वकील साथियों आगामी 28 मार्च को ,पुरे नो साल बाद ,,,चार साल की प्रशासक
निति की देरी के बाद ,,होने जा रहे ,बारकोंसिल चुनाव में ,,मेरा मतपत्र
क्रमांक 54 है जबकि मेरे मतपत्र क्रमांक से तीन गुना ,,162 उम्मीदवार थे
,,इस चुनाव में पुराने मेरे बढे भाइयों ने जो कुछ भी ,,किया ,जो कुछ नहीं
किया सभी आप वकील साथियों के सामने है ,,,आप सनद प्राप्तृकता ,,लाइसेंसी
निर्धारित समयावधि वाले वकील कैसे बन गए ,,आपकी लाइसेसं की एक्सपायरी कब हो
गयी ,आपको पता ही नहीं ,,आप का रुपया कहाँ किस मद में खर्च हुआ
है ,आप तक हिसाब नहीं ,,आपका रुपया लाखो की संख्या में आपसे बगैर पूंछे
कहाँ दिया गया ,,क्यों दिया गया ,,,आपसे पूंछा ही नहीं ,,दुरदराज़ का वकील
साथी ,,बार कौंसिल के चुनाव का सपना क्यों नहीं देख सकता ,,क्षेत्रीय
सदस्य्ता नहीं होने से यह मुमकिन ही नहीं ,,नो साल की आमदनी ,,पाई पाई के
खर्च का हिसाब वेबसाइट पर अब तक नहीं ,,क्या उपलब्धि है ,,क्या वकील
साथियों के जज के संघर्ष में कोई साथ था ,क्यों तोड़ी ,,कैसे तोड़ी ,,हड़ताल
क्या किसी को पता है ,,क्या कोई ब्रिलिएंट वकीलों के लिए कोई बढ़ी सेमीनार
,,,प्रशिक्षण कार्यक्रम ,प्रदेश स्तरीय स्थाई कोचिंग व्यवस्था की गयी
,,,क्या कोई नए वकीलों को ,कोटा अभिभाषक की तर्ज़ पर मासिक भत्ता देने की
व्यवस्था की गयी ,कोटा अभिभाषक परिषद मृतक आश्रित वकील परिवार को तीन लाख
दे सकती है तो फिर ,,यह बार कौंसिल करोडो के फंड के बाद भी सिर्फ ढाई लाख
क्यों दे रही है ,,बारकोंसिलर की संख्या 1961 से ज़िलों में ,,जनसंख्या में
,वकीलों की संख्या में कई गुना वृद्धि होने पर भी बढ़ाई क्यों नहीं गयी
,,,,लाखो रूपये कमाने वाले सक्षम वकील साथियों से कुछ अंशदान कल्याण कोष
में देने के मामले में रिक्वेस्ट क्यों नहीं की गयी ,,वकील कोटे से जज का
अनुपात दोहरे तरीके से कम करने के लिए ,,जजों को प्रमोशन से फिर दूसरा
तरीक़ा जजों की अलग लिखित परीक्षा से उनकी भर्ती ,वैधानिक प्रक्रिया के
विपरीत वकीलों के कोटे को कम कर क्यों की गयी ,,,नौजवान वकीलों के कोचिंग
,,उनके प्रशिक्षण की व्यवस्था क्यों नहीं ,,हमारा रुपया ,हमे ही हिसाब नहीं
,वेबसाइट पर आधी अधूरी जानकारियां क्यों ,,,कई सवालात है जिनका जवाब
तलाशना है ,,आपका एक सही वोट ,,सही शख्सियत वाले उम्मीदवार को दिया गया वोट
,,बार कौंसिल की चौधराहट बदल सकता है ,,नए लोग नयी सोच ,,बुज़ुर्गो का
सम्मान ,उनका मार्गदर्शन का फार्मूला चलाया जा सकता है ,,आपसे विनती है
मेरे विचारो से सहमत हो ,,प्रत्याक्षी होने पर भी मेरे कड़वे सच ,साहसिक
लेखन से प्रभावित हो ,,तो प्लीज़ मुझे मेरे मत पत्र संख्या 54 के आगे
,,अंग्रेजी वर्णमाला में इन्वर्टेड कोमा में बंद "1 " लिखकर वोट देकर विजयी
बनावे ,,,मेरे कान उमेठने के लिए आपके हाथो को किसी भी गड़बड़ी पर हमेशा
आज़ादी रहेगी ,,मेरे कान ,,आपके हाथो की ज़द से दूर नहीं रहेंगे ,आपका अपना
,,भाई ,,एडवोकेट अख्तर अली खान अकेला ,,मत पत्र क्रमांक 54 ,न्यायालय परिसर
कोटा ,,,,प्रत्याक्षी बार कौंसिल ऑफ़ राजस्थान
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