प्रदेश कोंग्रेस कमेटी अल्पसंख्यक विभाग कोटा सम्भाग के चेयरमेन अख्तर खान
अकेला ,,समाजसेवी हिम्मत सिंह सहित प्रबुद्ध लोगो के संयुक्त नेतृत्व में
आज के दिन अंग्रेज़ो द्वारा फांसी पर चढाये गए ,,कोटा को आज़ाद कराने वाले
क्रांतिकारी सिपाही ,,महराब खान ,,लाल जयदयाल के बहादुरी के किस्से याद कर
उन्हें शहीद स्मारक अदालत चौराहे पर आयोजित कार्यकम में श्रद्धांजलि दी
,,जबकि कार्यक्रम के बाद नयापुरा सिविल लाइंस अस्पताल के सामने स्थित शहीद
स्वतन्त्रता सेनानी महराब खान के मज़ार पर खिराज ऐ अक़ीदत के फूल पेश कर
उन्हें याद किया ,,,कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे समाजसेवी हिम्मत सिंह
हाड़ा ने कहा के कोटा के आज़ादी के दीवाने जिन्होंने कोटा के अस्तित्व की
रक्षा के लिए अपने प्राणों की आहुति दी है उन्हें हर साल यादकर श्रद्धांजलि
देना ही उनके कार्यो के प्रति हमारा समर्पण है ,,हिम्मत सिंह ने कहा के
लाल जयदयाल ,,महराब खान आज़ादी के वीर सिपाही रहे है जिन्होंने अंग्रेज़ो के
पोलिटिकल एजेंट उनके सिपाही दो पुत्र और अंग्रेज़ो की सेना को खदेड़ दिया ,,
युद्ध में मेजर बर्टन मारे गए ,,इन सिपाहियों ने कोटा को आज़ाद कराकर
बहादुरी का परिचय दिया यह और बात है के अंग्रेज़ो ने बाद में धोखे से इन
बहादुर सेनानियो को पकड़ कर कायराना हरकत करते हुए रेज़ीडेन्सी हॉउस के बाहर
स्थित नीम के पेड़ पर फांसी पर लटका दिया ,,हिम्मत सिंह ने कहा के यह शहीद
आज भी हमारे लिए आज़ादी के जागरूक सिपाही की तरह स्वाभिमान का प्रतीक है
,,कार्यक्रम में बोलते हुए स्वतन्त्रता सेनानी के पुत्र वरिष्ठ अधिवक्ता
ब्रह्म्माननद शर्मा ने कहा के यह वीर सिपाही हमारी आज़ादी की लड़ाई में हमारी
जीत के नीवं के पत्थर है इनके इतिहास को हम भुला नहीं सकते ,,,वरिष्ठ
अधिवक्ता और स्वतन्त्रता सेनानी पुत्र अरविन्द भारद्वाज ने कहा के अफ़सोस की
बात है के देश की आज़ादी के लिए अपनी जान क़ुर्बान करने वाले आज़ादी के
सिपाहियों का इतिहास लुप्त कर दिया गया है ,,कार्यक्रम में बोलते हुए प्रेस
क्लब कोटा के अध्यक्ष धीरज गुप्ता ने आशा व्यक्त की ऐसे जाबाज़
स्वंतन्त्रता सेनानियो के किस्से उनकी शहादत के दिन हर साल अगर पत्रकार
उनके बहादुरी के किस्सो और उनके अवशेष स्थलों के चित्रो के साथ खबर बनाये
तो ,,नो जवानो में राष्ट्रभक्ति का जज़्बा पैदा होगा ,,,कार्यक्रम में बोलते
हुए हाल ही में नवनियुक्त उपाध्यक्ष सय्यद असद अली ने साफ़ किया के भारत की
आज़ादी की लड़ाई में कोमी एकता की मिसाल थी सभी धर्म मज़हब के लोगो ने देश
को मिलजुलकर आज़ाद कराया है ,,ऐडवोकेट अख्तर खान अकेला ने कहा के आज़ादी के
जांबाज़ सिपाहियों को हर साल उनकी शहादत के दिन उन्हें याद कर श्रद्धांजलि
दी जायेगी ,,कई कार्यक्रम भी आयोजित किये जाएंगे ,,,पूर्व अभिभाषक परिषद के
अध्यक्ष रघु गौतम ने कहा के देश के इन जाबाज़ सिपाहियों की कुर्बानियो को
भुलाया नहीं जा सकता यह हमारे भविष्य की प्रेरणा के प्रतीक है
,,,,,कार्यक्रम में बोलते हुए मुखर वक्त एडवोकेट अशोक कालरा ने साफ़ किया के
,,जांबाज़ सिपाही लाल जयदयाल ,,महराब खान जिन्हें आज ही के दिन अंग्रेज़ो ने
बेरहमी से फांसी पर लटका दिया था ,,ऐसे वीर सिपाहियों की बहादुरी के
किस्से बच्चो को पाठ्यक्रम में पढाना चाहिए ,,,कार्यक्रम में शाह समाज के
प्रदेश महासचिव सलीम मोहम्मद खान अल्पसंख्यक विभाग के मुख्यसचिव तबरेज़ पठान
,,सोशल मीडिया प्रभारी अब्दुल रशीद क़ादरी ,,ह्यूमन रिलीफ सोसाइटी के आबिद
अब्बासी ,,कयामुद्दीन अब्बासी ,,बाबा रज़ाक ,,,पूर्व उप प्रधान रईस खान
,,छात्र नेता ,राजकुमार मीणा मुकेश शर्मा ,,रियाज़ अहमद ,,कोटा शहर अध्यक्ष
अब्दुल करीम खान ,,यूथ कोंग्रेस के मोइज़ुद्दीन गुड्डू ,,किसान सभा के
प्रभुलाल मीणा ,,,,रियाज़ भाई हंसराज मेहता ,,विनोद भाई ,,कपिल राठौड़ ,,नीरज
सिंह ,,प्रेमशंकर मीणा ,,विजय सिंह ,,नीरज कुमार सहित कई लोग उपस्थित थे
,,कार्यक्रम के बाद सभी साथियो ने महराब खान के मज़ार पर जाकर श्रद्धा सुमन
अर्पित कर उनकी क़ुरबानी को याद किया ,,,कार्यक्रम के बाद उपस्थित साथियो की
आयोजित बैठक में हाडौती के शहीदो की शहादत के किस्से जो हाशिये पर ला दिए
गए है उनकी क़ुर्बानियां हर साल याद कर उन्हें श्रद्धांजलि देने के लिए हर
साल कार्यक्रम आयोजित करने का निर्णय करते हुए ,,हाडौती शहीद सम्मान संघर्ष
समिति का गठन किया गया ,,,,समिति का अध्यक्ष हिम्मत सिंह हाड़ा को नियुक्त
किया गया जबकि वरिष्ठ उपाध्यक्ष सय्यद असद अली ,,महासचिव अख्तर खान अकेला
,,रईस खान ,,अब्दुल करीम खान ,,उपाध्यक्ष ,,संयुक्त सचिव तबरेज़ पठान
,,,,मुकेश वर्मा ,,रशीद क़ादरी ,,राजकुमार मीणा ,,,सलीम खान ,, सदस्य बनाया
गया ,,,,अख्तर खान अकेला कोटा राजस्थान
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