धार जिले में खेत में जुताई के दौरान मिला नवजात बच्चा।
सरदारपुर/इंदौर.
मध्य प्रदेश के धार जिले में रामायण की सीता के जन्म के कहानी जैसा एक
मामला सामने आया। बता दें कि यहां एक दिन के बच्चे को किसी ने खेत में
जिंदा ही गाड़ दिया था, बच्चे की किस्मत में जीना लिखा था और वह बच गया।
बुधवार की सुबह एक किसान बैलों से खेत की जुताई कर रहा था। तभी धक्का लगने
पर उसे बच्चे के रोने की आवाज आई।पप्पू नाम का यह किसान पहले तो डरा, लेकिन
बाद में उसने देखा तो जमीन में एक नवजात था। ऐसे मिला नवजात, पढ़ें पूरा मामला...
- जुताई के दौरान खेत में धक्का लगने पर पप्पू ने पास के खेत में काम कर रहे पारसिंह को आवाज दी।
- दोनों ने मिलकर आवाज वाली जगह पर मिट्टी हटाई तो उन्हें जिंदा बच्चा मिला।
- दोनों बच्चे को लेकर सबसे पहले घर पहुंचे और गाय का दूध पिलाया। पप्पू ने बच्चे को नहलाया और राजगढ़ पुलिस को इसकी जानकारी दी।
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एम्बुलेंस की मदद से नवजात को सरदारपुर हाॅस्पिटल ले जाया गया। जांच के
बाद डॉ. शीला मुजाल्दा ने बताया बच्चा पूरी तरह सही है और सुबह ही उसका
जन्म हुआ है।
- डॉ. संगीता पाटीदार के अनुसार बच्चे का वजन कम होने से एसएनसीयू भेजेंगे। बच्चे का वजन 1 किलो 85 ग्राम है।
किसान की पत्नी बोली- मैं पालूंगी
-किसान पप्पू वसुनिया की दो लड़कियां हैं। पत्नी शरमाबाई ने कहा बच्चा हमें मिला है इसे हम पालेंगे।
- हालांकि डॉक्टरों ने इसके लिए कानूनी प्रक्रिया पूरी करने की बात कहते हुए कहा कि ऐसे आप बच्चे को नहीं रख सकते हैं।
बाल संरक्षण समिति लेगी फैसला
- बच्चे को एसएनसीयू में रखा जाएगा। पूरी तरह सही होने हाॅस्पिटल महिला सशक्तिकरण विभाग को सूचना देगा।
- यह मामला बाल संरक्षण समिति के सामने जाएगा। वही फैसला करेंगे कि बच्चे को कहां भेजना है।
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