नई दिल्ली. सरकार ने सोमवार को देश की क्लीन सिटीज का एलान
किया। नई लिस्ट में मैसूर लगातार दूसरे साल टॉप पर है। वहीं, नरेंद्र मोदी
का संसदीय क्षेत्र बनारस सबसे गंदे शहरों में शुमार है। गुजरात और
महाराष्ट्र के दो-दो शहर टॉप टेन क्लीन शहरों में हैं, जबकि दिल्ली चौथी
पोजिशन पर है। अर्बन डेवलपमेंट मिनिस्ट्री ने 10 लाख से ज्यादा आबादी वाले
73 शहरों में स्वच्छता का सर्वे किया। इसके बाद सेंट्रल मिनिस्टर वैंकेया
नायडू ने ये लिस्ट जारी की। पहली बार 2014 में ऐसी लिस्ट जारी हुई। तब 476
शहरों में साफ-सफाई का सर्वे हुआ था। ये हैं देश की टॉप 10 क्लीन सिटीज...
1. मैसूर, कर्नाटक
2. चंडीगढ़, यूनियन टेरिटरी
3. तिरुचिरापल्ली, तमिलनाडु
4. नई दिल्ली, देश की राजधानी
5. विशाखापट्टनम, आंध्र प्रदेश
6. सूरत, गुजरात
7. राजकोट, गुजरात
8. गंगटोक, सिक्किम
9. पिम्परी चिंदवाड़, महाराष्ट्र
10. ग्रेटर मुंबई, महाराष्ट्र
ये हैं देश के 10 सबसे गंदे शहर
1. धनबाद, झारखंड
2. असनसोल, पश्चिम बंगाल
3. ईंटानगर, अरुणाचल प्रदेश
4. पटना, बिहार
5. मेरठ, उत्तर प्रदेश
6. रायपुर, छत्तीसगढ़
7. गाजियाबाद, उत्तर प्रदेश
8. जमशेदपुर, झारखंड
9. बनारस, उत्तर प्रदेश
10 कल्याण डोम्बिविली, महाराष्ट्र
सर्वे की कुछ अहम बातें
- 500 मीटर के अंदर हर 10 में से सिर्फ तीन से भी कम लोगों को पब्लिक टॉयलेट की फैसिलिटी मिलती है।
- सर्वे में शामिल हर 10 लोगों में से 9 लोगों के घरों में टॉयलेट की फैसिलिटी थी।
- हर 10 में से सिर्फ 2 लोगों ने कहा कि उनका इलाका हमेशा साफ रहता है।
- हर 10 में से सिर्फ 2 लोगों ने कहा कि उन्हें कचरा फेंकने के लिए डस्टबिन दिखाई देता है।
- हर 10 में से सिर्फ 2 लोगों ने कहा कि उनका इलाका हमेशा साफ रहता है।
- हर 10 में से सिर्फ 2 लोगों ने कहा कि उन्हें कचरा फेंकने के लिए डस्टबिन दिखाई देता है।
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