आपका-अख्तर खान

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16 अप्रैल 2015

तुम उठो तो सिर्फ

तुम उठो तो सिर्फ
मेरे बारे में सोच कर मुस्कुराओ
तुम सो जाओ तो सिर्फ
मेरे बारे में ख़्वाब देख कर बुदबुदाओ
तुम्हारा दिल धड़के तो सिर्फ
मेरी धड़कन बनकर धड़के
तुम्हारी सोच सिर्फ मेरे लिए ही हो
ऐसा में सोचता था
ऐसा में सोचता था
लेकिन अब तो तुम
इनसे उनसे बात करके
अपना दिल बहला लेते हो
मेरा क्या मुझे तो तुम
यूँ ही पल भर में अपना
पल भर में पराया बना देते हो ,,
तुम उठो तो मुझे सोचना ज़रूर
तुम सो जाओ तो
मेरे ख्वाब देखना ज़रूर
में तुम्हारे लिए सबसे अव्वल सबसे बेहतर
ना निकलूं तो कहना ,,तो कहना ,,,अख्तर

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