दोस्तों
आगामी 28 मार्च ,,बार कौंसिल के चुनाव की तैयारियां ,,,में अख्तर अली खान
अकेला ,,प्रत्याक्षी सूचि में 54 नंबर पर प्रथम वरीयता वोट का आकांक्षी
,लेकिन वोटिंग प्रलोभन ,एडवोकेट एक्ट ,,बार कौंसिल निर्वाचन नियम की धारा
34 (6) व् अन्य प्रावधानों में निष्पक्ष चुनाव प्रणाली में वोटर्स को
प्रलोभन नियमो का खुला उलंग्घन कोई पर्यवेक्षण नहीं ,,दोस्तों मेरे पास कुछ
भी नहीं सिवाय सिवाय मोहब्बत ,,प्यार ,,खिदमत ,,संघर्ष ,,हमेशा साथ
निभाने की कोशिशों के सेवा ,मेरे पास कुछ भी नहीं ,आपके हक़ संघर्ष के लिए
निष्पक्ष लेखन ,निष्पक्ष बेबाक संघर्ष कर साथियों को मनमाने नियमों से
बचाने के सिवा ,,मेरे पास सिर्फ और सिर्फ आपका साथ ,,आपका विश्वास ,,आपका
भरोसा ,,आपकी समस्याओ के समाधान का संघर्ष है ,वकील साथियों मेरे पास कोई
महंगी गाड़ियां नहीं ,,मेरे पास कोटा होटल सी ऐ डी चौराहा व् अन्य जगह पर
पार्टी ,,भोज पार्टी देने का ग़ैरक़ानूनी साहस नहीं ,मेरे पास साथियों को
गुमराह कर उन्हें भोज पार्टियों ,में उलझाकर वोट मांगने का दुस्साहस नहीं
,कैलेंडर ,स्मारिकाएँ ,डायरेक्टरियाँ बांटकर वोट मांगने का दुस्साहस भी
मेरे पास नहीं ,,छोटी छोटी बार एसोसिएशन को चेक देकर आर्थिक मदद देने का
प्रलोभन भी मेरे पास नहीं है ,,,मेरे पास खुलेआम सोशल मिडिया ,,वाट्सएप्प
पर वकील वोटरों के लिए मनचाहा भोज करवाने की अपील भी नहीं ,क्योंकि में
जानता हूँ मेरे वकील साथी ,,डबल ग्रेजुएट है ,,मेरे वकील साथी स्वाभिमानी
है ,,मेरे वकील साथी ,,बार कौंसिल ऑफ़ राजस्थान को बदलने ,,सिस्टम को वकीलों
के हक़ में पलटने ,,छोटी छोटी बार एसोसिएशन को बार कौंसिल का फायदा मिले
,,वोट खरीदने का दुस्साहस करने वालों को मेरे साथी सबक़ सिखाने की ठान चुके
है ,मेरे स्वाभिमानी साथियों ,,आपके स्वाभिमान ,मान सम्मान की रक्षा के लिए
,आपके हर दुःख दर्द ,,समस्या में में आपके साथ था ,और आगे भी रहूँगा ,,बस
यही साहस ,,यही प्यार ,,यही मोहब्बत ,,तुम्हारा दिया गया हौसला ही मेरे पास
है ,,मेरी गुज़ारिश है आपका एक वोट ,,इस बार कौंसिल ऑफ़ राजस्थान को
पुनर्जीवित कर ,बदल सकता है ,,यह बार कौंसिल हर छोटे वकील की प्रतिनिधि बन
सकती है ,यह बार कौंसिल वकीलों की मार्कशीट ,,डिग्रियां जांचने के नाम पर
उनका अपमान करने की जगह वकील साथियों के सम्मान की ,स्वाभिमान की रक्षक बन
सकती है ,यह बार कौंसिल वकीलों के कल्याण व्यवस्थाओ की सर्वोच्च संस्था बन
सकती है ,,जो वकील रिनिवल ,,वेलफेयर फंड ,व् अन्य प्रक्रिया की वजह से वोटर
लिस्ट में नहीं है ,जो वकील रिनिवल नहीं होने की वजह से वकालत करने लायक
नहीं रह गए है ,,ऐसे सभी साथियों को एक जुट एक साथ कर उन्हें इंसाफ मिलेगा
,,व्यक्तिगत रूप से किसी भी वकील साथी को लिखित रजिस्टर्ड नोटिस के बगैर
उसकी सदस्य्ता के बारे में कोई फैसला निर्धारित समयावधि पूर्ति के लिए दिए
बगैर उनकी वोटर सदस्य्ता पर कोई तलवार नहीं लटकना चाहिए ,,दोस्तों सच यही
है ,,में प्रत्याक्षी हूँ ,में 54 नंबर हूँ ,,मेरे पास तुम्हारा प्रथम
वरीयता का वोट मांगने के लिए आपका ,प्यार ,,विश्वास ,,मोहब्बत ,,आपके लिए
संघर्ष का वायदा है ,,जो कुछ गलत हो रहा है उसे बदलने का साहस है ,ऐसा कोई
भी काम जो निर्वाचन नियमो को प्रभावित कर मेरे वकील साथियों के स्वाभिमान
पर अंगुली उठाये ,वोह दुस्साहस मुझ में नहीं ,है ,,दोस्तों ,,,वकीलों के हक़
संघर्ष ,नई संघर्षशील ,स्वाभिमानी ,,कर्मठ ,,नए इरादों के साथ काम करने
वाले वकीलों के हक़ संघर्ष की बार कौंसिल निर्माण के लिए मुझे 54 नंबर पर
मेरे इन इरादों को मज़बूत करने के लिए मुझे प्रथम वरीयता का वोट देकर
अनुग्रहित करे ,,ऐसे लोग जो वकीलों को खरीद फरोख्त का साधन ,प्रलोभन देकर
प्रभावित करने का साधन समझकर उनका मखौल उढ़ा रहे है उनसे सावधान ,,कोटा में
एक छोटी बार को खरीदने के लिए खुला चेक देने वाले एक प्रत्याक्षी को
प्रवास के दौरान कोटा के एक वरिष्ठ पदाधिकारी प्रत्याक्षी ने खरी खोटी भी
सुनाई है ,,,,अख्तर अली खान ,,अकेला ,,मत पत्र क्रमांक 54 प्रत्याक्षी बार
कौंसिल ,,न्यायालय परिसर कोटा राजस्थान
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