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31 अक्तूबर 2017

वाह सरदार पटेल वाह ,,आपको नमन ,,,,जीते जी लोह पुरुष रहे ,,और रूह निकलने के बाद भी ,,,रूह की ताक़त के बल पर ही ,,,लोह पुरुष बने हुए है

वाह सरदार पटेल वाह ,,आपको नमन ,,,,जीते जी लोह पुरुष रहे ,,और रूह निकलने के बाद भी ,,,रूह की ताक़त के बल पर ही ,,,लोह पुरुष बने हुए है वोह भी ऐसे लोगो की स्वीकार्यता के साथ जिन्हे आपने आयना दिखाकर देश में हिंसा ,,,हत्या ,,राष्ट्रद्रोही हरकतों से रोककर देश को टूटने से बचाया था ,,,सरदार पटेल साहब देश को याद है ,,आज़ाद भारत की सबसे बढ़ी ,,सबसे पहली आतंकवादी घटना ,,जिसमे नाथूराम गोडसे से निहत्थे महात्मा गाँधी को गोली मारकर ,,हे राम ,,का नारा हमेशा के लिए शांत कर दिया था ,,लेकिन सरदार पटेल भाई आप तो लोह पुरुष थे ,,आपने ऐसे आतंकवादी को तुरंत पकड़वाया ,,सबक़ सिखाया ,,फांसी दिलवाई ,,इतना ही नफरत फैलाने वाले हिंसा के सौदागर जो देश का अलगाववाद करना चाहते थे ,,उन्हें आपने चुन चुन कर जेल भिजवाया ,,उनके कथित चन्दाखोर संगठनों को गैरक़ानूनी घोषित कर बंद कर दिया ,,लोह पुरुष सरदार पटेल साहिब ,,आप की लोह शक्ति ने वोह ताक़त बताई के ऐसे लोगो को आखिर अपने कुक्र्त्यो से तोबा करना पढ़ी ,,,ऐसे लोगो को तोबा के बाद आपने चेतावनी के साथ आज़ाद किया ,,आज यही लोग ,,आपकी रूहानी लोह पुरुष शख्सियत के कारण आपकी जय जयकार में लगे है ,,जिनके पास खुद के लोगो की कोई क़ुर्बानी नहीं ,होती ,खुद के लोगो को राष्ट्रभक्ति का कोई इतिहास नहीं होता ,,वोह आपके रुआब के चलते ,,आज भी आपकी क़दम बोसी करते है ,,आज भी आपको ससम्मान याद करते है ,,आज भी आपका लोहा मानते है ,,आपकी याद में कुछ दिनों ,,कुछ सालों से यही लोग ,,पुराना काला इतिहास ,,सबकुछ भुलाकर ,,आपको भगवान बना रहे है ,,,में सेल्यूट करता हूँ ,,सरदार वल्ल्भ भाई पटेल के जीवन को जिन्होंने अपने जीवन में अलगाववादियों ,,आतंकवादियों ,,देश तोड़ने में लगे साज़िशकर्ताओं को जेल में डालकर उनसे तोबा करवाई ,ऐसे लोगो का इतिहास बनाया ,,फिर कहीं जाकर उन्हें छोड़ा गया ,,में सेल्यूट करता हूँ आपकी आत्मा को ,,जो आज शरीर से निकल कर भी ऐसे लोगो के लिए इतिहास है ,,उनके दिलों में कुछ वजह तो है जो अचानक आपके लिए नफरत की जगह सम्मान झलका है ,,आपका वोह सम्मान कर खुद को आपका भक्त बताकर ,, खुद को राष्ट्रभक्त साबित करने की कोशिशों में है ,,आपके सम्मान में देश के दुश्मन देश के कारीगरों को फायदा पहुंचाने के लिए वहां से मूर्ति बनवाई जा रही है ,,धन्य है आपका जीवन ,,धन्य है आपकी जीवन शैली ,,धन्य है आपकी रूहानी ताक़त जो आप ऐसे लोगो को भी श्रद्धा के साथ आपका नाम लेने के लिए मजबूर किये हुए हो ,,धन्य हो आप आपकी रूहानी ताक़त धन्यः है ,,,,अख्तर खान अकेला कोटा राजस्थान

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