कोटा। डाबी के छोटे से गाँव की 8 वषीयं दुष्कर्म पीड़ित मासूम बच्ची जो कोटा के जे.के.लॉन अस्पताल मे पिछले 9 दिनों से भतीं है। जिसकी संभाल के लिए जी तोड़ मेहनत प्रदेश कांग्रेस सचिव रचना राठौर व कांग्रेस पाषद मोनू मेघवाल भरसक प्रयास मे लगी हुई है,, रोज़ाना समय समय पर अस्पताल जाकर बच्ची की तबियत के बारे मे चिकित्सक से राय लेना, खान-पान सम्बन्धि व्यवस्था,यहाँ तक की बच्ची ग़रीब निधन परिवार की होने पर उसे आथिक सहायता देना सभी मे अपना समर्पित योगदान दे रही है...रचना राठौर के बुलंद हौसलों के कारण ही मासूम बच्ची के इलाज को गंभीरता से लिया गया, प्रदेशाध्यक्ष शंकुतला रावत दौरे के समय रचना राठौर ने बच्ची की सम्पूण जॉच की मॉग की, जॉच में बच्ची के जबड़े व, दातों मे फेक्चर पाया गया, उसी के आधार पर समय पर ऑपरेशन किया गया, जॉच का अभाव रहता तो बच्ची का जीवन काल ख़तरे मे पड़ सकता था.. परन्तु राठौर ने अपनी क्षमता को दिखाते हुए बच्ची को नव जीवन दिलाया... वही एक ओर बात अजीब यह है, दिल्ली सहित राजस्थान के अनेकों राज्यों मे बच्चियों के साथ हो रहे दुष्कर्म को लेकर आन्दोलन या राजनेता कही कौर कसर नही छोड़ते एेसे में कोटा के जे.के.लॉन अस्पताल मे पीड़ित मासूम बच्ची की सार संभाल हेतू क्यों कोई सत्ताधारी दल के नेता नही पहुँचा। क्या चुनाव के समय होते दुष्कर्म या राजनिती चमक को बड़ाने के समय ही वह एेसी अमानवीय हरकतों पर उत्तेजित होते व भाषण देते नज़र आते है। राजस्थान की मुख्यमंत्री एक ओर जिलेभर के दौरों पर लगी हुई है.. महिला, बाल शस्त्रीकरण को बड़ाने हेतु नये आयाम कर रही है.. तो क्या उन्हे एक मासूम की घबराहट..सिसक..बेबसी..पीड़ा...सुनाई नही दी.. या जानकारी पहुँचने पर भी मेडम ने अपने किसी विधायक, सांसद , मंत्री को देख संभाल हेतू नही भेजा, कमाल की बात है। पहुँची तो महिला आयोग की अध्यक्ष सुमन शमां जो की अस्पताल अधीक्षक डां. गुलाटी को बच्ची की देखरेख व माक़ूल व्यवस्था के आदेश देकर रवाना हो गयी।वाह री सरकार .....?
तुम अपने किरदार को इतना बुलंद करो कि दूसरे मज़हब के लोग देख कर कहें कि अगर उम्मत ऐसी होती है,तो नबी कैसे होंगे? गगन बेच देंगे,पवन बेच देंगे,चमन बेच देंगे,सुमन बेच देंगे.कलम के सच्चे सिपाही अगर सो गए तो वतन के मसीहा वतन बेच देंगे.
25 जनवरी 2016
राठौर व मेघवाल ने पीड़ित बच्ची की मदद के लिए दिन-रात किए एक। -दुष्कर्म पीड़ित को दिलाया नव जीवन। -कांग्रेस नेताओं के जज़्बे को नमन्।
कोटा। डाबी के छोटे से गाँव की 8 वषीयं दुष्कर्म पीड़ित मासूम बच्ची जो कोटा के जे.के.लॉन अस्पताल मे पिछले 9 दिनों से भतीं है। जिसकी संभाल के लिए जी तोड़ मेहनत प्रदेश कांग्रेस सचिव रचना राठौर व कांग्रेस पाषद मोनू मेघवाल भरसक प्रयास मे लगी हुई है,, रोज़ाना समय समय पर अस्पताल जाकर बच्ची की तबियत के बारे मे चिकित्सक से राय लेना, खान-पान सम्बन्धि व्यवस्था,यहाँ तक की बच्ची ग़रीब निधन परिवार की होने पर उसे आथिक सहायता देना सभी मे अपना समर्पित योगदान दे रही है...रचना राठौर के बुलंद हौसलों के कारण ही मासूम बच्ची के इलाज को गंभीरता से लिया गया, प्रदेशाध्यक्ष शंकुतला रावत दौरे के समय रचना राठौर ने बच्ची की सम्पूण जॉच की मॉग की, जॉच में बच्ची के जबड़े व, दातों मे फेक्चर पाया गया, उसी के आधार पर समय पर ऑपरेशन किया गया, जॉच का अभाव रहता तो बच्ची का जीवन काल ख़तरे मे पड़ सकता था.. परन्तु राठौर ने अपनी क्षमता को दिखाते हुए बच्ची को नव जीवन दिलाया... वही एक ओर बात अजीब यह है, दिल्ली सहित राजस्थान के अनेकों राज्यों मे बच्चियों के साथ हो रहे दुष्कर्म को लेकर आन्दोलन या राजनेता कही कौर कसर नही छोड़ते एेसे में कोटा के जे.के.लॉन अस्पताल मे पीड़ित मासूम बच्ची की सार संभाल हेतू क्यों कोई सत्ताधारी दल के नेता नही पहुँचा। क्या चुनाव के समय होते दुष्कर्म या राजनिती चमक को बड़ाने के समय ही वह एेसी अमानवीय हरकतों पर उत्तेजित होते व भाषण देते नज़र आते है। राजस्थान की मुख्यमंत्री एक ओर जिलेभर के दौरों पर लगी हुई है.. महिला, बाल शस्त्रीकरण को बड़ाने हेतु नये आयाम कर रही है.. तो क्या उन्हे एक मासूम की घबराहट..सिसक..बेबसी..पीड़ा...सुनाई नही दी.. या जानकारी पहुँचने पर भी मेडम ने अपने किसी विधायक, सांसद , मंत्री को देख संभाल हेतू नही भेजा, कमाल की बात है। पहुँची तो महिला आयोग की अध्यक्ष सुमन शमां जो की अस्पताल अधीक्षक डां. गुलाटी को बच्ची की देखरेख व माक़ूल व्यवस्था के आदेश देकर रवाना हो गयी।वाह री सरकार .....?
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