आपका-अख्तर खान

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25 अप्रैल 2015

भूकम्प का डर

भूकम्प का डर
भूकम्प का खौफ
कुछ इस तरह से रहा ,,,
ना मजहब,
ना शोहरत,
और ना ही
रंगो का फर्क था ...
ए मौत
तेरे डर से
आज सभी चेहरे
एक से नजर आएं..

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