तुम मुझे
पहले जैसी
प्यार की नज़र से
देखो तो सही ,,
मेरी नज़र
मेरी साँसों
मेरी धड़कनो में
तुम खुद को
सिर्फ खुद को
महसूस करोगे ,,अख्तर
पहले जैसी
प्यार की नज़र से
देखो तो सही ,,
मेरी नज़र
मेरी साँसों
मेरी धड़कनो में
तुम खुद को
सिर्फ खुद को
महसूस करोगे ,,अख्तर
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें
दोस्तों, कुछ गिले-शिकवे और कुछ सुझाव भी देते जाओ. जनाब! मेरा यह ब्लॉग आप सभी भाईयों का अपना ब्लॉग है. इसमें आपका स्वागत है. इसकी गलतियों (दोषों व कमियों) को सुधारने के लिए मेहरबानी करके मुझे सुझाव दें. मैं आपका आभारी रहूँगा. अख्तर खान "अकेला" कोटा(राजस्थान)