तुम लड़ो
तुम कटो
तुम मरो ,,
तुम लुटो ,
तुम लूटो ,,
तुम यह करो
तुम वोह करो
हमे क्या
हम तो बस
शरीफ इंसान है ,,
सर झुका के
अपनी ज़िंदगी
कायरों की तरह
गुज़ार रहे है ,,
क्योंकि ,,
हम लानत वाले
शरीफ इंसान है ,,
हमे क्या ,,अख्तर
तुम कटो
तुम मरो ,,
तुम लुटो ,
तुम लूटो ,,
तुम यह करो
तुम वोह करो
हमे क्या
हम तो बस
शरीफ इंसान है ,,
सर झुका के
अपनी ज़िंदगी
कायरों की तरह
गुज़ार रहे है ,,
क्योंकि ,,
हम लानत वाले
शरीफ इंसान है ,,
हमे क्या ,,अख्तर
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