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11 अक्तूबर 2016

राजस्थान वक़्फ़ बोर्ड में जहां एक तरफ मनमानी ,,अराजकता ,,बदले की भावना से कार्यवाही करने का खतरनाक दौर शुरू हुआ है

राजस्थान वक़्फ़ बोर्ड में जहां एक तरफ मनमानी ,,अराजकता ,,बदले की भावना से कार्यवाही करने का खतरनाक दौर शुरू हुआ है ,,वहीं दूसरी तरफ नवगठित प्रस्तावित कमेटियों के गठन को लेकर महासंग्राम की स्थिति बनी हुई है ,,कोटा सहित कई महत्वपूर्ण कमेटियों के गठन को लेकर ,,वर्तमान वक़्फ़ बोर्ड चेयरमेन अबूबकर नक़वी ,,पशोपेश में फंसे है ,,उन्हें रोज़ सेकड़ो सिफारिशों और भाजपा के बढे नेताओ के सामने इन नियुक्तियों को अंतिम रूप देने के लिए पेशी पर आना जाना पढ़ रहा है ,,,भाजपा मुस्लिम आर एस एस के लोगो का भी इस मामले में अपना दखल है ,,सभी नेता अपने अपने लोगो को ज़िला वक़्फ़ कमेटियों में नियुक्त कराने को लेकर चिंतित है ,,लेकिन कोटा सभी ज़िलों में महासंग्राम की स्थिति होने से ,,कई गूटबाज़ लोगो को भी एकजुट होकर एडजस्टमेंट करना पढ़ रहा है ,,वर्तमान में पूर्व कमेटियों का कार्यकाल तीस अक्टूबर को खत्म होना है ,,इसके बाद अधिकतम ज़िला वक़्फ़ सम्पत्तियों की देखरेख के लिए नयी कमेटियों का गठन होगा ,,वैसे तो कमेटियां गठित करने की निर्धारित नियमावली है ,,शराबी नहीं होगा ,,अपराधी नहीं होगा ,,वक़्फ़ का बकायेदार नहीं होगा। वक़्फ़ बोर्ड एक लाख से ज़्यादा की आमदनी वाली कमेटियों का गठन बहुमत के आधार पर करेगा ,,लेकिन हाल ही में वक़्फ़ बोर्ड के आदेशो को देख कर लगता है के वहां क़ानून का नहीं जंगलराज है ,,इसलिए इन नियुक्तियों में भी नियमो की पालना सुनिश्चित हो कह नहीं सकते ,,,कोटा ज़िला वक़्फ़ कमेटी जो राजस्थान की अधिकतम आमदनी वाली विवादास्पद कमेटियों में से एक है इसके गठन को लेकर ,,कोटा के स्थानीय भाजपा नेताओं ने अपनी अपनी तलवारे घिस ली है ,,लेकिन यहां ,,भाजपा मुस्लिम आर एस एस के इंद्रेश कुमार के इशारे पर ही नियुक्ति सम्भावित होगी ,,,,कोटा में वक़्फ़ सम्पत्ति के दो होस्टल ,,कई महफ़िल खाने ,,कई व्यापारिक प्रतिष्ठान ,,कृषि भूमि ,,है ,,,यहां वक़्फ़ के सर्वाधिक कर्मचारी है ,,और वक़्फ़ बोर्ड के लिए कोटा कमेटी चारागाह भी रही है ,,यहां के कंट्रीब्यूशन से वक़्फ़ बोर्ड के कई कर्मचारियों की तनख्वाह निकलती है ,,रोज़े इफ्तार कार्यक्रम होते रहे है ,,,,कोटा में सांसद ओम बिरला की तरफ से पूर्व प्रदेश वक़्फ़ बोर्ड सदस्य निज़ामुद्दीन बबलू ,,वाहिद कुरैशी के नाम प्रमुख है ,,जबकि सार्वजनिक निर्माण मंत्री यूनुस खान की तरफ से पूर्व अल्पसंख्यक आयोग के सदस्य अलीम खान का नाम है ,,प्रह्लाद गुंजल की तरफ से इस्हाक़ मंसूरी मामा का नाम ही ,,राजस्थान हज कमेटी के चेयरमेन की तरफ से इलियास अंसारी का नाम है ,,जबकि रामगंजमंडी विधायक चन्द्रकान्ता मेघवाल की तरफ से कमालुद्दीन अंसारी का नाम है ,,भवानी सिंह राजावत की तरफ से आरिफ नागरा का नाम है ,,जबकी ,,संदीप शर्मा सहित कई अन्य विधायको की तरफ से पूर्व पार्षद साबिर भाटी का नाम दिया गया है ,,राष्ट्रवादी मुस्लिम मंच की तरफ से डॉक्टर मुश्ताक़ का नाम प्रमुखता से आगे है ,,,वक़्फ़ बोर्ड के सदस्यो की तरफ से अब्दुल रशीद पेपरवाले का नाम चल रहा है ,,,कोटा में स्थिति यह है के कई विधायको ने दो दो तीन तीन लोगो के नाम की सिफारिशें भी कर दी है ,,कोटा के प्रभारी वक़्फ़ सदस्य ,,जमील कुरैशी हो हिना है ,लेकिन उनकी तरफ से किसी की खुसूसी सिफारिश नहीं है ,,,,,कोटा में वर्तमान लोगो में से भी कुछ लोग अपनी कार्यकुशलता की कहानी बताकर वापस वक़्फ़ कमेटी में रहना चाहते है ,,इसके प्रयास निजी स्तर पर चल रहे है ,,,इन सब हालातो में क़रीब पचास किलो से भी अधिक की पत्रावलियां कोटा के वक़्फ़ कमेटी अध्यक्षो की एकत्रित हो गयी है ,,अब इन हालातो में एक कॉमन फार्मूला बनाने की भी तैयारी है ,,अध्यक्ष कोई ,,महासचिव कोई ,,कोषाध्यक्ष कोई ,,वरिष्ठ उपाध्यक्ष सदस्य कोई ,,लेकिन कुछ लोग अध्यक्ष से कम के लिए राज़ी नहीं है इसलिए ,,आंतरिक समझोतो और सियासी गठजोड़ की कहानियां शुरू हो गयी है ,,,,,अगले महीने होने वाली वक़्फ़ बोर्ड की बैठक में कमेटियों के गठन की प्रक्रिया शुरू होगी ,,लेकिन अगर ,,विवाद की स्थिति ऐसी ही रही तो हो सकता है ,,पुरानी कमेटी का कार्यकाल खत्म होने पर ,,यहां प्रशासक की नियुक्ति कर दी जाए और अग्रिम आदेश तक कोटा ज़िला वक़्फ़ कमेटी का गठन टाल दिया जाए ,,,,वैसे कोटा वक़्फ़ कमेटी के पास कई कार्ययोजनाएं है जिनकी क्रियान्विति यहां के आम मुसलमानो ,,गरीब छात्रों ,,बेवाओं ,, तलाक़ शुदा गरीब महिलाओं के सपनो को पूरा कर सकती है ,,यहां आवासीय योजना छिन भिन्न है ,,अरबो रूपये की वक़्फ़ सम्पत्ति पर दबंगईयो के क़ब्ज़े है ,,,कृषि भूमि ,,होस्टल और किरायदारों की आमदनी बढाई जाकर कई योजनाए तैयार की जा सकती है ,,सामुदायिक भवनों ,,अस्पताल की कार्ययोजना तैय्यार है लेकिन क्रियान्वित नहीं हो रही है ,,बस कुछ लोगो की तरफ से गुपचुप वक़्फ़ सम्पत्तियों पर मल्टी स्टोरी बनाने की कार्ययोजना बनाने का विधिविरुद्ध दबाव चल रहा है ,,देखते है कोटा ज़िला वक़्फ़ केमटी के अध्यक्ष पद पर किसकी बारी है ,,,अख्तर खान अकेला कोटा राजस्थान

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