हज सब्सिडी ख़त्म होनें की घोषणा पर खुश हो कर बवाल काटनें वाले भक्त ये पोस्ट को ध्यान से पढ़ें !
अब ये 700 करोड़ जो Indian Air line को मदद के रुप होते थे, वो अल्प संख्यक मुस्लिम मद्रासो मे पढ़ने वाली मुस्लिम लड़कीयों और मद्रासो के विकास मे होगा बताया गया है !
जो मुस्लिमों की ही वर्षों पुरानी मांग थी !
अब तक हर साल मुस्लिम लड़कियों के दी गई राशी मे 700 करोड़ और जोड़ना अनिवार्य होगा !
✈ हज सब्सिडी की हकीकत इसे जान लें
✈
सब्सिडी हाजियों को या एयर इंडिया को ?
हज सब्सिडी के ज़रिये फ़िरक़ा परस्त कपटी लोग काफी वक़्त से मुसलमानो को शर्मशार करतें रहें हैं !
लेकिन क्या वाक़ई सब्सिडी हाजियों को दी जाती रही है ?
आइये नजरी हिसाब किताब निकालतें हैं !
🔻कैलकुलेशन ऑफ़ सब्सिडी
🔻
फिलहाल मक्का शरीफ से इंडिया के लिये हाजियों का कोटा एक लाख छत्तीस हज़ार 1,36,000 का है ।
पिछले साल हमारी गवर्नमेंट ने सालाना बजट में 691 करोड़ हज सब्सिडी के तौर पर मंज़ूर किये थे !
691 करोड़ ÷ 1.36 lakh फ़ी हाजी = 50.8 हज़ार !
👉 राउंड फ़िगर में यानी एक हाजी के लिए 50,000/- रुपये !
◀ अब ज़रा जुमला खर्च भी जोड़ लेते हैं
▶
👉एक हाजी को हज के लिए गवर्नमेंट को एक लाख अस्सी हज़ार 1,80,000/- देनें पड़तें हैं ।
जिसमे चौतीस हज़ार 34,000/- लगभग 2100 रियाल मक्का पहुँचने के बाद हाजी को खर्च के लिए वापस मिलतें हैं !
1.8 लाख - 34000 = 1.46 लाख,
यानि हमें हमारी गवर्नमेंट को एक लाख छियालीस हज़ार [1,46,000/-] रुपये अदा करने पडतें हैं !
👉
मुम्बई से जद्दाह रिटर्न टिकट 2 महीने पहले बुक करतें हैं, तो कुछ फ्लाइट
का किराया 25000/- रुपये से भी कम है ! फिर भी 25000/- रुपये ही मान लेतें
हैं !
👉 खाना टैक्सी/बस का बंदोबस्त हाजियों को अलग से अपनी जेब से करना होता है !
👉 गवर्नमेंट को अदा किये एक लाख छियालीस हज़ार रुपये [1,46,000/-] में से होने वाला खर्च ___ विवरण :-
फ्लाइट = 25,000/-
मक्का में रहना(25दिन) = 50,000/-
मदीना में रहना(15दिन) = 20,000/-
अन्य खर्चे = 25,000/-
कुल खर्च हुआ =1,20,000/-√√√
😧 कन्फ्यूज़न
😧
👉 मतलब एक हाजी से लिये 1,46,000 रुपये और खर्च आया कुल 1,20,000 रुपये मतलब एक हाजी अपनी जेब से गवर्नमेंट को ही 26,000 देता है !
👉 अब असल मुद्दा ये है की जब हाजी सारा रुपया अपनी जेब से खर्च करता है, अलावा इसके 26,000 रुपये गवर्नमेंट के पास चले जातें है !
मतलब लगभग साफ़ है की सब्सिडी मिला कर गवर्नमेंट के पास 76,000 हज़ार हो जाता है तो ये पैसा जाता कहां है ?
26,000+50,000 × 1,36,000 = 10,33,60,00,000 [दस अरब तेतीस करोड़ साठ लाख रुपया],
👉 याद रहे की अनुमानतः एयर इंडिया कंपनी फिलहाल 2100 करोड़ के घाटे में चल है !
👉बिला शुबहा ये रुपया एयर इंडिया कंपनी और पॉलिटिशियन के जेब में जाता है !
और शर्मिंदा कुनीति-साज़िश के तहत मुसलमानों को किया जाता है !
ऐश करें पीएम, संसद, विधायक और ब्युरेक्रेट्स, इंडियन एयर लाईन का घटा भरपाई हो हाजियों से लेकिन बजट में इसे सरकार नें कभी आमदनी ही नहीं बताया ? नगाड़ा हज सब्सडीह का पीटते रहे और सरकार के पालित पोषित उपकृत लाल बत्ती में बैठ कर सरकारी सुविधा भोगी कौम के तनखईये ऐश करते रहे .. धन्यवाद पीएम मोदी व भारत सरकार !
अब ये 700 करोड़ जो Indian Air line को मदद के रुप होते थे, वो अल्प संख्यक मुस्लिम मद्रासो मे पढ़ने वाली मुस्लिम लड़कीयों और मद्रासो के विकास मे होगा बताया गया है !
जो मुस्लिमों की ही वर्षों पुरानी मांग थी !
अब तक हर साल मुस्लिम लड़कियों के दी गई राशी मे 700 करोड़ और जोड़ना अनिवार्य होगा !
सब्सिडी हाजियों को या एयर इंडिया को ?
हज सब्सिडी के ज़रिये फ़िरक़ा परस्त कपटी लोग काफी वक़्त से मुसलमानो को शर्मशार करतें रहें हैं !
लेकिन क्या वाक़ई सब्सिडी हाजियों को दी जाती रही है ?
आइये नजरी हिसाब किताब निकालतें हैं !
फिलहाल मक्का शरीफ से इंडिया के लिये हाजियों का कोटा एक लाख छत्तीस हज़ार 1,36,000 का है ।
पिछले साल हमारी गवर्नमेंट ने सालाना बजट में 691 करोड़ हज सब्सिडी के तौर पर मंज़ूर किये थे !
691 करोड़ ÷ 1.36 lakh फ़ी हाजी = 50.8 हज़ार !
जिसमे चौतीस हज़ार 34,000/- लगभग 2100 रियाल मक्का पहुँचने के बाद हाजी को खर्च के लिए वापस मिलतें हैं !
1.8 लाख - 34000 = 1.46 लाख,
यानि हमें हमारी गवर्नमेंट को एक लाख छियालीस हज़ार [1,46,000/-] रुपये अदा करने पडतें हैं !
फ्लाइट = 25,000/-
मक्का में रहना(25दिन) = 50,000/-
मदीना में रहना(15दिन) = 20,000/-
अन्य खर्चे = 25,000/-
कुल खर्च हुआ =1,20,000/-√√√
मतलब लगभग साफ़ है की सब्सिडी मिला कर गवर्नमेंट के पास 76,000 हज़ार हो जाता है तो ये पैसा जाता कहां है ?
26,000+50,000 × 1,36,000 = 10,33,60,00,000 [दस अरब तेतीस करोड़ साठ लाख रुपया],
और शर्मिंदा कुनीति-साज़िश के तहत मुसलमानों को किया जाता है !
ऐश करें पीएम, संसद, विधायक और ब्युरेक्रेट्स, इंडियन एयर लाईन का घटा भरपाई हो हाजियों से लेकिन बजट में इसे सरकार नें कभी आमदनी ही नहीं बताया ? नगाड़ा हज सब्सडीह का पीटते रहे और सरकार के पालित पोषित उपकृत लाल बत्ती में बैठ कर सरकारी सुविधा भोगी कौम के तनखईये ऐश करते रहे .. धन्यवाद पीएम मोदी व भारत सरकार !

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