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11 अप्रैल 2016

बाहर भी बढ़ी बढी बातें करने वाले ,,सो कोल्ड अल्पसंख्य्क हितेशियो ने तो इस मुद्दे को नोटिस ही नहीं लिया है

राजस्थान के मदरसों की जिनकी जांच ,,पहले ही यही सरकार गहनता से कर चुकी है ,,अब फिर उन्हें प्रताड़ित करने के लिए बेतुके ,,गैरकानूनी ,,असंवैधानिक सवालों के साथ जांच का प्रफॉर्मा बनाकर दिया है ,,जो हास्यास्पद भी है पर पीड़ादायक भी ,,खेर यह सरकार अल्पसंख्य्क विरोधी है ,,इस सरकार की पार्टी के मुसलमान ,,मुसलमान नहीं राष्ट्रवादी है ,,,,लेकिन राजस्थान में धर्मनिरपेक्ष और दलित ,,मुस्लिम ,,अल्पसंखयकों के दम पर खड़े होने वाली पार्टी के प्रमुख नेताओं ने भी इस मुद्दे पर अब तक जुबां नहीं खोली है ,,विधानसभा में रहकर भी विरोध नहीं जताया है ,,बाहर भी बढ़ी बढी बातें करने वाले ,,सो कोल्ड अल्पसंख्य्क हितेशियो ने तो इस मुद्दे को नोटिस ही नहीं लिया है ,,,,,,,खेर कांग्रेस का अल्पसंख्य्क विभाग है ना ,,अध्यक्ष निज़ाम कुरैशी है ना ,,कोटा में हम और आप लोग है ना ,,ऊपर अल्लाह है ,,,नीचे अकेले पढ़ गए सियासत के शिकार हम और आप है न ,,इंशा अल्लाह उर्दू की जंग हमने आपने ,,अल्लाह के भरोसे लड़कर एक जुट होकर जीती थी ,,यह जंग भी हम अल्लाह के भरोसे ,,अपने बलबूते पर जीत ही लेंगे ,,लेकिन हमारे दम पर कुर्सियों पर बैठने वालों के कान तो हमे और आपको खुलकर उमेठना ही होंगे ,,,,हमे कोई नज़र अंदाज़ करे तो हमे भी उन्हें नज़र अंदाज़ तो करना ही होगा ,,क्यों आपियों समझ गए ना ,,क्यों संघियों समझ गए ना ,,फूल छाप समझ गए ना ,,,दिखावटी लाल समझ गए ना ,,,मदरसा शिक्षा विरोधियों समझ गए ना ,,तुम्हारा साथ नहीं भी मिला तो क्या ,,तुम्ही न रहोगे ,,हम तो फिर भी इंशाअल्लाह हम ही रहेंगे ,,,अख्तर खान अकेला कोटा राजस्थान

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