राष्ट्रवादी मुस्लिम मंच ,,,एक ज़िद के खातिर ,टोंक वक़्फ़ सम्पत्ति के सभी 
विकास कार्यो की डोर थाम देगा ,,टोंक वक़्फ़ सम्पत्तियों के विकास को रोक 
देगा ,,कहते है काम सर चढ़ कर बोलता है ,,नफरत भी हो अगर ,,काम अच्छा हो 
,,तो नफरत करने वाले भी काम की दिल से तारीफ करते है ,,कल ,,,कमोबेश 
,,राजस्थान वक़्फ़ बोर्ड की बैठक में ,,कुछ ऐसा ही नज़ारा देखने को मिला 
,,,,राजस्थान वक़्फ़ बोर्ड का हर  सदस्य ,,,टोंक वक़्फ़ कमेटी के,, इस ऐतिहासिक
 विकास कार्य को ,,,,देख कर,,, मंत्रमुग्ध था ,,इस विकास मोडल ,,खासकर 
लेडीज़ कटले के कंसेप्ट को,, पुरे राजस्थान में लागू करने का ऐलान किया गया 
,,लेकिन,, विकास कार्यो को थामकर ,,किसी दूसरे शख्स  के हाथ में ,,वक़्फ़  का
 झंडा थमाने की ज़िद ने ,,,सभी सत्यानास कर दिया ,,,हालांकि ,,,सदस्यो की 
अंतरात्मा की आवाज़ ,,अभी भी सोई नहीं है ,,वोह सभी ,,,तारीफ़ के पूल बांधते 
हुए ,,,टोंक ज़िला वक़्फ़ कमेटी के विकास कार्यो को ,,,पुरे होने देने की सलाह
 देते हुए कमेटी ,,यथावत रखने की बात कहते है ,,,,,,सात साल पहले 
,,,,राजस्थान वक़्फ़ बोर्ड ने साहिबज़ादा मोहम्मद आहमद उर्फ़ भय्यू को ,,,टोंक 
ज़िला वक़्फ़ कमेटी का ,,,,कार्यभार उनकी टीम सहित ,,,उन्हें सम्भलाया था 
,,कार्यभार सम्भालते वक़्त ,,टोंक कमेटी जर्जर हालत में थी ,,सम्पत्तियों पर
 क़ब्ज़े  थे ,,आमदनी चवन्नी खर्च रुपया वाली कहावत थी ,,,जामाँ मस्जिद के 
हालात,,, बुरे थे ,,लेकिन खुदा की राह में सम्पर्पित ,,,वक़्फ़ सम्पत्ति का 
रखवाला ,,,जब ,,मोहम्मद अहमद और उनकी टीम को बनाया गया,, तो ,,अपना सब कुछ 
छोड़ कर ,,,मोहम्मद अहमद ,,,टोंक वक़्फ़ सम्पत्ति की सुरक्षा ,,व्यवस्था 
,,कुशलप्रबन्धन ,,विकास में लग गए ,,,जामाँ मस्जिद की आमदनी तीन गुना बढाई 
गयी ,,निर्माण कार्य किये गए ,,,ऐतिहासिक जामामस्जिद जिसकी कोई सार सम्भाल 
नहीं थी ,,उस जामामस्जिद का,, ऐतिहासिक महत्व  रखते हुए ,,रंग रोगन करवाया 
गया ,,,जामा मस्जिद चमक उठी ,,,टोंक की शान ,,नवाबो की नगरी ,,ज़िंदाबाद 
होने लगी ,,टोंक ज़िला वक़्फ़ कमेटी की,,, करोडो की सम्पत्तियों पर,, लोगो के 
क़ब्ज़े थे ,,मोहम्मद अहमद खान भय्यू ने,, प्यार से ,,तकरार से ,,अपना खून 
बहाकर ,,,वक़्फ़ सम्पत्ति से क़ब्ज़े छुड़वाए ,,,करोडो करोड़ रूपये की 
सम्पत्तियां ,,वक़्फ़ के  रिकॉर्ड में दर्ज करवाई ,, अतिक्रमियो से आज़ाद 
कराकर ,,,अपने क़ब्ज़े में ली ,,,एक सम्पत्ति पर से ,,,अतिक्रमण हटा कर 
,,,क़ब्ज़ा लेते वक़्त ,,वक़्फ़ संपत्ति सदर मोहम्मद अहमद  भय्यू पर ,,,क़ातिलाना
 हमला किया गया ,,,अतिक्रमियों ने भय्यू को ,,अधमरा कर दिया ,,जान से मारने
 और तबाह करने की धमकी दी ,,सरकार ,,कलेक्टर ने धमकाया ,,लेकिन ज़िन्दगी और 
मोत के बीच,,, झूल रहे इस मर्द ऐ मुजाहिद ,,की एक ही आवाज़ थी ,,,,कड़े पहरे 
,,दुश्मनो की धमकियों और,,, प्रशासन के दबाव के बावजूद भी,, इनका कहना था 
,,मेरी आखरी सांस तक में वक़्फ़ सम्पत्ति की रक्षा करूँगा ,,,इसके लिए मुझे 
जान भी क़ुर्बान करना पढ़े,,, तो में तैयार हूँ ,,प्रशासन झुका ,, करोडो करोड़
 की यह सम्पत्ति ,,,,तात्कालिक मुख्यमंत्री की मंशा के खिलाफ ,,,उनके अपनों
 से,,, प्रशासन को खाली करवाकर वक़्फ़ को सोंपना पढ़ी ,,वक़्फ़ की आमदनी 
बढ़ी,,,,, कोड़ियो के दाम किराए में व्रद्धि हुई ,,बस एक सम्पत्ति जो गुलज़ार 
बाग़ मस्जिद की ,,वर्तमान वक़्फ़ बोर्ड चेयरमेन के पास ,,,, कोड़ियो की पच्चीस 
रूपये  की किरायेदारी में थी ,,,बार बार कहने पर ,,,उसका न रुपया जमा कराया
 गया था ,,न ही सम्पत्ति खाली की गयी थी ,,बाद में एक साथ वही कोड़ियो के 
दाम का किराया जमा हुआ लेकिन दस्तावेज अभी भी उन्ही के पास है जिसे लेकर  
चल रहा है ,,वोह खुन्नस ,,,वोह गुस्सा ,,टोंक वक़्फ़ सम्पत्ति को ,,तबाही के 
रास्ते पर ले जा रहा है,,चेयरमेन खुद दिल से मानते है के ऐसा विकास और 
संरक्षण कार्य न भूतो न भविष्य कोई करवा सकता है ,,लेकिन उन्हें तो बस,,,, 
 काम करे या न करे अपना आदमी चाहिए   ,,,मोहम्मद अहमद की सरपरस्ती में 
,,वक़्फ़ के कार्यक्रमों में केंद्रीय मंत्री ,, सांसद ,,विधायक ,,केबिनेट 
मंत्री सहित कई वी आई पी हस्तियां वक़्फ़ के कार्यक्रमो में आयी ,,वक़्फ़ 
सम्पत्तियों के  कुशलप्रबन्धन के तहत ,,लाखो के निर्माण कार्य हुए ,,लाखो 
की आमदनी बढ़ाई गयी ,,,वहां मुसाफिर खाना बनाया गया ,,मदरसों का निर्माण हुआ
 ,,,लेडीज़ कटला जो हिंदुस्तान में सिर्फ एक मात्र कटला है ,,पर्दानशीन 
महिलाओ के लिए एक मात्र सुरक्षित बाज़ार बनाकर इन्होंने सभी की वाहवाही लूटी
 ,,,सेकड़ो दुकानों का निर्माण शुरू किया गया ,,,हवेलियां खाली करवाई गयी 
,,,ऐतिहासिक सम्पत्तियों का रख रखाव किया गया ,,,वक़्फ़ की आमदनी से निर्माण 
कार्य हुए तो ,,बेवाओं ,,,तलाक़शुदा महिलाओ को पेंशन शुरू की गयी ,,,जरूररत 
मन्द गरीबो की मदद की गयी ,,निर्धन छात्रों को  आर्थिक मदद देकर पढाया गया 
,,,,,इतने विकास कार्य करवाने के बाद भी ,,मोहम्मद अहमद के खिलाफ 
भ्रष्टाचार बेईमानी की एक भी प्रमाणित शिकायत नहीं मिली ,,राजस्थान वक़्फ़ 
बोर्ड की बैठक में जब उनके सराहनीय कार्यो की सुनवाई  उन्हें बुलाया गया तो
 उनका ,,साफ़ कहना था ,,काम जो भी हुआ आप लोगो ,,मेरे साथियो और अल्लाह की 
मदद से हुआ ,,लेकिन काम में अगर  कहीं बेईमानी भ्रष्टाचार का सुबूत मिले तो
 मुझे सरे आम जो सज़ा चाहो दिलवाना ,,में तैयार रहूंगा ,,यह खुला चेलेंज आज 
के वक़्त वही शख्स कर सकता है ,,जो सुविधाभोगी नहीं होता ,,सिर्फ  घर फूंक  
कर कॉम के हक़ में तमाशा देखता है ,,,,टोंक में चल रहे निर्माण कार्यो को 
लेकर अभी बहुत कुछ करना है ,,वहां निर्माण में लगी राशि का मैनेजमेंट करना 
है ,,ऐसे में इन हालातो में कोई बदलाव ,,टोंक वक़्फ़ सम्पत्ति की तबाही और 
टोंक के लोगो ,,टोंक के मुसलमानो के साथ विश्वासघात के सिवा कुछ नहीं हो 
सकता ,,यही वजह यही सोच ,,राजस्थान वक़्फ़ बोर्ड सदस्यो की है वोह ईमान के 
साथ अपनी अन्तरात्मा से ,,टोंक ज़िला   वक़्फ़  कमेटी प्रबन्धन के लिए मोहम्मद
 अहमद के साथ है ,,लेकिन एक ज़िद ,,,एक सोच ,, एक गुस्सा ,,,एक राष्ट्रवादी 
सोच ,,, इस टोंक की वक़्फ़ सम्पत्ति को विकसित करने ,,सुरक्षित ,,सरक्षित 
करने में बाधक बनी है ,,बहुमत के बाद भी ,,बहुमत नहीं 99 प्रतिशत सदस्यो के
 साथ होने पर भी सिर्फ्र एक सदस्य ,,एक व्यक्ति की ज़िद अराजकता का माहौल 
पैदा कर रही है ,,देखते है ,,अल्लाह उसकी राह में समर्पित इस वक़्फ़ सम्पत्ति
 को बचाने ,,सरंक्षित करने ,,सुरक्षित करने के लिए किया चमत्कार करता है 
,,,,,,,,अख्तर खान अकेला कोटा राजस्थान

 
 

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