मेरे प्यारे दोस्तों ,,मेरे मुखालिफ दोस्तों ,,मुझ से नफरत करने वाले
,,दोस्तों ,,मुझ से प्यार करने वाले दोस्तों ,,मुझ से मुत्तफ़िक़ दोस्तों
,,मेरी राय से जुदा राय रखने वाले दोस्तों ,,मेरी तरह स्वतंत्र विचारधारा
वाले दोस्तों ,,,मेरे भाइयों की तरह बंधुआ मज़दूर विचारधारा वाले दोस्तों
,,सो कोल्ड राष्ट्रभक्तो ,,क़लमकारो ,,एक कहावत तो ,,हमने और आपने सभी ने
सुनी है ,,,कहावत है ,,शतुरमुर्ग ,रेत के ढेर में अगर अपने मुंह को छुपा ले
तो समस्या का समाधान नहीं होता है ,,आज यहां यही मुसीबत है ,राष्ट्रवाद
,,इन्साफ ,,सत्यमेव जयते की जंग ,,अधर्म के खिलाफ धर्म युद्ध का जज़्बा
,,गया भाड़ में ,,सिर्फ और सिर्फ ,,अपनी अपनी ढपली ,,अपना अपना राग ,है ,में
अगर कुछ सच लिखू तो उसे स्वीकारने की जगह ,,मुझे ललकारा जाता है ,,मुझे
कोंग्रेसी बताकर रिजेक्ट किया जाता है ,,आप अगर सच लिखो तो आपको संघी
,,आपिया ,,,वामपंथी ,बताकर हड़काया जाता है ,,यह सब क्या है ,अगर सूरज पूरब
से निकलता है तो सभी के लिए निकलता है ,,अगर सूरज पश्चिम में डूबता है तो
सभी के लिए डूबता है ,,अगर मिलावट अपराध है ,,अगर बेईमानी भ्रस्टाचार अपराध
है ,,अगर निर्दोषो पर हमले ,,उनकी हत्याएं ,,महिलाओं से छेड़छाड़ ,विदेशी
ताक़तों के प्रति हमदर्दी ,उनकी मदद ,उनके पक्ष में नारेबाजी अपराध है तो
सभी के लिए अपराध है ,चरमपंथी ,,खाड़कू ,,बोडो ,,नक्सली ,,आतंकी जो कोई भी
निर्देशों के हमलावर हत्यारे है वोह दोषी है ,,फिर फ़र्क़ केसा ,,सीमाओं पर
अगर जंग छिड़ती है हमारे सिपाही मरते है ,हम जवाब नहीं देते ,,,हम दुश्मन पर
हमला नहीं करते ,,तो हमे सब को मिलकर ऐसी सरकार के खिलाफ दबाव बनाना चाहिए
,,दुश्मनों पर हमले करवाने का माहौल बनाना चाहिए ,,एक प्रधानमंत्री ने अगर
गरीब को रोटी दी है ,रोज़गार दिया है ,,इंसाफ दिया है ,,तो सभी को ऐसे
प्रधानमंत्री की तारीफ़ करना चाहिए फिर चाहे वोह प्रतिपक्ष का हो या फिर
अपने पक्ष का ,,एक प्रधानमंत्री ने बनने के पहले जो वायदे किए ,,उनको हम
सहजे ,,हमे समेटे ,उनका आँकलन करे ,,उनके पुराने बयानों की रिकॉर्डिंग
,,साक्षात्कार हम सुने ,,अख़बार की कतरने ,,,उनके धरने ,,प्रदर्शन
,,प्रतीकार हम देखे ,,और फिर जब वोह प्रधानमंत्री बन जाए ,,अगर वही गलतीयां
वोह दोहराये ,,गैस में मूल्य बढाए ,,दुश्मन के हमले के बाद भी खामोश रहे
,भ्र्ष्टाचार से जुड़े लोगो के समर्थक रहे ,,वही सब करे जिसके विरोध में वोह
माहौल बनाकर सत्ता में आये है ,,तो आप खुद सोचिये ,,आप में अगर नैतिकता है
,,आप अगर ओरिजनल राष्ट्रभक्त है ,,तो क्या आपको राष्ट्र के पक्ष में
,,राष्ट्र के रोते बिलखते बेरोज़गारो के पक्ष में ,,राष्ट्र के शहीदों के
परिवारों के पक्ष में नहीं बोलना चाहिए ,,कांग्रेस का शासन था ,,आप मेरी
पुरानी पोस्टें खंगाल कर देखिये ,,,मेने कांग्रेस में रहकर ,,हर उस नीती का
विरोध किया जो देश और देश की जनता के मुखालिफ थी ,,मुझे भाजपा के एजेंट
,,आपिया ,,बताया गया ,,वामपंथी बताया गया ,गद्दार बताया गया ,,लेकिन जो गलत
था ,,जो रावण राज था ,,जो सेनिको पर हमले थे ,,महंगाई चरम सीमा पर थी
,,भ्रष्टाचार बुलंदी पर था ,,हम बोले ,,,लोकपाल का समर्थन किया ,,आदरणीय
मोदी जी आये ,,इनकी भाषण शैली की तारीफ़ की ,,इनकी कड़ी महनत की प्रशंसा की
,,गुजरात मॉडल की प्रशंसा की ,सोचा शायद देश को आदर्श प्रधानमंत्री मिल गया
है ,,सोचा ,देश को एक सशक्त ,,मज़बूत प्रधानमंत्री मिल गया है ,,लेकिन जब
देखा के परीक्षाओ में घोटाले ,,नीट जैसी परीक्षा में हर बार घोटाले
,,शिक्षण संस्थाओ की लूट ,,उद्योपतियों की मनमानी ,,,हमारी बी एस ऍन एल
टेलीफोन सेवा के चालु रहते ,,उसकी सेवाओं को दुसरुस्त कर उससे रुपया कमाने
,,लोगो को सेवाए बेहतर देने के स्थान पर जब ,,एक निजी उद्योगपति की जियो
सिम के विज्ञापन में प्रधामंत्री साहिब का फोटो देखा तो दिल रोने लगा ,आखिर
किसलिए चुना था ,क्या हो रहा है ,सोचा अभी और वक़्त दो ,,लेकिन दोस्तों आज
तीन साल होने के बाद भी ,,ज़रा हम चिंतन करे ,,अपने दिल पर हाथ रख कर सोचे
,हम कोंग्रेसी ,,भाजपाई ,,वामपंथी ,,आपिया नहीं सिर्फ एक खालिस
हिन्दुस्तानी बनकर देखे ,,अपने आप से पूंछे ,,कश्मीर में महबूबा मुफ़्ती के
साथ मिलकर सरकार बनाकर क्या हमने पत्थरबाजों और आतंकवादियों के हौसले
बुलंद नहीं किये ,,क्या वहां राष्ट्रपति शासन लगाने की ज़रुरत नहीं है ,,हम
पूंछे अब महंगाई क्यों हो रही है ,,क्यौं गैस के दाम बढ़ रहे है ,,रेलवे
किराए में वृद्धि क्यों हो रही है ,,जब एक चारा घोटाला अपराधी के रेल
मंत्री होते किराया वृद्धि नहीं होती तो अब क्यों ऐसा हो रहा है ,,हम पूंछे
नोट बंदी हुई तो छोटे नॉट बंद कर बढ़ा दो हज़ार का नोट चलाने के पीछे क्या
साज़िश है ,,यह नोटबंदी के कार्यकाल में आतंकवादियों के पास नॉट कहा से आये
,,हमारे सेनिको की शहादत के बाद ,,उनके शवों के साथ बर्बरता होने पर भी
हमने दुश्मन पर हमले क्यों नहीं किये ,,ज़रा पूंछे ,,चीन की घुसपैठ के बाद
भी हम खामोश क्यों है ,,कहाँ है विदेशो में छुपा काला धन ,,कहाँ है
बेरोज़गारो के लिए रोज़गार के अवसर ,,आम आदमी की आज़ादी कहाँ है ,,क्यों लव
जेहाद ,,क्यौं गोरक्षा के नाम पर अपराधियों के हमले लगातार हो रहे है
,,,क्यौं कलेक्टर एस पी के घरो पर हमले हो रहे है ,,वोह फुट फुट कर रो रहे
है ,,,,दोस्तों ज़रा आत्मचिंतन करो ,,आप मेरे विरोधी हो सकते है ,,आप भाजपा
के हो सकते है ,,में कांग्रेस का हो सकता हूँ ,,में मसुलमान ,,,आप हिन्दू
हो सकते है ,,लेकिन किया देश के प्रति ,,मेरा आपका कोई कर्तव्य नहीं
,,ज़्यादा नहीं तो हम सरकार को तो आयना दिखा सकते है ,,,हम एडिक्ट अगर हो गए
है ,,तो उस अंधभक्ति को छोड़कर काले को काला और सफेद को सफेद तो कह सकते है
,,दोस्तों मुझे फख्र है ,,जब कांग्रेस सत्ता में थी ,मेने पुरज़ोर कांग्रेस
की ऐसी सभी नीतियां जो देश के देश की जनता के खिलाफ थी उनका खुलकर विरोध
किया ,,कई लोगो की आँख की में किरकिरी बना ,,लेकिन मुझे फख्र है के मेने सच
लिखा ,,देश के लिए देश की जनता के लिए लिखा ,,में सच था ,,परिणाम तबाही के
सामने आये ,,लेकिन में विचार से कोंग्रेसी हूँ हम हार गए कोई बात नहीं
,,फिर लड़ेंगे फिर जीतेंगे ,,लेकिन एक हिन्दुस्तानी के नाते में आज भी वही
कर रहा हूँ जो पहले करता था ,आप से गुज़ारिश है आप खुद अपने सीने पर हाथ
रखकर खुद से पूंछो ,,आप खुद मेरे सवालों के जवाबों में अपनी राष्ट्रीयता
,,अपने राष्ट्र कर्तव्य को तलाशो ,,दोस्तों ,,पार्टी ,,धर्म से बढ़ा देश और
देश का हित देश की सुरक्षा होती है ,,ज़रा सोचो ,,,तीन साल से भी अधिक हो गए
रोज़ सैनिक मर रहे है ,,शहीद हो रहे है ,उनके शवों के साथ बर्बरता हो रही
है ,,कश्मीर में भाजपा समर्थित सरकार होने पर भी ,,राष्ट्रविरोधी काम हो
रहे है ,,ज़रा सोचो शिक्षा महंगी है ,,कांग्रेस कार्यःकाल से महंगाई कई गुना
बढ़ गयी है ,,आवश्यक वस्तुओं के दाम आसमान पर है ,,,,दुश्मनो के हौसले बढे
हैं ,,चीन बकवास कर रहा है ,,अमेरिका सहित विदेशो में भारतियों की निर्मम
हत्या हो रही है ,,रोज़गार के अवसर नहीं बढे है ,,लोकपाल अभी तक नियुक्त
नहीं हुआ है ,,बाते ही बाते हुई है ,,जुमले ही जुमले हुए है क्रियान्विति
नहीं हुई है ,,,दोस्तों भूख ,,गरीबी ,,रोज़गार ,,सुरक्षा ,,क़ानूआ व्वयस्था
प्राथमिक शिक्षा का क्या हाल है आप जानते है ,,,उद्योग बंद हो रहे है
,,निजी उद्योपतियों की पीठ थपथपाई जा रही है ,अपनी सरकार की सेवाओं को
बंदकर ,उद्योगपतियों की हौसला अफ़ज़ाई कर उनके ब्रांड का विज्ञापन
प्रधानमंत्री द्वारा किया जा रहा है ,,पाक्सितान के नवाज़ शरीफ से मुलाक़ात
,टाइअप एक उद्योपति करवा रहा है ,,ज़रा सोचिये एक हिंदुस्तानी ,,एक
राष्ट्रभक्त बनकर सोचिये ,कांग्रेस पर गुस्सा उतारकर कुतर्क मत कीजिये ,,आप
क्या कर रहे है ,,आज क्या हो रहा है सच पहचानिये ,,अगल बगल मत होइए
,,पुरानी गाथाये गिनाकर खुद को सच साबित मत कीजिए ,,सच के लिए मुक़ाबला
कीजिये ,,हमारे अपने का नाकारापन है तो उसे गिनाइए उसमे सुधार करवाइये
,,यूँ शतुरमुर्ग की तरह गर्दन रेत में छुपाने से समस्याओं का समाधान नहीं
होता है दोस्तों ,नशा उतारो ,,सिर्फ राष्ट्र प्रेम का नशा रखो ,, व्यक्ति
प्रेम छोडो ,,,राष्ट्रभक्त बनकर देश के लिए निष्पक्ष राय बनाकर सोचो ,सब
सुधर जाएगा भाई ,,अभी भी कुछ नहीं बिगड़ा ,,बिना किसी गुस्से के ,आत्मचिंतन
करो ,खुद को अंदर से टटोलो ,,खुद को ललकारो ,,और ,फिर जो मुखिया है उससे
इन सब सवालों का जवाब मांगकर राष्ट्रहित में कार्यवाही की ज़िद पर अड़ जाओ
,,नहीं माने तो दबाव बनाओ ,,देश के लिए देश के बेरोज़गारों के लिए देश की
सीमाओं की सुरक्षा के लिए अमन सुकून के लिए ,,नहीं तो मुझमें कमिया निकल कर
मुझे गरियाते हो खूब गरियाओ अगर आपको इसी में सुकून मिलता है ,,इसे ही आप
राष्ट्रभक्ति समझते हो तो फिर आपको कोई भी बदल नहीं सकता ,,लेकिन में तो
संघर्ष करूँगा अकेला ही सही ,,देश के सिद्धांतो के लिए देश की समस्याओं के
लिए लडूंगा ,,अख्तर खान अकेला कोटा राजस्थान
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