरे उन भाइयों से जिन्होंने हाल ही में कोटा संभाग के प्रत्याक्षियों से बेवफाई कर ,,,हाल में हुए बार कौंसिल चुनाव के प्रतिनिधि निर्वाचित करने के लिए अपना अमूल्य वोट संभाग के प्रत्याक्षियों को नहीं देकर पचास फीसदी के लगभग प्रत्यक्ष अप्रत्यक्ष वोट बाहरी उम्मीदवारों को दिए है ,,यह उम्मीदवार वर्तमान चुनाव में बेहतरीन स्थिति में भी है कुछ हमारे बेवफा सनम साथियों के पहले ,दूसरे ,तीसरे वोट से जीत भी गए है ,हमारे इन साथियों से निवेदन है यह इनकी अपनी पहली पसंद ,,दूसरी ,तीसरी पसंद के निर्वाचित या निर्वाचित होने वाले बार कोनसीलर्स से ,,कोटा संभाग में हाईकोर्ट बेंच के हक़ में एक दो अलफ़ाज़ का बयांन तो दिलवा दे ,अगर बयान नहीं दिलवा सकते तो जो कोटा का विरोध है उसे ही इन लोगो से रुकवा दे ,क्या ऐसा हो सकेगा ,या पहली ,दूसरी ,तीसरी ,चौथी पसंद के यह बाहरी उम्मीदवारों का प्यार यूँ ही जाया ,यूँ ही बेकार जाएगा ,,,,अख्तर खान अकेला कोटा राजस्थान

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