नव नियुक्त कोटा ज़िलाकलेक्टर ने कोटा की समस्याओं की नब्ज़ समझकर उन
समस्याओं की बीमारी का इलाज तलाशना शुरू कर दिया है ,,कोटा कलेक्टर ने इस
मामले में कोटा की समस्या के लिए मुख्यरूप से ज़िम्मेदार नगर निगम के टालू
अधिकारीयों को चेतावनी देते हुए कान उमेठे है ,,कोटा कलेक्टर ने जनसुनवाई
के दौरान केवल समस्याएं लेकर बाद में उनका समाधान तलाशना ठीक नहीं माना है
उन्होंने अधिकारीयों को निर्देशित किया है के जनता की समस्या की सुनवाई के
साथ ही तुरंत उस समस्या के समाधान की शुरुआत कर पीड़ित व्यक्ति
को राहत मिलना चाहिए ,,,,,,,,,कोटा कलेक्टर को इन दिनों प्राथमिक तोर पर
कोटा नगर निगम ,,,बिजली विभाग ,,,ट्रेफिक विभाग ,,,नगर विकास न्यास ,,जलदाय
विभाग के तात्कालिक कान उमेठकर बारिश के दौरान बिजली ,,पानी ,,,सड़को पर
कृत्रिम बाढ़ से बचने के पूर्व उपाय करवाये जा सकते है ,, कोटा नगर निगम और
नगर विकास न्यास की बस्तियों में साफ़ सफाई ,,,नालों की गहराई तक निकासी की
सफाई ,,सड़कों का समतलीकरण ,,टूटी सड़कों में सुधार और कमज़ोर पेड़ों की कटाई
,,बिजली के लटके हुए तारों का मेंटीनेंस ,,बिजली ढीले कनेक्शन ,,खराब
ट्रांसफॉर्मर की मरम्मत बारिश के पहले ज़रूरी है ,,इसी तरह ट्रेफिक पुलिस
मैनेजमेंट मनमाना है ,,,सब्ज़ी मंडी ,,गुमानपुरा सहित सभी बाज़ारों में
दुकानो से कई फुट आगे दुकानदारों के सामान है ,,फिर ठेले खड़े कर बाज़ार
सकडे कर दिए गए है ,,,,अतिक्रमण से दुर्घटनाये आम हो गयी है ,,सड़कों पर
जानवरों का जमावड़ा और उत्पात से दुर्घटना का खतरा बना हुआ है ,,,नगरनिगम ने
विज्ञापन एजेंसियों से सांठगांठ कर अवैध कमाई के लिए विज्ञापन नियमों के
विपरीत विज्ञापन एजेंसियों को खुलेआम घरो पर विज्ञापन लगाने की छूट दी है
जबकि नेशनल हाइवे एक्ट और स्टेट हाइवे एक्ट का उलन्न्घ्न कर मुख्य मार्गों
पर दृष्टिभ्रम करने वाले विज्ञापम लगाये गए है ,,,करोड़ों के विज्ञापन ठेके
लाखों में दिए गे है उस पर भी अधिकृत स्थान के अलावा भी नगरनिगम और
नगरविकस न्यास के संकेतक बोर्डों पर भी विज्ञापन लगा दिए गए है ,,,कोटा
कलेक्टर को बारिश के पूर्व ,,अंधड़ के प्रूव शीघ्र ही कमज़ोर पेड़ों की कटाई
,,छटाई ,,बिजली के तारों और ट्रांसफॉर्मर का मेंटीनेंस ,, जलदाय विभाग की
पानी सप्लाई व्यवस्था का पूर्वाभ्यास ,,नगर निगम और नगर विकास न्यास के
ज़रिये नालों की निचले स्तर तक सफाई ,,,पानी के बहाव के हिसाब से पानी की
निकासी की नालियां बनाने के आवश्यक निर्देश देना ज़रूरी है वार्ना कोटा की
सड़को पर कृत्रिम बाढ़ ,,बिजली उत्पादक होने के बाद भी चिराग तले अन्धेरा
,,चम्बल तट पर रहकर भी प्यास से तड़पना पढ़ सकता है ,,लेकिन कोटा कलेक्टर से
इस मामले में जनता को काफी उम्मीदे बंधी है और उम्मीद है के शीघ्र ही इस
मामले में प्राथमिकता के आधार पर सम्बधित अधिकारीयों को आवश्यक निर्देश
जारी कर उनकी जवाबदारी तय करते हुए सख्त निर्देश जारी किये जायेगें
,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,क्योंकि रमज़ान का महीना और कई धार्मिक कार्यक्रम अगले
माह रहेंगे जिससे जनता भी उद्धेलित हो सकती है ,,और सियासी लोग उसे हवा
देकर क़ानून व्यवस्था का वातावरण बिगाड़ने के लिए पीड़ित जतना को प्रशासन के
खिलाफ गुमराह कर सकते है ,,,,,,,,,,,अख्तर खान अकेला कोटा राजस्थान
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