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07 मई 2015

दोस्तों क़ुदरत का भी अजीब निज़ाम है

दोस्तों क़ुदरत का भी अजीब निज़ाम है ,,जो शख्स नेक होता है ,,जो सबको प्यारा हर दिल अज़ीज़ होता है ,,जिस शख्स की उसके परिवार को ,,दोस्तों ,,रिश्तेदारों को सबसे ज़्यादा ज़रूरत होती है ,,उसी शख्सियत को यह क़ुदरत अचानक हँसते खेलते उठा लेती है ,,घर परिवार ,,दोस्त ,,रिश्तेदार ,,बीवी बच्चे सब रोते बिलखते रहते है ,,लेकिन क़ुदरत को इन पर रहम नहीं आता है ,,खुदा सब्र देगा ,,, खुदा की कोई मसलेहत होगी ,,कुल्लू नफ़सून ज़ायक़ायतुल मोत ,,,,इन्ना इलैहे राजेऊन कहकर हम सब्र करते है ,,खेर खुदा की क़ुदरत खुदा जाने ,,लेकिन यह हँसता मुस्कुराता नौजवान इमरान खान ,,जो हमारा भांजा दामाद था ,,विश्व का सबसे अच्छा पति ,,विश्व का सबसे अच्छा पिता ,,विश्व का सबसे अच्छा बेटा ,,विश्व का सबसे अच्छा दामाद ,,विश्व का बसे अच्छा जीजू ,,विश्व का सबसे अच्छा भाई ,,सबसे अच्छा दोस्त सभी कुछ तो था ,,.,न चेहरे पर शिकन ,,न कड़वाहट ,,न थकन ,,सिर्फ और सिर्फ लोगों के काम आना ,,लोगों का दिल जीतना ,,लोगो से प्यार करना ,,अपना अपना हर कर्तव्य बखूबी निभाना ,,हर मुसीबत का मुक़ाबला मुस्कुरा कर करना ,,,हर महफील की जान हमारे इस भानजे दामाद को रविवार सुबह सवेरे क़ुदरत के ज़ालिम हाथो ने हमसे छीन लिया ,,कोई बिमारी नहीं ,,कोई दुखदर्द नहीं ,,कोई तनाव नहीं शनिवार का अवकाश अपने परिवार ,,अम्मी ,,पापा ,,बीवी बच्चो के साथ हंसी खेल ठिठोली के बाद खाना खाकर सोये और सुबह जब उठने की बारी थी तो हमेशा के लिए सबको रुलाकर लम्बे सो गए ,,दिल्ली का यह हादसा ,,रोहिणी को हिला देने वाला था ,,,चूंकि देहरादून की पैदाइश ,,वहीं का रहन सहन इसलिए दऱ्हाडुं के क़ब्रिस्तान में सुपुर्दे ख़ाक की रस्म पूरी हुई ,,,,अम्मी ,,पापा ,,सास ससुर ,,बीवी ,,बच्चियों रिश्तदारों के आँख के आंसू नहीं टूट रहे ,,किसी तरह का कोई सब्र नहीं ,,,पत्नी और दो मासूम बच्चियों का अभविष्य अंधकार में है अल्लाह भरोसे है ,,एक जवान मोत ,,अचानक मोत ,,क़ुदरत का निज़ाम नहीं कहर ही कहा जाएगा ,,खेर क़ुदरत तेरे खेल निराले ,,तेरे खेल तू जाने ,,लेकिन दोस्तों सच यही है के इन दिनों बिना किसी बीमारी के अचानक नौजवान साथियों को ब्रेन हेमरेज ,,साइलेंट अटैक सहित कई बीमारियां घर कर रही है ,,जवान मोते हो रही है सभी से गुज़ारिश है प्लीज़ एक बार अपना स्वास्थ परीक्षण ज़रूर ज़रूर कराये ,,मरना तो एक दिन सभी को है ,,किसी को जल्दी ,,किसी को बाद में ,,लेकिन एक मलाल तो न रहे के कोई चेकअप ना कराया अचानक मोत आ गयी ,,,,,,,,,,,,,,,,आपसे इल्तिजा है आप खुदा से दुआ कीजिए के इस नेक शख्सियत के बीवी ,,दो मासूम बच्चियों ,,,माँ बाप ,,सास ससुर ,,रिश्तेदारां ,,दोस्त अहबाब सभी को खुदा सब्र दे और हिम्मत दे साथ ही अल्लाह पुरे परिवार का भविष्य सुरक्षित रखे ,,,आमीन सुम्मा आमीन ,,,,,,अख्तर खान अकेला कोटा राजस्थान

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