खूब झूँठ के पुलन्दे
तुमने लिख लिख कर भेजे थे ,,
खूब झूँठ तुमने कहा था ,,
मेने कहा था ना ,,
छोडो लच्छेदार बाते
छोडो झूंठे वायदे
यह तुमसे नहीं होगा
यह कोई खेल नहीं
यह मोहब्बत है ,,,अख्तर
तुमने लिख लिख कर भेजे थे ,,
खूब झूँठ तुमने कहा था ,,
मेने कहा था ना ,,
छोडो लच्छेदार बाते
छोडो झूंठे वायदे
यह तुमसे नहीं होगा
यह कोई खेल नहीं
यह मोहब्बत है ,,,अख्तर
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