आपका-अख्तर खान

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23 मई 2015

गुलाब किस को दू

इस इम्तेहान मै दिल का हिसाब किस को दू
हिसाब -ऐ - इश्क़ पे लिखी किताब किस को दू
हर एक शख्स को मुझ से बहुत मुहब्बत है
सवल यह है की वफ़ा का जवाब किस को दू
मेरे खलुसो मुहब्बत वफ़ा है सब के लिय
सोचता हु लब- ऐ लुबाब किस को दू
मेरे लिय तो सब ही लोग एक जैसे है
सुकून किस को दू में बेकली किस को दू
हुजूमऐ हुस्न के मेले सोचता हु
यह थामा गुलाब किस को दू

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