राजस्थान के अगले मुख्यमंत्री के रूप में ,,,कोंग्रेस के स्थापित युवा
तुर्क नेता,,, सचिन पायलेट के अलावा,,, अब कोई दुसरा नेता दौड़ में नहीं बचा
है ,,सभी गुट ,,,सचिन पायलट के जलवे के आगे ,,,शरणम गच्छामि है और अब
,,,सचिन पायलेट ज़िंदाबाद कर,,, उनकी शान में क़सीदे पढ़ने लगे है ,,राजस्थान
में ,,,तीन सालों में ,,,,सचिन पायलेट ने ,,,उपचुनाव से लेकर ,,नगर निगम और
पंचायत ,,जिलापरिषद चुनावो में कोंग्रेस को मज़बूत किया है ,,,हर ज़िले में
संगठन खड़ा किया है ,,सचिन पायलट के नेतृत्व में ,,,हर ज़िले और प्रदेश स्तर
पर कई बढ़ी रेलिया ,कई बढे प्रदर्शन हुए है ,,,जबकि दिल्ली में राहुल गाँधी
और सोनिया गाँधी के हाथ मज़बूत करने के लिए,,, राजस्थान से सचिन पायलेट के
नेतृत्व में,,,, अधिकतम लोगो ने उपस्थिति दिखाई है ,,शुरआती दौर में
,,,,सचिन पायलेट के नेतृत्व को स्वीकारने में ,,,,कुछ लोगो को आपत्ति ज़रूर
थी ,,रोज़ अटकले ,,रोज़ विभाजन के बयांन ,,रोज़ मुख्यमंत्री ऐसे नहीं बनते
,,,विधायक तय करते है ,,जैसी नाफ़रमानियां जारी थी ,,अशोक गहलोत के कुछ
समर्थक,,, अशोक गहलोत का मिजाज़ भी सचिन पायलट के खिलाफ बनाने की कोशिशो में
जुटे थे ,,लेकिन अशोक गहलोत हमेशा,,, सभी समर्थको से ,,,कोंग्रेस के साथ
,,एक जुट होकर मिलकर,,, चलने की सीख देते रहे ,,कुछ नोसिखिये अशोक गहलोत को
प्रभावित करने के लिए ,,सचिन पायलेट के लिए अनाप शनाप लिखते भी रहे
,,दुष्प्रचार भी करते रहे ,,लेकिन सचिन पायलेट ने कभी पलटवार नहीं किया
,,नतीजा सचिन की ख़ामोशी उनकी कार्यशैली से राजस्थान कोंग्रेस में बदलाव
आया ,,जो कभी अशोक गहलोत के रहमो करम पर ज़िंदा थे ,,लालबत्तियों में घुमा
करते थे ,,सचिन पायलट के खिलाफ अशोक गहलोत को बरगलाते थे ,,,सचिन पायलट के
खिलाफ कोंग्रेस में बगावती तेवर दिखाते थे ,,आज वही सभी विरोधी लोग ,, सचिन
पायलट के नज़दीकी है ,,आज वही,,, सभी लोग ,,,सचिन पायलट के इशारे पर नाच
रहे है ,,आज कुछ प्रदेश कोंग्रेस कमेटी में,, अशोक गहलोत की वफादारी को
तलाक़ देकर ,,सचिन पायलेट के वफादार बन गए है ,,,अशोक गहलोत के पमुख
वफादारों ने,,, राजस्थान में एक दर्जन ,,,अलग अलग कार्यक्रम ,,,आयोजित कर
,,,,सचिन पयेलट को मुख्य अतिथि बनाकर ,,सचिन पायलेट की शान में क़सीदे पढ़े
है ,,,सचिन पायलट को ज़िंदाबाद किया है ,,,बीकानेर में चाहे ,, एक सेवादल
कार्यकर्ता ने सचिन पायलेट को किसी विरोधी के इशारे पर ,,,पहचानने से
इनकार कर,,, धकेल कर कोई बखेड़ा किया हो ,,,,कोटा में हाल ही में,,, आयोजित
एक सभा में ,,,सचिन पायलेट की उपस्थिति के बाद ,,लोग उठ कर चले गए हो
,,,इस सभा में मुख्य वक्ता के बाद ,,,सचिन पायलेट के बोलने का नम्बर आने के
पूर्व ही ,,,चाहे सेकड़ो लोग ,,,योजनाबद्ध तरीके से उठ कर,,, चले गए हो
,,चाहे वोह साबित करना चाहते हो,,, के हम सचिन पायलेट को ,,,सुनने के लिए
रुके बगेर ,,,,इस सभा में से ,,,बाहर जा रहे है ,,चाहे वोह लोग,,,योजनाबद्ध
तरीके से,, लोगो में सचिन पायलट का क्रेज नहीं बचा है,,, यह सन्देश देना
चाह रहे हो ,,लेकिन पूर्व मदरसा बोर्ड के चेयरमेन ,,,मौलाना फज़ले हक़ की
अध्यक्षता में,, आयोजित इस सभा में जिसके मुख्य अतिथि सचिन पायलेट थे
,,,सभी उपस्थित लोगो के बीच में ,,,सचिन पायलट को राजस्थान का भावी
मुख्यमंत्री घोषित किया गया ,,,चाहे कुछ लोग अनुपस्थित हो गए हो ,,लेकिन
,,, सचिन पायलेट के भावी मुख्यमंत्री का ऐलान ,,,,कोटा की धरती से पुरे
राजस्थान में पहुंच गया है ,,और हालात कहते है ,,सचिन पायलेट के प्रति लोगो
का प्यार ,,लोगो का जनसमर्थन ,,,कार्यकर्ताओं का उत्साह कहता है,,, के
आलिमों की बीच ,,,कोटा में मौलाना फज़ले हक़ ,,,पूर्व मदरसा बोर्ड चेयरमेन की
अध्यक्षता में ,,,,,सचिन पायलट के मुख्यमंत्री बनने की घोषणा,,, एक दुआ के
रूप में भी हुई है ,,,,,इसके गवाह पूर्व केंद्रीय मंत्री सुबोध कान्त
सहाय ,,पूर्व विधानसभा उपाध्यक्ष ,,,रामनारायण मीणा सहित कई लोग रहे है
,,,,सचिन पायलेट के खिलाफ अब कोई गुट नहीं बचा है ,,,,अशोक गहलोत हमेशा
सचिन पायलेट की तारीफ़ करते रहे है ,,,उन्होंने कभी भी,,, सचिन को भावी
मुख्यमंत्री मानने से ,,,इंकार नहीं किया है ,,उनके चमचे ,,उनके रहमोकरम
पर,,, लाल बत्तियों में घूमने वाले लोग ,,जब उन्ह बहकाते तो ,,,अशोक गहलोत
उन्हें समझाते थे ,,सचिन पायलट और कोंग्रेस का साथ,,, देने के लिए कहते थे
,,लेकिन यही लोग अशोक गहलोत को उकसाते थे ,,आज यही लोग ,,,सचिन पायलेट के
तलवे चाटते हुए नज़र आ रहे है ,,सचिन पायलेट के वफादारों की पहली सूचि में
,,,,अपना नाम लिखवाने की कोशिशों में है ,,सचिन पायलेट के साथ,,,, हर
बार,,,, ऐसे लोगो ने धोखा भी किया है ,,योजनाबद्ध तरीके से ,,,उन्हें
अपमानित के प्रयास भी हुए है ,,चाहे बीकानेर में ,,,उन्हें सेवादल
कार्यकर्ता ने पहचानने से,,, इंकार किया हो ,,चाहे कोटा में ,,,उनके आने के
बाद ,,,कुछ लोगो के बाहर जाने ,,आम लोगो के सेकड़ो की तादाद में ,,,उठकर
चले जाने की ,,उपेक्षित घटना हो ,,सचिन पायलट के ,,,भावी कार्यक्रमो के लिए
,,,सावधानी के संकेत देता है ,,सचिन पायलेट किसी भी कार्यकम के पूर्व,,,
अगर अपने निकटतम लोगो से सलाह ले ले ,,अगर प्रभारियों से ,,,रिपोर्ट ले ले
,,अगर जिस समाज की बैठक में जा रहे है,,,, उस समाज के कोंग्रेस के ज़िमेदारो
से ,,मशवरा कर ले ,,,तो निश्चित तोर पर भविष्य में ,,,किसी भी शरारत
,,किसी भी षड्यंत्र से ,,,सचिन पायलट बचकर रहेंगे ,,वरना गिनती के चमचे
,,गिनती के जी हुज़ूर,, उन तक उनके खिलाफ ,,,चल रही साज़िशें ,,उनके खिलाफ चल
रही फ़िज़ा की खबरे भी,,, नहीं देंगे और षडयंत्रकारियो को,, ऐसे में ,,,अगर
मौक़ा मिलता गया,, तो सचिन पायलट की लोकप्रियता को धक्का लगाने के लिए ,,,यह
लोग फिर,,, पलटी मार सकते है ,,क्योंकि जो लोग जिसके रहमो करम पर रहे
,,उसे छोड़कर,,, इधर हिस्सेदारी लेने आ सकते है ,,,तो वोह लोग फिर ,,,,किसी
षड्यन्त्र के तहत ,,किसी लालच में सचिन को ,,,मंझधार में धोखा भी दे सकते
है ,,खेर ,,,अब तो सभी विरोधियों ने ,,,सचिन पायलट को ज़िंदाबाद कर दिया है
,,कुछ तो सचिन पायलेट के दरबारी नम्बर एक भी बन गए है ,,,आगामी छब्बीस
दिसम्बर को ,,,राहुलगांधी के हाडौती कार्यक्रम के दौरान अब साफ़ हो गया
है,,,, के सचिन पायलेट इस द बेस्ट वोह है मुख्यमंत्री राजस्थान नेक्स्ट
,,,,अख्तर खान अकेला कोटा राजस्थान
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