अजीब बेदर्द सियासत है यह ,,अजीब बेदर्द उर्दू के हमदर्द ,,, खासकर
अल्पसंखयकों के कथित खैरख्वाह,,, कॉंग्रेसी नेता है यह ,,,अजीब राष्ट्रवादी
मुस्लिम मंच से जुड़े लोग है यह ,, अजीब भाजपा अल्पसंख्य्क प्रकोष्ठ के
नेता है यह,,, जो इनके सामने ,,,इनकी सरपरस्ती में ,,,चलने वाली उर्दू
ज़ुबान का भगवाकरण के नाम पर,,,,गला घोंटा जा रहा है ,,और यह बेदर्द
,,बेफिक्र लोग सिर्फ और सिर्फ हुक्कामों के साथ चाय पीकर,,, कॉम की हमदर्दी
दिखा रहे है ,,जबकि कांग्रेस के विधायक ,,प्रतिपक्ष नेता रामेश्वर डूडी
,,कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष सचिन पायलेट ,,पूर्व मुख्य्मंत्री अशोक गहलोत
,,,वगेरा वगेरा ,,जानबूझ कर ,,,अपने हिंदूवादी चेहरे को,,,, बचाए रखने के
लिए ,,,इस मामले में खामोश और बेखबर नज़र आ रहे है ,,,,,,दोस्तों दिल का
दर्द है जो बयान कर रहा हूँ ,,वैसे तो उर्दू की लड़ाई कोटा में ही शुरू हुई
और करीब कोटा के ही लोग इसे लड़ रहे है ,,इस लड़ाई के लिए में दर्जनों बार
,,प्रतिपक्ष नेता कांग्रेस रामेश्वर डूडी ,,सचिन पायलेट ,,,अशोक गेहलोत
,,,,,भाजपा के राष्ट्रवादी मंच से जुड़े लोग ,,,भाजपा अल्पसंख्य्क प्रकोष्ठ
से जुड़े लोगो से कहा ,,लेकिन अफ़सोस सभी ने अपना भगवा चेहरा बताया और इस
मुद्दे पर खामोश सिर्फ खामोश रहे ,,लेकिन हाल ही में प्रदेश कांग्रेस कमेटी
के अल्पसंख्य्क विभाग के चेयरमेन अल्हाज निज़ाम कुरैशी को जब उर्दू के साथ
इस सौतेले व्यवहार के बारे में जानकारी मिली ,,जिसमे स्कूलों से उर्दू खत्म
की जा रही है ,,छात्र छात्राओं को जबरन संस्कृत पढ़ने पर मजबूर किया जा रहा
है ,,,प्राइमरी सेक़्टर में उर्दू खत्म कर दी गयी है ,,मदरसा शिक्षा को दफन
करने की तैयारी है ,,हायर सेकेंडरी ,,सेकेंडरी ,,,मिडिल हर स्तर पर उर्दू
के साथ बेईमानी ,,सौतेला व्यवहार है ,तो निज़ाम कुरैशी में इसे गम्भीरता से
लेते हुए उर्दू को ज़िंदाबाद करने के लिए प्रदेश भर के अल्पसंख्य्क विभाग के
ज़िला अध्यक्षों को सजग और सतर्क रहकर ,,उनके क्षेत्र में चल रहे सरकारी
स्कूलों में उरद के साथ हो रहे सौतेले व्यवहार के खिलाफ आवाज़ उठाने
,,शिक्षा विभाग के अधिकारियो पर दबाव बनाने ,,लोगो को जागरूक करने ,,और
सरकार की इस भवाकरन मुहीम के खिलाफ ,,हस्ताक्षर अभियान चलाने के निर्देश
जारी किये है किये ,,,,,,निज़ाम कुरैशी इस मामले में शीघ्र ही मुख्य सचीव
राजस्थान सरकार से मिलकर राजस्थान में प्राइमरी स्तर पर फिर से उर्दू शुरू
करने ,,उर्दू के प्रूव पद बहाल करने ,,जिन स्कूलों में दस से अधिक बच्चे
उर्दू पढ़ना चाहते है वहां उर्दू विषय खोलने ,,मदरसा शिक्षा को मज़बूत कर
शिक्षकों का मानदेय बढ़ाकर उन्हें स्थाई करने ,,उर्दू के नए पद सृजित करने
जैसे महत्वपूर्ण बिंदुओं पर चर्चा करेंगे ,,,,,,,,,हमारे राजस्थान में
उर्दू के साथ ऐसी बेदर्दी ,,ऐसा सौतेला व्यवहार भगवाकरण व्यवस्था के साथ
किया जा रहा है ,,उनसे कोई शिकायत नहीं ,,उनकी विचारधारा ही ऐसी है ,,लेकिन
जो लोग खुद को धर्मनिरपेक्ष कहते है ,,जो लोग मुस्लिमों के सो में से सो
वोट लेते हो ,,उनसे जुड़े लोग इस मुद्दे को जब विधानसभा में उठाने से डरते
हो ,,इस मुद्दे को पार्टी का मुद्दा बनाकर संघर्ष करने ,,प्रेसकांफ्रेंस
कराने ,,अखबारों में बयां देने से डरते हो तो शर्म आती है के ऐसे दुरंगे
लोग ,,कांग्रेस के तिरंगे को अपमानित करने में लगे है ,,इन्हे वक़्त ने बता
दिया है ,,,फिर भी अगर यह नहीं सुधरते है तो वक़्त इन्हे मिटटी में मिला
देगा ,,,दोस्तों ,,प्रदेश के उर्दू के हमदर्दो ,,उर्दू बचाने की तहरीक से
जुड़े लोगो ,,आपसे गुज़ारिश है इस मामले में अपने अपने जिलों में
,,मंत्रियों ,विधायकों ,,सांसदों ,,जिला शिक्षा अधिकारियो ,,,स्कूल
प्रधानाचार्यो का घेराव करे ,,,रोज़ दबाव बनाए ,,ज्ञापन दे ,,इतना ही नहीं
प्रतिपक्ष के नेता रामेश्वर डूडी ,,पूर्वमुख्य्मन्त्री अशोक गहलोत
,,,प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष सचिन पायलेट सहित ज़िला कांग्रेस कार्यालयों का
भी इस मुद्दे पर चुप्पी साधने के खिलाफ घेराव कर सदबुद्धि के लिए ज्ञापन दे
,,,जबकि भाजपा के राष्ट्रवादियो ,अल्पसंख्यक प्रकोष्ठ से जुड़े लोगो के
साथ भी ऐसा ही व्यवहार कर उन्हें उनकी ज़िम्मेदारियाँ याद दिलाये ,,,जो लोग
उर्दू के मुहीम से जुड़े है ,,हमारे साथ है उन्हें ,,एक गुलाब देकर रोज़
धन्यवाद दे ,,उनकी होसला अफ़ज़ाई करे ,,,,,,, प्रदेश अल्पसंख्यक विभाग के
चेयरमेन निज़ाम कुरैशी के भी इस मुहीम में हाथ मज़बूत करे ,,,,,,,,अख्तर खान
अकेला एडवोकेट ,,प्रदेश को कन्वीनर ,,तहरीक ऐ उर्दू राजस्थान
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