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14 जून 2015

सुषमा ने पूछा-ललित मोदी को क्या फायदा पहुंचाया? बचाव में आई समाजवादी पार्टी

फाइल फोटोः अमित शाह और सुषमा स्वराज।
फाइल फोटोः अमित शाह और सुषमा स्वराज।
नई दिल्ली. करप्शन के आरोपों के बाद देश से बाहर रह रहे आईपीएल के पूर्व कमिश्नर ललित मोदी की मदद करने की बात मान कर विपक्ष के निशाने पर आईं विदेश मंत्री सुषमा स्वराज के बचाव में आरएसएस और बीजेपी आ गई हैं। उधर, सुषमा स्वराज ने रविवार शाम दोबारा से ट्वीट करके इस मामले पर सफाई दी। सुषमा ने लिखा, ''मैंने ललित मोदी को क्या फायदा पहुंचाया? यही कि कैंसर से पीड़ित उनकी पत्नी की सर्जरी के लिए वे कंसेंट पेपर्स पर साइन कर सकें। वह लंदन में ही थे। पत्नी की सर्जरी के बाद लंदन वापस आ गए। मैंने इसमें क्या बदल दिया?'' सुषमा पर ललित मोदी को ब्रिटेन से पुर्तगाल का ट्रेवल डॉक्युमेंट्स दिलाने में मदद का आरोप है। उधर, समाजवादी पार्टी सुषमा स्वराज के बचाव में आ गई हैं। सपा के राष्ट्रीय महासचिव रामगोपाल यादव ने कहा कि मानवता के आधार पर ललित मोदी की मदद करने में कोई बुराई नहीं है। लोगों को तिल का ताड़ बनाने की आदत है। सुषमा स्वराज ने कुछ गलत नहीं किया।
बीजेपी अध्यक्ष का कांग्रेस पर निशाना
बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह ने रविवार को कहा, ''स्वराज ने मानवीय आधार पर किसी भारतीय की मदद की है और इस मामले में सरकार पूरी तरह से उनके साथ है। इस मामले को ज्यादा तूल देने की जरूरत नहीं है। किसी भारतीय ने विदेश में मदद मांगी तो उसकी मदद के लिए लंदन में सांसद से बात की। यहां भोपाल त्रासदी के बाद जैसे हालात नहीं थे- जब एंडरसन या क्वात्रोची को देश से भगा दिया गया था।'' शाह का इशारा कांग्रेस की ओर था। 1984 में हुई भोपाल गैस त्रासदी के बाद यूनियन कार्बाइड कारखाने के अधिकारी वॉरेन एंडरसन को देश के बाहर भगाने का कांग्रेस पर आरोप लगा था। वहीं, बोफ़ोर्स मामले में इतालवी उद्योगपति ओत्तावियो क्वात्रोची प्रमुख अभियुक्त था, जो कथित तौर पर गांधी परिवार का करीबी था।
राजनाथ ने कहा-सुषमा ने नहीं की कोई सिफारिश
सूत्रों के मुताबिक, सुषमा ने रविवार सुबह गृहमंत्री राजनाथ को फोन करके मामले की पूरी जानकारी दी। इसके बाद राजनाथ ने आरएसएस नेताओं से फोन पर पंद्रह मिनट बातचीत की। आरएसएस ने भी इस मामले में सुषमा की मदद का फैसला किया। आरएसएस नेता इंद्रेश कुमार ने कहा कि सुषमा एक राष्ट्रवादी महिला हैं। उधर, गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने कहा, ''मानवी संवेदना रखने वालों को ऐसा करना चाहिए। ललित मोदी की पत्नी कैंसर से पीड़ित थीं। सुषमा ने जो किया ठीक किया। उन्होंने किसी से कोई सिफारिश नहीं की, उन्होंने नियम के तहत परमिशन की बात की थी।''
राजनाथ-मोदी के बीच हुई मुलाकात
सुषमा स्वराज पर ललित मोदी की मदद के आरोपों के बीच गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने की पीएम नरेंद्र मोदी से मुलाकात की। दोनों नेताओं के बीच करीब एक घंटे तक मुलाकात हुई। बीजेपी का मानना है कि सुषमा के बहाने विपक्ष सरकार पर निशाना साधने की कोशिश कर रहा है। जबकि इस मामले में किसी कानून का उल्लंघन नहीं हुआ है। सूत्रों का कहना है कि सरकार और पार्टी ने सुषमा का साथ देने का फैसला लिया है।
क्या है सुषमा पर आरोप
अंग्रेजी चैनल 'टाइम्स नाऊ' की रिपोर्ट के मुताबिक 2013 में लोकसभा में विपक्ष की नेता रहते हुए सुषमा स्वराज की ओर से ललित मोदी से ब्रिटेन में संपर्क साधा गया था। सुषमा के पति स्वराज कौशल उस वक्त ललित मोदी के जरिए ब्रिटेन में अपने भतीजे ज्योर्तिमय कौशल का एडमिशन कराना चाहते थे। आरोप है कि ललित मोदी की मदद से यह एडमिशन हो भी गया था। इसी के बाद सुषमा जब 2014 में मंत्री बनी तो ललित मोदी ने उनसे ब्रिटेन से निकलने में मदद करने के लिए संपर्क किया। बतातें चलें कि ब्रिटेन में लंबे समय से सांसद रहे भारतीय मूल के सांसद कीथ वॉज भी आईपीएल कमिश्नर ललित मोदी की मदद करने के मामले में जांच का सामना कर रहे हैं। हालांकि, वॉज ने भी किसी गलती से इनकार किया है और कहा है कि वह ललित मोदी के मामले को और मामलों की तरह ही देख रहे थे।
सुषमा के बहाने मोदी पर निशाना साध रहा विपक्ष
* यह मुद्दा बहुत ही गंभीर है कि भारत की विदेश मंत्री एक ऐसे व्यक्ति की मदद कर रही हैं जो कि देश के कानून के नजरों में भगौड़ा दोषी है। नैतिकता के आधार पर उन्हें इस्तीफा दे देना चाहिए। क्या पीएम, जो बड़ी-बड़ी बातें करते रहे हैं। क्या सख्त कार्रवाई करेंगे? - दिग्विजय सिंह, कांग्रेस के वरिष्ठ नेता
* सुषमा स्वराज का ललित मोदी की मदद करना एक गंभीर मामला है। प्रधानमंत्री मोदी को इस पर सफाई देनी चाहिए कि क्या उन्हें इस मामले की जानकारी है या नहीं। ललित मोदी की मदद के बदले में बीजेपी को क्या मिला? क्या विदेश मंत्री अपने मन से काम कर रही थीं? क्या यह पीएम की मंजूरी के बाद किया गया?''- रणदीप सुरजेवाला, कांग्रेस प्रवक्ता
* सुषमा स्वराज ने ललित मोदी की जो सहायता की वह असंवैधानिक है। इसे कहीं से भी सही नहीं ठहराया जा सकता है। मोदी सरकार को इस मसले पर सफाई पेश करनी चाहिए।'' ईडी के भगौड़े की आखिर हिम्मत कैसे हुई कि सीधे वह मंत्री से बात करे, कहीं न कहीं बीजेपी नेताओं के साथ उनके संबंधों को उजागर करता है। - बृंदा करात, माकपा नेता
* करप्शन मामले में एक आरोपी व्यक्ति की आखिर सुषमा स्वराज को मदद करने की क्या जरूरत पड़ गई। अगर उन्होंने किसी फायदा के लिए मदद की है तो फिर उन्हें मंत्री पद पर बने रहने का कोई हक नहीं है।'' - डी राजा, वामपंथी नेता
* ललित मोदी का संबंध सुषमा स्वराज ही नहीं वसुंधरा राजे सिंधिया जैसे कई बड़े नेताओं से रहा है। राजस्थान में भी मोदी की बीजेपी के नेता मदद कर चुके हैं। - शकील अहमद, कांग्रेस महासचिव
* मोदी ने सत्ता में आने से पहले दावा किया था कि वह न तो खाएंगे और न ही किसी को खाने देंगे। तो क्या वह सुषमा स्वराज के खिलाफ एक्शन लेंगे या फिर यह एक केवल जुमला बन कर रह जाएगा। - राहुल मेहरा, आप नेता
* सुषमा स्वराज जैसी वरिष्ठ मंत्री पर अगर ऐसे आरोप लगते हैं तो गंभीर हैं। उन्होंने सफाई दी है कि ऐसा उन्होंने मानवीय आधार पर किया लेकिन इससे उनका अपराध कम नहीं हो जाता। कहीं न कहीं यह बीजेपी के भीतर की राजनीति का भी परिणाम लगता है। - मनोज झा, आरजेडी प्रवक्ता

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