यह नया ज़माना है दोस्त
यहां कितनी ही तय्यारी से
इम्तेहान दे डालो
यहां पप्पू कभी पास नहीं होता ,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,
जो समर्पण से नहीं पढ़ते उन्हें
मिलती है मेरिट की शोहरत
वफादारी से पढ़कर भी
जो पप्पू पास नहीं होते है
वोह पप्पू यूँ ही अपनी ज़िंदगी में
बेमौत मर जाते है ,,,,,,,,,,,,,,,अख्तर
यहां कितनी ही तय्यारी से
इम्तेहान दे डालो
यहां पप्पू कभी पास नहीं होता ,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,
जो समर्पण से नहीं पढ़ते उन्हें
मिलती है मेरिट की शोहरत
वफादारी से पढ़कर भी
जो पप्पू पास नहीं होते है
वोह पप्पू यूँ ही अपनी ज़िंदगी में
बेमौत मर जाते है ,,,,,,,,,,,,,,,अख्तर
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