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27 मार्च 2016

लाहौर: बच्चों से भरे पार्क में सुसाइड अटैक, 70 लोगों की मौत



ब्लास्ट के बाद बदहवास लोग।
ब्लास्ट के बाद बदहवास लोग।
लाहौर। पाकिस्तान में लाहौर के गुलशन-ए- इकबाल पार्क में रविवार को हुए ब्लास्ट में 70 लोगों की मौत हो गई। करीब 300 से ज्यादा घायल हो गए। इनमें से कई लोगों की हालत गंभीर है। मरने वालों में महिलाओं व बच्चों की संख्या ज्यादा है। ब्लास्ट चिल्ड्रेन पार्क में हुआ जहां रविवार और ईस्टर होने के कारण बड़ी संख्या में महिलाएं और बच्चे मौजूद थे। इकबाल टाउन के एसपी डॉ. मोहम्मद इकबाल ने इसे सुसाइड अटैक बताया है। लाहौर से खासके लिए एक्सप्रेस न्यूज के सीनियर जर्नलिस्ट राय शाहनवाज की रिपोर्ट...
- लाहौर के सभी हॉस्पिटल्स में इमरजेंसी लागू कर दी गई है।
- घायलों को अलग-अलग अस्पतालों में भर्ती करवाया गया है।
- हमले की गंभीरता के मद्देनजर पार्क के आस पास सेना तैनात कर दी गई है।
- सीसीटीवी में सुसाइड अटैकर नजर आया है। उसकी उम्र करीब 22-24 साल बताई जा रही है।
- उसने जैकेट में 6 से 8 किलोग्राम एक्सप्लोजिव भर रखा था।
- गुलशन-ए-इकबाल लाहौर का सबसे बड़ा पार्क है। इसमें बोटिंग भी होती है। पार्क के पांच गेट हैं।
- आतंकी गेट नंबर 2 से घुसा। इस गेट के पास ज्यादातर झूले हैं, इसलिए महिलाएं और बच्चे काफी तादाद में मौजूद थे।
- डिस्ट्रिक्ट कॉर्डिनेशन ऑफिसर (लाहौर) कैप्टन मोहम्मद उस्मान ने बताया कि हमले के वक्त 3 से 5 हजार लोग मौजूद थे।
- उन्होंने बताया कि सुसाइड बॉम्बर का सिर रिकवर कर लिया गया है। ब्लास्ट साइट से बॉल बेयरिंग भी बरामद की गई है।
- ऑफिसियल्स ने बताया कि लोकल टाइम के मुताबिक शाम 6:44 मिनट पर इमरजेंसी कॉल आया था।
तीन दिन के शोक की घोषणा
- पंजाब के सीम शहबाज शरीफ ने घटना की निंदा की है।
- उन्होंने घायलों का अच्छे से अच्छा इलाज करने के आदेश दिए हैं।
- घायलों के इलाज के लिए गवर्नमेंट ऑफ पंजाब ने लोगों से ब्लड डोनेशन की अपील की है।
- शरीफ ने पाकिस्तान के पंजाब में तीन दिन के शोक का भी एलान किया है।
ब्लास्ट की सभी ने की निंदा
- पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ के चेयरमैन इमरान खान ने ब्लास्ट में मारे गए लोगों के लिए दुख जताया। उन्होंने घायलों के जल्द ठीक होने की कामना की।
- धर्म गुरु और राजनेता ताहिर उल कादिरी ने ब्लास्ट निंदा की है। उन्होंने सरकार के सिक्युरिटी अरेंजमेंट्स पर भी सवाल उठाए।
- पाकिस्तान के फास्ट बॉलर मोहम्मद इरफान ने ब्लास्ट का शिकार हुए लोगों के शोक जताया। उन्होंने ट्वीट करके कहा, ""My heart and sincere prayers goes to the victims of #LahoreBlast. Request you all to please make dua for them and their loved ones.''
पार्क में हर जगह पड़े थे शवों के टुकड़े और घायल
- एक और आई विटनेस ने बताया कि पार्क में हर ओर डेड बॉडी और घायल पड़े हुए थे।
- ""हम लोग घायलों को रिक्शा और टैक्सी में हॉस्पिटल लेकर आए।''
- उसने कहा कि ईस्टर होने के कारण आम दिनों की तुलना में काफी ज्यादा भीड़ थी।
- भीड़ के कारण रोड भी जाम हो गई थी। यहां तक कि गाड़ियों की लाइन भी पास के मून मार्केट तक लगी थी।
क्या बताता है ऐसे हमलों का पैटर्न?
- 16 दिसंबर 2014 को तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान ने पेशावर के सैनिक स्कूल पर हमला किया था। इसमें 126 बच्चों की मौत हो गई थी।
- आर्मी स्कूल पर अटैक के 13 महीने बाद 20 जनवरी 2016 काे पेशावर के पास चरसद्दा की बाचा खान यूनिवर्सिटी में तहरीक-ए-तालिबान ने हमला किया। यूनिवर्सिटी में मुशायरा चल रहा था। हमले 21 स्टूडेंट्स-टीचर्स की जान चली गई।
- दरअसल, जैश-ए-मोहम्मद और लश्कर-ए-तैयबा जैसे संगठन भारत के अंदर पब्लिक प्लेसेस और मिलिट्री बेस को निशाना बनाते हैं।
- वहीं, तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान के अंदर स्कूलों और यूनिवर्सिटी को निशाना बना रहा है।
- यूनिवर्सिटी ऑफ मैरीलैंड के ग्लोबल टेररिज्म डेटाबेस के मुताबिक पाक में 1970 से 2014 के बीच स्कूलों पर 850 हमले हुए हैं।
- इनमें ज्यादातर पेशावर के आसपास ही हुए हैं।
- यह आंकड़ा भारत में हुए 223, अफगानिस्तान में 229 और इराक में 223 हमलों से ज्यादा है।
पाक में आर्मी का रहा है दबदबा, फिर भी ऐसा बुरा नतीजा क्यों?
- पाकिस्तान के 67 साल के इतिहास में चार बार फौज ने तख्तापलट किया।
- अयूब खान (1958-1969), याह्या खान (1969-1971), जिया उल हक (1977-1988) और परवेज मुशर्रफ (1999-2008) ने फौज की हुकूमत चलाई।
- नतीजा यह रहा कि पाकिस्तान की फॉरेन पॉलिसी, पॉलिटिक्स और अंदरूनी मामलों में फौज और आईएसआई का दखल बढ़ा।
- इस वजह से पाकिस्तान के अवाम को कभी मजबूत इरादों वाली सरकार ही नहीं मिली।
- आर्मी, आईएसआई और कट्‌टरपंथी मौलवियों ने पाकिस्तान की सरकारों को भारत और अफगानिस्तान से रिश्ते बेहतर नहीं करने दिए।
एक्सपर्ट्स की नजर में टेरर अटैक
- एक्सपर्ट्स का कहना है कि भारत और पाकिस्तान पर अटैक करने वाले टेरर ऑर्गनाइजेशन अलग-अलग हैं। इसलिए उनके मकसद, अटैक करने के तरीके और निशाने भी अलग हैं।
- पाकिस्तान में ज्यादातर बड़े अटैक तहरीक-ए-तालिबान करता है। इसके पीछे वजह है पाक से अमेरिका की करीबी का विरोध और पाक में शरीयत कानून लागू करने की मांग।
- पाक आर्मी ने ऑपरेशन चलाकर तालिबान को काफी नुकसान पहुंचाया। हमलों में कई आतंकी और उनकी फैमिली मारी गई है। उनकी ओर से ये बदले की कार्रवाई है।
- वहीं भारत पर टेरर अटैक के पीछे पाक की आर्मी और आईएसआई हैं। दोनों हमलों के लिए जैस-ए-मोहम्मद और लश्कर-ए-तैयबा जैसे संगठनों से करवाती है।
- तालिबान मॉर्डन एजुकेशन का विरोध करता है इसलिए वो बच्चों को निशाना बना रहा है।

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