पिछले कई दिनों से यूएस अल-शबाब के टेरर कैम्प पर नजर रखे हुए था।
वाशिंगटन.
अमेरिकी एयरफोर्स ने रविवार रात सोमालिया में अल-शबाब नाम के टेररिस्ट
ग्रुप के ठिकाने पर हवाई हमला किया। हमले में 150 से ज्यादा आतंकियों के
मारे जाने की खबर है। पेंटागन ने इसे कन्फर्म करते हुए बताया कि हमले के
वक्त टेररिस्ट जश्न मना रहे थे। क्या थी आतंकियों की प्लानिंग, कैसे किए हमले...
ड्रोन से बरसाए बम
-अल-शबाब के ठिकाने पर अमेरिकन एयरफोर्स ने ड्रोन से बम बरसाए।
- हालांकि, अभी तक अल-शबाब के बड़े लीडर्स के मारे की खबर कन्फर्म नहीं हो सकी है।
ट्रेनिंग कैम्प को बनाया निशाना
- पेंटागन स्पोक्सपर्सन कैप्टन जैफ डेविस ने कहा कि हमले में एक ट्रेनिंग कैंप को निशाना बनाया गया।
- ट्रेनिंग कैंप में किसी बड़े हमले की प्लानिंग हो रही थी। हालांकि, वे कहां अटैक करने वाले थे, यह कन्फर्म नहीं हुआ है।
- ट्रेनिंग कैंप में किसी बड़े हमले की प्लानिंग हो रही थी। हालांकि, वे कहां अटैक करने वाले थे, यह कन्फर्म नहीं हुआ है।
- पेंटागन सूत्रों के मुताबिक उनकी नजर इस आतंकी कैंप पर काफी पहले से थी।
- डेविस ने कहा, "हमें पता था कि वे कैंप छोड़कर निकलने वाले थे और अमेरिकी और अफ्रीकी आर्मी के लिए खतरा बन सकते थे।"
- पेंटागन का अनुमान है कि करीब 150 से ज्यादा टेररिस्ट मारे गए हैं।
- ये कैंप सोमालिया की राजधानी मोगादिशु से 195 किमी दूर है।
- डेविस ने कहा, "हमें पता था कि वे कैंप छोड़कर निकलने वाले थे और अमेरिकी और अफ्रीकी आर्मी के लिए खतरा बन सकते थे।"
- पेंटागन का अनुमान है कि करीब 150 से ज्यादा टेररिस्ट मारे गए हैं।
- ये कैंप सोमालिया की राजधानी मोगादिशु से 195 किमी दूर है।
कैसा ऑर्गनाइजेशन है अल-शाबाब
- अल-शबाब, अल-कायदा से जुड़ा खतरनाक इस्लामिक टेररिस्ट ऑर्गनाइजेशन है।
- बता दें कि 2011 में इस संगठन को अफ्रीकन यूनियन की पीस आर्मी ने मोगादिशू से बाहर कर दिया था।
- पर पिछले कुछ सालों से ये आतंकी संगठन अमेरिका और मित्र देशों के समर्थन से बनी सरकार को गिराने के लिए लगातार हमले कर रहा था।
- बता दें कि 2011 में इस संगठन को अफ्रीकन यूनियन की पीस आर्मी ने मोगादिशू से बाहर कर दिया था।
- पर पिछले कुछ सालों से ये आतंकी संगठन अमेरिका और मित्र देशों के समर्थन से बनी सरकार को गिराने के लिए लगातार हमले कर रहा था।
- ये ऑर्गनाइजेशन सोमालिया में कई कैंप ऑपरेट करता है।
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