राजस्थान सरकार गांयों के संरक्षण ,,संवर्धन ,,और शहरी ढाँचे के रखरखाव के
लिए ,,,स्टाम्प ड्यूटी टेक्स के नाम पर आज दिनांक तक लगभग आठ सो करोड़
,,यानी आठ अरब रूपये आम जनता से वसूलने के बाद भी इस क्षेत्र में कोई
कार्यवाही नहीं कर पायी है ,,,सुचना के अधिकार अधिनियम के तहत ,,सरकार की
यह वसूली ,सामने आयी है ,,राजस्थान में गांयों के संरक्षण के लिए सरकार ने
स्टाम्प खरीद पर दस प्रतिशत जबरिया टेक्स लगाया जो आम जनता ने अपना कर्तव्य
निभा कर दिया ,,इस टेक्स की वसूली का आँकड़ा विभाग में अब तक अपडेट
नहीं है ,,अगर है तो आधा अधूरा और गुमराह करने वाला है ,ऐसी ही दस प्रतिशत
वसूली ,राजस्थान सरकार ने शहरी आधारभूत ढांचा विकसित करने के नाम पर वसूला
है ,,मेने इस मामले में एकत्रित टेक्स राशि की सूचना चाही तो आश्चर्य हुआ
के अप्रेल माह तक भी दिसम्बर दो हज़ार सत्राह की सुचना विभाग के पास नहीं
थी सुचना में राशि के जोड़ में अंतर् जानबूझ कर गुमराह करने के लिए किया
गया जबकि तीन माह में यह वसूली सिर्फ ज़ीरों राशि की बतायी गयी है जबकि सभी
जानते है के स्टाम्प की खरीद दिन प्रतिदिन होती है ,,,,विभाग द्वारा दी गयी
सुचना को ही अगर हम माने तो कोटा से लगभग इस मद में अब तक चार करोड़ से भी
अधिक की राशि वसूली गयी है जबकि पुरे राजस्थान में यह आठ सो करोड़ रूपये
यानी आठ अरब से भी अधिक की राशि बनती है जिसमे से चार सो करोड़ यानी चार अरब
रूपये गांय संरक्षण ,,गांय संवर्धन के नाम पर ,,इतनी ही राशि शहरी ढांचा
के नाम पर वसूली है जिसका अब तक कोई हिसाब ,खर्च नहीं है ,,न ही वसूली राशि
को सही जगह उपयोग करना साबित हुआ है ,इस मामले में मेने जो सेवको
,,राष्ट्रभक्तो ,,सर और सर के अधीनस्थ लोगो को ,सोशल मिडिया के ज़रिये अवगत
कराया है ,,,खुद आदरणीय प्रधानमंत्री साहिब को सम्पूर्ण जानकारी के साथ
आवश्यक कार्यवाही करने की मांग करते हुए डाक द्वारा लिखित और ज़रिये ई मेल
शिकायत भेजी है ,लेकिन अब तक किसी के कान में जूं नहीं रेंगी है ,,अफ़सोस
है ,अफ़सोस है ,,गांय को माता कहने वाले लोग ,,जो गांय के लिए सड़को पर लोगो
की हत्या कर रहे है ,,जो विधायक ,,गांय के हत्यारों को संरक्षण दे रहे है
,,जो सरकार इस नाम पर एनकाउंटर कर रही है ,,वही सरकार गांय के संवर्धन के
नाम पर आम जनता से वसूली की गयी चार सो करोड़ के लगभग राशि खुर्द बुर्द कर
बैठी है ,,गांय के संरक्षक ,,राष्ट्रभक्त और कथित राष्ट्रभक्त संगठन इस
मामले में अभी तक खामोश है ,,उन्होंने बेज़ुबान ,,माँ का रूप धारण किये हुए
पूजनीय गांयों को इन्साफ दिलाने के लिए कोई क़दम नहीं उठाया है ,,न ही कोई
प्रयास अब तक किया है ,सरकार का भी कोई स्पष्टीकरण ,,,कोई आँकड़ा नहीं आया
है ,,गांय के लिए पहले भी सरकारें बजट देती थी ,लेकिन राजस्थान में उस बजट
,गौ सेवा आयोग ,,गांय संरक्षण के नाम पर अतिरिक्त वसूली गयी यह राशि कहाँ
गयी कोई हिसाब तो बताओ ,,क्योंकि इसमें वसूली गयी राशि सरकार की नहीं
,,,हमारी अपनी है ,,हमसे वसूली गयी यह राशि है इस आठ सो करोड़ रूपये की राशि
का हिसाब हमे मांगने का हक़ है ,,,अख्तर खान अकेला कोटा राजस्थान
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें
दोस्तों, कुछ गिले-शिकवे और कुछ सुझाव भी देते जाओ. जनाब! मेरा यह ब्लॉग आप सभी भाईयों का अपना ब्लॉग है. इसमें आपका स्वागत है. इसकी गलतियों (दोषों व कमियों) को सुधारने के लिए मेहरबानी करके मुझे सुझाव दें. मैं आपका आभारी रहूँगा. अख्तर खान "अकेला" कोटा(राजस्थान)