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28 फ़रवरी 2016

इस गंगा के ,,,,पवित्र पानी के वुज़ू से ,,इस भारत की ,,,सर ज़मीन पर ,,सर झुका कर ,,ना जाने कितनी ,,नमाज़े अदाए हुई है,, हमारी ,,

इस गंगा के ,,,,पवित्र पानी के वुज़ू से ,,इस भारत की ,,,सर ज़मीन पर ,,सर झुका कर ,,ना जाने कितनी ,,नमाज़े अदाए हुई है,, हमारी ,,,आगे भी इंशा अल्लाह अदा होंगी ,,, कितनी बहनो ने ,, हमारे हाथों में राखियां बाँधी है ,,कितनी ही बेटियों का ,,,कन्यादान किया है ,,कितने ही घायलों को,, हमने अपना खून देकर बचाया है ,,कितने ही,,, हमारे भाइयों ने,,, सरहदो पर खून बहाकर,,, इस देश की रक्षा की है ,,,,देश को लड़ने ,,सुरक्षित रखने ,,दुश्मनो को,,, तबाह करने के लिए ,,मिसाइल दी है ,,,,अंग्रेज़ो से ,,देश को आज़ाद कराने के लिए,,, अपनी बादशाहत ठुकराई ,,रंगून जेल में,,, क़ैद हुए ,,नाश्ते में खुद के बच्चो के ,,,सरों को ,,,धड़ से अलग कर ,,,,सजा कर दिया गया ,,यह दर्द हमने झेला है यारो ,,,,,,फिर तुम,,, क्यों बेवजह ,,,लड़ा करते हो यारों ,,,,,आओ गले मिले ,,गिले शिकवे दूर करे ,,सियासत छोडो ,,नफरत छोडो ,,सिर्फ इंसानियत देखो ,,देश देखो ,,,,कुर्सी में क्या रखा है ,,,आज है ,,,कल नहीं है,,, यारो ,,प्यार हमेशा जीवंत है , इंसानियत ही अमर है ,,नफरत का इंसानियतय की दुनिया में कोई हिस्सा नहीं ,,,,इसे बचा लो यारो ,,बस इस प्यार को ही ,,,आपस में एक दूसरे के खिलाफ ,,, सियासी और चन्दाखोर मज़हबी लोगों द्वारा फैलाये गए ,,सो कोल्ड भ्रम को तोड़ कर ,,,,बचा लो यारों ,,,आओ गले लग जाओ यारो ,,मिल जुलकर फिर से एक नया मेरा भारत महान बनाये ,,एक नया हिंदुस्तान बनाये ,,,आओ हम फिर से राजीव गांधी की इक्कीसवी सदी के सपने को पूरा करे ,,आडवाणी के शायनिंग इन्डिया ,,नरेंद्र मोदी के डिजिटल इंडिया ,, मनमोहन सिंह ,,सोनिया गांधी के मज़बूत भारत के ख़्वाबों को हम मिलजुलकर पूरा करे ,,निजी स्वार्थो ,,,,जाती ,,धर्म ,,पंथ ,,समाजो से देश के लिए ऊपर उठे ,,,,मिलजुलकर देश बनाये ,,इस देश को यूँ जलने ,,महिलाओं के साथ सामूहिक बलात्कार , ,,सामूहिक हत्याओं के घृणास्पद इतिहास से बचाये ,, सभी ,,अगर ,,मगर ,किन्तु ,,परन्तु ,,लेकिन को छोडो ,,आओ मिलकर साथ चले ,,अपना हाथ आगे बढ़ाओ मेने तो अपना हाथ आगे बढ़ाया है ,,आप भी अपना हाथ बढ़ाओ यारो ,,,,,,,,,,,अख्तर खान अकेला कोटा राजस्थान

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