दोस्तों यह नज़ारा राजस्थान की नवाबों की नगरी टोंक में स्थित छावनी मस्ज्दि
का है जहाँ पुलिस जूतों सहित मस्जिद में घुसी ,,हिंसा की और नतीजन एक शख्स
की मोत हो गई ,,कई लोगों के खिलाफ झूंठे मुक़दमे दर्ज हुए ,,टोंक के
ज़िंदाबाद लोगों ने पुलिस की इस बेरहमी से किये गए क़त्ल का विरोध किया लेकिन
पिछली सरकार में स्थानीय विधायक की गुलाम आदतों के कारण इस आवाज़ को दबाने
की कोशिश की गई टोंक वक़्फ़ कमेटी के सादर के नेतृत्व में कोटा प्रवास के
दौरान तात्कालिक मुख्यमंत्री अशोक गेहलोत को टोंक में पुलिस
और प्रशासन के ज़ुल्म अत्याचार की कहानी बताई जब नतीजा नहीं निकला कांग्रेस
के विधायक ,,सांसद हत्यारों के संरक्षक बन गए तो टोंक के ज़िम्मेदार लोगों
ने इंसाफ की लड़ाई के लिए अदालत का दरवाज़ा खट खटाया अदालत के निर्देशों पर
पुलिस में मुक़दमा हुआ लेकिन कलेक्टर ,,पुलिस और प्रशासनिक अधिकारीयों ने
कहा हम तो मस्जिद में गए ही नहीं ,,कुछ लोगों ने इन अधिकारीयों की दलाली
भी की लेकिन ज़रा गोर से देखिये छावनी टोंक मस्जिद पर हुए इस हमले की
दास्ताँ जो बाराह जुलाई दो हज़ार तेरह की घटना का सच बयान कर रहे है
,,,,,,,,,पुलिस और प्रशासन की हद देखिये जो लोग इस सच्चाई के गवाह बने उनके
खिलाफ झूंठे और फ़र्ज़ी मुक़दमे तैयार कर दिए गए ,,टोंक में जो भी ज़मीर वाले
लोग है उनसे गुज़ारिश है वोह एक जुट होकर वर्तमान सरकार में बैठे इंसाफ
परस्त लोगों को पिछली सरकार की इस घिनोनी हरकत का सच बताकर टोंक के लोगों
को इंसाफ दिलवाए ,,अख्तर खान अकेला कोटा राजस्थान
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