आपका-अख्तर खान

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10 जुलाई 2015

खूबसूरत शायरी में गीता सार -:


👍 यह जिस्म तो किराये का घर है; एक दिन खाली करना पड़ेगा:!!👌
👍 सांसे हो जाएँगी जब हमारी पूरी यहाँ; रूह को तन से अलविदा कहना पड़ेगा:!!👌
👍 वक्त नही है तो बच जायेगा गोली से भी; समय आने पर ठोकर से मरना पड़ेगा:!!👌
👍 मौत कोई रिश्वत लेती नही कभी; सारी दौलत को छोंड़ के जाना पड़ेगा:!!👌
👍 ना डर यूँ धूल के जरा से एहसास से तू; एक दिन सबको मिट्टी में मिलना पड़ेगा:!!👌
👍 सब याद करे दुनिया से जाने के बाद; दूसरों के लिए भी थोडा जीना पड़ेगा:!!👌
👍 मत कर गुरुर किसी भी बात का ए दोस्त:! तेरा क्या है..? क्या साथ लेके जाना पड़ेगा...!!👌
👍 इन हाथो से करोड़ो कमा ले भले तू यहाँ... खाली हाथ आया खाली हाथ जाना पड़ेगा:!!👌
👍 ना भर यूँ जेबें अपनी बेईमानी की दौलत से... कफ़न को बगैर जेब के ही ओढ़ना पड़ेगा..!!👌
👍 यह ना सोच तेरे बगैर कुछ नहीं होगा यहाँ; रोज़ यहाँ किसी को 'आना' तो किसी को 'जाना' पड़ेगा...!

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