राजस्थान सहित कोटा की लचर क़ानून व्यवस्था से आम जनता ,,व्यापारी हर वर्ग
दुखी है ,,अभी पिछले दिनों स्वर्ण्र्रजतकला बाजार में एक सुनार व्यापारी के
साथ लूटपाट की घटना के बाद ,,पुलिस लुटेरे को तो पकड़ नहीं सकी ,,लेकिन
व्यापारियों के राजनितिक दबाव में आकर वहां सो से भी अधिक फुटकर
व्यापारियों को गैर क़ानूनी तरीके से तहस नहस कर बेरोज़गार कर दिया ,,,अब
इंद्रा मार्केट ,,फिर शॉपिंग सेंटर पर व्यापारी पर हमले हुए है ,,व्यापारी
अगर ईमानदार है ,उनका स्वर्ण्र्रजत कला श्रीपुरा क्षेत्र से अतिक्रमण हटाने
के नाम पर लोगो को बेरोज़गार करने का आंदोलन सियासी नहीं था ,तो अब वोह
इंद्रा मार्केट ,,शॉपिंग सेंटर क्षेत्र सहित पुरे कोटा के अतिक्रमण हटवाने
को लेकर ईमानदाराना आंदोलन करने ,,अलग क्षेत्रों में पुलिस गश्त ,,पुलिस
चौकियों की स्थापना की मांग करे ,,वरना व्यापारियों को छोटे ,,रोज़ कमाने
वाले व्यापारियों को बेरोज़गार करवाकर उन्हें भूखे मरने पर मजबूर करवाने का
कोई हक़ नहीं बनता है ,,,,, कोटा में ज़हूरा जो वर्त्मान में हजीरा
क़ब्रिस्तान के नाम से जाना जाता है ,,वक़्फ़ रिकॉर्ड में दर्ज रहा है ,,वक़्फ़
का आंदोलन भी चला ,,लेकिन बाद में यहां छोटा तालाब के नाम पर तालाब भर कर
स्वर्ण रजत कला ,,,कपड़ा बाज़ार सहित कई बाज़ार नगर विकास न्यास द्वारा बना
दिए गए ,,हजीरा क़ब्रिस्तान के आसपास के लोग जो थड़ियां लगाकर रह रहे है
,,उनके अलावा घंटाघर क्षेत्र के थड़ी होल्डर्स को ,,इस क्षेत्र में नगर
विकास न्यास ने थड़ी आवंटित की ,नगर विकास न्यास द्वारा आवंटित दूकान
,,थडियों पर इन्हे अपना व्यवसाय करने का हक़ है ,,लेकिन पिछले दिनों ,,कोई
आदेश नहीं ,,कोई सर्वेक्षण नहीं ,,कोई पूर्व सुचना नहीं ,,पुलिस छावनी
बनाकर कूलर की फैक्ट्री के लाखों रूपये के कूलर तहस नहस कर दिए ,,,लाखो
रूपये के दूसरी थडियों के सामान निर्माण ,,बोडियां ध्वस्त कर दी गयी ,कोन
से क़ानून के तहत ऐसा क्या गया इसका जवाब जिला कलेक्टर ,,नगर विकास न्यास
,,,पुलिस अधीक्षक के पास नहीं है ,,क़ानून के तहत दस्तावेज देखे जाते
,,आवंटित लोगो को छोड़ा जाता ,,जो अतिक्रमी थे उनका सामान ज़ब्त किया जाता
,,पेनलटी लगाकर छोड़ा जाता वरना लाखो रूपये के इस सामान की नीलामी कर राशि
राजस्व में जमा की जाती ,,लेकिन व्यापारियों के दबाव में सियासी रंजिश वोटो
की निति के चलते ,,प्रशासन को हथियार बनाया और ऐसा कुछ भी नहीं किया गया
,,ग़ैरक़ानूनी काम ,तबाही ,,बर्बादी हुई ,,ताज्जुब है ,,किसी भी दल किसी भी
पार्टी के नेता ने ,,जनप्रतिनिधि ने प्रशासन की इस बेहूदगी के खिलाफ कोई
सार्वजनिक सवाल नहीं उठाये ,,एक अख़बार ने तो चने वाले को दूसरी दुकान
आवंटित करने की झूंठी खबर प्रकाशित की जबकि चने वाली की दूकान आवंटित होने
पर भी तोड़ दी गयी ,,,खेर यह जाँच का विषय है ,,अब हम बात करते है ईमानदार
व्यापारियों की ज़रा सर्राफा बाज़ार ,,,कपड़ा बाज़ार और दूसरे इस क्षेत्र की
नगर विकास न्यास द्वारा आवंटित दुकानों का हाल देखिये ,,शर्त थी किसी को
दूकान बेचेंगे नहीं ,,खुद इस्तेमाल करेंगे ,दूकान किराए पर देंगे नहीं
,,लेकिन ज़रा देखिये वर्तमान में जो दुकाने लगी है ,,उनके कागज़ात ,,उनके नाम
,,दुकानों पर क़ब्ज़ेदार का सर्वेक्षण कीजिये अधिकतम लोग ग़ैरक़ानूनी तोर पर
,,नगर विकास न्यास के आवंटित नियमो के खिलाफ दुकानों पर क़ाबिज़ है या फिर
किरायेदार है ,,एक ने दूसरे बेच दी या किराये पर दी है ,,कुछ ऐसे भी है
जिनके खिलाफ नगरविकास क़ानून के तहत कार्यवाही होकर उन्हें बेदखल करना चाहिए
और उनकी दुकाने राजसात कर दुबारा से नीलाम होना चाहिए ,,क़ानून अमीर ,,गरीब
,,छोटे बढे ,,अतिक्रमी ,,अवैध क़ब्ज़ेदार ,,आवंटित नियमों के खिलाफ दुकान के
क़ब्ज़ेदारो के खिलाफ एक जैसी कार्यवाही होना चाहिए ,,लेकिन ऐसा नहीं हुआ
,,इस मामले में प्रदेश अल्पसंख्यक विभाग के निर्देशानुसार कोटा संभाग
अध्यक्ष एडवोकेट अख्तर खान अकेला ने एक सर्वेक्षण टीम का गठन किया है जो इस
क्षेत्र में हे नुकसान ,,आवंटन पत्र के बाद भी उन्हें बेदखल करना ,,आवंटित
दुकान को तोडना ,,,साथ ही इस क्षेत्र की नगर विकास न्यास की दुकानों के
आवण्टंत पत्रों उनके मालिकाना हक़ ,,वर्तमान किरायेदार ,,क़ब्ज़ेदार ,,,इस
क्षेत्र में किस आदेश के तहत ,,किस विभाग ने दुकानों को तहस नहस किया ,,यह
गैरक़ानूनी काम जिला कलेक्टर ,,राज्य सरकार ,नगरविकास न्यास के किस अधिकारी
के आदेश से हुआ ,,कितना पुलिस लवाजमा लगा ,,कितने कर्मचारी लगे ,,,कितना
हर्जाना ,,पुनर्वास किया ,,सभी तरह की सूचनाएं ,सुचना के अधिकार नियम के
तहत प्राप्त कर ,,सर्वेक्षण कर ,,एक रिपोर्ट तैयार कर पहले प्रशासन को आयना
दिखाकर ,,क्षतिपूर्ति देने पुनर्वास करने की वैधानिक मांग की जायेगी ,,ऐसा
नहीं हुआ तो विधिक रूप से क़ानूनी लड़ाई के लिए सक्षम न्यायालय में
कार्यवाही कर ,,क्षतिपूर्ति देने ,पुनर्वास करने ,,अवैध कार्य करने वाले
दोषी अधिकारियो कर्मचारियों को दंडित करने ,, आवंटित दुकानों में आवंटन
पत्र की शर्तो के खिलाफ दुकानों में व्यापार कर रहे व्यापारियों की दुकाने
निरस्त कर उन्हें फिर से नीलाम करने ,,कोटा शहर के सभी बाज़ारो के आसपास
,दुकानों के बाहर सामान जमाकर अतिक्रमण करने वाले लोगो के खिलाफ कार्यवाही
की मांग को लेकर क़ानूनी कार्यवाही होंगी ,,अख्तर खान अकेला कोटा राजस्थान
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