इधर मेरी मोत
उधर तुम्हारे उदास
चेहरे पर ख़ुशी
इधर तुम्हारा गुमसुम सा रहना
उधर मेरी मोत की खबर से
तुम्हारा चहकना ,,
तुम्हारा इठलाना
मुझे खबर होती अगर
मेरी मोत
तुम्हारी पसंद है
सच में कमबख्त मोत को
कभी का गले लगा लेता
सिर्फ तुम्हारी ख़ुशी के खातिर ,,अख्तर
उधर तुम्हारे उदास
चेहरे पर ख़ुशी
इधर तुम्हारा गुमसुम सा रहना
उधर मेरी मोत की खबर से
तुम्हारा चहकना ,,
तुम्हारा इठलाना
मुझे खबर होती अगर
मेरी मोत
तुम्हारी पसंद है
सच में कमबख्त मोत को
कभी का गले लगा लेता
सिर्फ तुम्हारी ख़ुशी के खातिर ,,अख्तर
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